मुजफ्फरपुर में रात के समय भीषण आग का हादसा
मुजफ्फरपुर जिले के मोतीपुर वार्ड संख्या 13 में एक ही परिवार के घर में अचानक आग लगने से पाँच लोगों की जिंदा जलने से मृत्यु हो गई और सात लोग गंभीर रूप से झुलस गए। यह घटना देर रात तब हुई जब परिवार सोया हुआ था।
आग लगने का कारण और प्रारंभिक जानकारी
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी। प्रभावित परिवार के घर में तीन मंजिला इमारत थी, जिस कारण आग ने तेज़ी से फैलकर पूरे घर को घेर लिया। घटना स्थल पर पहुंचे डीएसपी पश्चिमी सुचित्रा कुमारी ने पाँच मौतों की पुष्टि की और कहा कि सात घायलों का इलाज मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच अस्पताल में चल रहा है।
मृतकों और घायलों का विवरण
घटना में मृतकों में ललन कुमार, उनकी पत्नी पूजा कुमारी, उनकी माँ सुशीला देवी और दो बेटियाँ श्रृष्टि व गोलू कुमारी शामिल हैं।
घायलों में लालाबाबू प्रसाद, उनकी पत्नी माला देवी, साक्षी कुमारी, अर्जुन कुमार, ऋषभ कुमार, अमन कुमार तथा एक अन्य परिवारिक सदस्य शामिल हैं। चार गंभीर रूप से झुलसे घायलों को मुजफ्फरपुर एसकेएमसीएच अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि अन्य की स्थानीय प्राथमिक उपचार चल रही है।
प्रत्यक्षदर्शियों के बयान
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आग इतनी अचानक और तेज़ थी कि घर के लोग सोते हुए जिंदा जल गए। आसपास के लोग जब तक मदद पहुँचाते, तब तक अधिकांश लोग आग की चपेट में आ चुके थे। आग की भयावहता को देखते हुए स्थानीय लोग तुरंत प्रशासन को सूचित किए और दमकल टीम को बुलाया गया।
प्रशासन और राहत कार्य
डीएसपी पश्चिमी सुचित्रा कुमारी ने मौके पर पहुँचकर राहत कार्यों की निगरानी की। उन्होंने कहा कि मृतकों के परिजनों को सरकार की ओर से उचित मुआवजा दिया जाएगा। आग की जांच के लिए फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया है ताकि आग लगने का सटीक कारण पता लगाया जा सके।
स्थानीय प्रशासन ने आग पीड़ितों को तत्काल राहत सामग्री उपलब्ध कराई। मेडिकल टीम ने घायलों को प्राथमिक चिकित्सा के बाद गंभीर रूप से झुलसे चार लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया।
आग और सुरक्षा उपायों की आवश्यकता
यह हादसा एक बार फिर आग सुरक्षा की महत्वता को उजागर करता है। विशेषज्ञों का कहना है कि घरों में शॉर्ट सर्किट और विद्युत उपकरणों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देना आवश्यक है। नियमित निरीक्षण और सुरक्षित वायरिंग सिस्टम से इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सकता है।
मुजफ्फरपुर की यह घटना परिवार और समाज के लिए दुखद है। प्रशासन और स्थानीय लोग मिलकर पीड़ित परिवार को हर प्रकार की सहायता दे रहे हैं। आग से सुरक्षा और विद्युत उपकरणों की जांच पर जोर देना अब और आवश्यक हो गया है।