राजगीर में पुलिस एएसआई ने सर्विस पिस्टल से खुद को मारी गोली, मौके पर मौत
नालंदा जिले के ऐतिहासिक शहर राजगीर से मंगलवार सुबह एक दर्दनाक घटना सामने आई जिसने पूरे पुलिस विभाग को झकझोर कर रख दिया। राजगीर थाना परिसर स्थित वैरक में डायल 112 में तैनात एएसआई सुमन तिर्की ने अपनी सर्विस पिस्टल से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। सुबह करीब 7 बजे गोली चलने की आवाज सुनते ही थाना परिसर में अफरा-तफरी मच गई। जब तक पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे, तब तक सुमन तिर्की की मौके पर ही मौत हो चुकी थी।
घटना स्थल पर मचा हड़कंप
सूचना मिलते ही राजगीर डीएसपी सुनील कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि मृतक एएसआई सुमन तिर्की पिछले लगभग एक वर्ष से राजगीर में डायल 112 पर तैनात थे। वह झारखंड राज्य के गुमला जिले के धधरा थाना क्षेत्र स्थित बिहार भटोली गांव के निवासी थे।
डीएसपी ने कहा कि प्राथमिक जांच के आधार पर यह प्रतीत होता है कि एएसआई सुमन तिर्की पारिवारिक तनावों और व्यक्तिगत उलझनों से गुजर रहे थे, जिसके चलते उन्होंने यह आत्मघाती कदम उठाया। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि पुलिस हर कोण से मामले की जांच कर रही है और सटीक कारणों का पता लगाने के लिए विस्तृत जांच जारी है।
कर्तव्यनिष्ठ और शांत स्वभाव के थे एएसआई सुमन तिर्की
थाने में मौजूद उनके साथियों ने बताया कि सुमन तिर्की अपने कर्तव्य के प्रति ईमानदार और व्यवहार में बेहद शांत अधिकारी थे। वे अपने सहकर्मियों के बीच एक अनुशासित पुलिसकर्मी के रूप में जाने जाते थे। किसी को भी इस बात का अंदाज़ा नहीं था कि वे इतना बड़ा कदम उठा लेंगे।
सहकर्मी भावुक होकर बताते हैं कि उन्होंने सुमन तिर्की को कभी तनावग्रस्त नहीं देखा था, लेकिन हाल के दिनों में वे कुछ चुपचाप और गुमसुम रहने लगे थे। संभव है कि किसी पारिवारिक परेशानी ने उन्हें अंदर ही अंदर तोड़ दिया हो।
पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया शव
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मॉडल अस्पताल, बिहार शरीफ भेज दिया है, जहां पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। पुलिस ने मृतक के परिजनों को सूचना दे दी है और आवश्यक कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
डीएसपी सुनील कुमार ने बताया कि इस घटना की रिपोर्ट वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को दी जा चुकी है और फॉरेंसिक टीम को भी जांच में शामिल किया गया है।
राजगीर पुलिस महकमे में छाया सन्नाटा
राजगीर जैसे शांत और पर्यटनस्थल माने जाने वाले शहर में पुलिस थाने के अंदर इस तरह की घटना ने सभी को हैरान और दुखी कर दिया है। पूरे थाना परिसर में शोक और सन्नाटा पसर गया है। विभागीय अधिकारी इस घटना को लेकर गहराई से जांच कर रहे हैं ताकि आत्महत्या की असली वजह सामने आ सके।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि अगर किसी प्रकार का मानसिक या पारिवारिक दबाव पाया जाता है, तो भविष्य में ऐसे मामलों की रोकथाम के लिए विभागीय स्तर पर विशेष कदम उठाए जाएंगे।
डीएसपी सुनील कुमार का बयान
डीएसपी ने मीडिया से बात करते हुए कहा —
“यह घटना बेहद दुखद है। एएसआई सुमन तिर्की एक अनुशासित और जिम्मेदार अधिकारी थे। फिलहाल हम सभी पहलुओं से जांच कर रहे हैं ताकि आत्महत्या के पीछे की वास्तविक वजह का खुलासा किया जा सके।”
आत्महत्या नहीं, चेतावनी की कहानी
सुमन तिर्की की आत्महत्या न सिर्फ पुलिस विभाग बल्कि समाज के लिए भी एक संदेश छोड़ जाती है — कि तनाव और समस्याओं का हल मौत नहीं है। ऐसे मामलों में मानसिक स्वास्थ्य और भावनात्मक सहयोग की आवश्यकता पहले से कहीं अधिक बढ़ गई है।