मुख्य विषय: मुजफ्फरपुर की राजनीति में बड़ा उलटफेर
बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मुजफ्फरपुर की राजनीतिक दुनिया में एक नया मोड़ आया है। पूर्व सांसद अजय निषाद ने अपनी पत्नी रामा निषाद के साथ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में लौटकर राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है।
लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान अजय निषाद ने भाजपा का दामन छोड़कर कांग्रेस पार्टी का साथ चुना था। उस समय उनके इस फैसले ने राज्य की राजनीति में कई सवाल खड़े कर दिए थे। लेकिन अब विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने एक बार फिर भाजपा में वापसी कर यह स्पष्ट कर दिया कि उनकी प्राथमिकता पार्टी और राष्ट्रहित में है।
भाजपा में स्वागत और समर्पण
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल ने अजय निषाद और रामा निषाद को पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई। इस अवसर पर बड़ी संख्या में समर्थक और कार्यकर्ता उपस्थित रहे। डॉ. जायसवाल ने दंपति का गुलदस्ता देकर स्वागत किया और कहा कि भाजपा परिवार में उनका स्वागत है।

उन्होंने आगे कहा, “अजय निषाद दंपति का भाजपा में लौटना इस बात का संकेत है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में जनता का भरोसा पार्टी पर एकजुट है। भाजपा का दरवाज़ा हमेशा उन लोगों के लिए खुला है जो राष्ट्रहित और जनता की सेवा की भावना से काम करना चाहते हैं।”
अजय निषाद का संदेश
अजय निषाद ने इस मौके पर कहा, “भाजपा ही ऐसी पार्टी है जो राष्ट्र के हित में ईमानदारी से काम कर रही है। मैं और मेरी पत्नी पूरी निष्ठा के साथ पार्टी को मजबूत करने का काम करेंगे। हम अपने कार्यकर्ताओं और जनता के विश्वास पर खरा उतरने का प्रयास करेंगे। हमें उम्मीद है कि हमारे समर्थक भी इस नई शुरुआत में हमारा पूरा साथ देंगे।”
रामा निषाद ने भी कहा कि भाजपा में लौटना उनके लिए गर्व का क्षण है। उन्होंने विश्वास जताया कि पार्टी के माध्यम से वे जनता की सेवा और प्रदेश के विकास में सक्रिय भूमिका निभाएंगे।
समर्थकों की भागीदारी और उत्साह
इस कार्यक्रम में अजय निषाद के सैकड़ों समर्थक भी उपस्थित थे। उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की और “फिर एक बार – मोदी सरकार” के नारों से माहौल को उत्साहपूर्ण बना दिया। राजनीतिक विश्लेषक मान रहे हैं कि अजय निषाद की वापसी भाजपा के लिए चुनावी मोर्चे पर एक सकारात्मक संकेत है।
राजनीतिक विश्लेषण
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि अजय निषाद की वापसी से भाजपा को न केवल संगठनात्मक मजबूती मिलेगी, बल्कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में उनकी साख और जनसमर्थन भी पार्टी के पक्ष में जाएगा। अजय निषाद की राजनीतिक वापसी यह दिखाती है कि चुनावी रणनीतियों में समय-समय पर परिवर्तन राजनीतिक स्थिरता और प्रभाव को बढ़ा सकते हैं।
समापन
मुजफ्फरपुर की राजनीति में यह घटना आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण मानी जा रही है। अजय निषाद और रामा निषाद का भाजपा में लौटना न केवल उनके समर्थकों के लिए उत्साहजनक है, बल्कि पार्टी के लिए भी एक मजबूत संदेश है कि विकास और जनता की सेवा सर्वोपरि है।