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मुजफ्फरपुर AK-47 मामला: हाजीपुर में अधिवक्ता के घर NIA की बड़ी छापेमारी, हथियार और नकदी जब्त

Muzaffarpur AK-47 Case: एनआईए ने हाजीपुर में बड़ी छापेमारी की | NIA Conducts Major Raid in Hajipur
Muzaffarpur AK-47 Case: एनआईए ने हाजीपुर में बड़ी छापेमारी की (सांकेतिक फोटो) Image Source: Rawpixel
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राष्ट्रीय जांच एजेंसी की बड़ी कार्रवाई

मुजफ्फरपुर जिले में पिछले वर्ष मुखिया के घर से AK-47 बरामद होने वाले मामले में जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने हाजीपुर में एक अधिवक्ता के आवास पर बड़ी कार्रवाई की है। बुधवार को NIA की टीम ने नगर थाना क्षेत्र के एसडीओ रोड स्थित अधिवक्ता संदीप कुमार सिंह उर्फ छोटू लाल के घर पर छापेमारी कर सरकारी हथियार, पिस्टल, गोलियां और नकदी बरामद की।

सूत्रों के अनुसार, इस कार्रवाई में एक पिस्टल, दो मैगजीन, 18 जिंदा कारतूस, चार लाख रुपए नकद और एक सरकारी बंदूक जब्त की गई। छापेमारी के दौरान इलाके में हड़कंप मच गया और स्थानीय नागरिकों में डर और चिंता का माहौल देखा गया।


NIA की टीम और कार्रवाई का विस्तृत विवरण

छापेमारी की जानकारी के अनुसार, NIA की टीम दो वाहनों में सवार होकर मौके पर पहुंची, और स्थानीय पुलिस बल के साथ मिलकर यह कार्रवाई कई घंटों तक चली। टीम का उद्देश्य यह पता लगाना था कि बरामद हथियार और नकदी का AK-47 मामले से संबंध है या किसी अन्य आपराधिक गतिविधि से

छापेमारी के दौरान न केवल हथियार बरामद किए गए बल्कि कानूनी और प्रशासनिक दस्तावेजों की भी जाँच की गई। NIA के अधिकारियों ने यह स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई पूरे क्षेत्र में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के प्रयास का हिस्सा है।


अधिवक्ता संदीप कुमार सिंह का आपराधिक पृष्ठभूमि

सूत्रों के अनुसार, अधिवक्ता संदीप कुमार सिंह के परिवार का आपराधिक घटनाओं से पुराना संबंध रहा है। उनके भाई संजीव कुमार सिंह उर्फ संजीव लाला की हत्या करीब आठ वर्ष पहले अपराधियों ने गोली मारकर कर दी थी।

संजीव सिंह हाजीपुर के एसडीओ रोड निवासी थे, और वे सेवानिवृत्त शिक्षक अशोक कुमार सिंह के पुत्र थे। इसके अलावा, वे शहर के चर्चित मुख्तार प्रेम बाबू के पोते भी थे। संजीव सिंह नगर थाना क्षेत्र के गांधी चौक टेंपो स्टैंड के ठेकेदार और पूर्व वार्ड पार्षद प्रत्याशी भी रह चुके थे।

इस पृष्ठभूमि के कारण, NIA इस परिवार और अधिवक्ता संदीप कुमार सिंह के गतिविधियों पर विशेष ध्यान दे रही है।

Muzaffarpur AK-47 Case
Muzaffarpur AK-47 Case

अखिल भारतीय और स्थानीय प्रभाव

NIA की इस कार्रवाई के बाद हाजीपुर में संसनी और दहशत का माहौल है। स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों ने बताया कि इस छापेमारी से क्षेत्र में सुरक्षा की चिंता बढ़ गई है। अधिकारियों का कहना है कि ऐसे समय में कानून का सख्त पालन और जांच की तीव्रता आवश्यक है।

NIA इस बात की जांच कर रही है कि बरामद हथियार और नकदी मुजफ्फरपुर AK-47 मामले से सीधे जुड़े हैं या किसी अन्य अपराध नेटवर्क का हिस्सा हैं। एजेंसी का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि किसी भी प्रकार की गैरकानूनी गतिविधि के लिए जिम्मेदार तत्वों को कानून के कठोर दायरे में लाया जाए।


अधिकारियों के बयान और आगामी जांच

NIA अधिकारियों ने बताया कि आगामी दिनों में छापेमारी में बरामद हथियारों और नकदी की जाँच और कानूनी प्रक्रियाओं का पालन किया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि यदि इस मामले में कोई बड़ा नेटवर्क सामने आता है तो इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई को तेज़ किया जाएगा।

Muzaffarpur AK-47 Case
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स्थानीय पुलिस और NIA का यह संयुक्त प्रयास दिखाता है कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए केंद्र और राज्य सरकार सतर्क हैं। अधिकारियों ने यह भी कहा कि आगे भी इस तरह की कार्रवाईयों को जारी रखा जाएगा, ताकि अपराध और हथियार तस्करी को रोकने में मदद मिल सके।

मुजफ्फरपुर AK-47 मामले से जुड़े नए खुलासे और हाजीपुर में हुई NIA की छापेमारी यह संकेत देते हैं कि कानून प्रवर्तन एजेंसियाँ लगातार जांच और कार्रवाई कर रही हैं। अधिवक्ता संदीप कुमार सिंह के घर से बरामद हथियार और नकदी इस मामले की जटिलता और गंभीरता को दर्शाते हैं।

इससे यह भी स्पष्ट होता है कि सुरक्षा एजेंसियाँ अपराध नेटवर्क और हथियारों की तस्करी पर पूरी तरह नज़र रखे हुए हैं, और जनता की सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठा रही हैं।


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Aryan Ambastha

Writer & Thinker | Finance & Emerging Tech Enthusiast | Politics & News Analyst | Content Creator. Nalanda University Graduate with a passion for exploring the intersections of technology, finance, Politics and society. | Email: aryan.ambastha@rashtrabharat.com