बिंद में उतरे तेजस्वी, हेलीकॉप्टर लैंडिंग से मचा हलचल
रविवार को नालंदा जिले के अस्थावां विधानसभा क्षेत्र के बिंद में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की जनसभा आयोजित की गई।
सभा में आने के लिए उनका हेलीकॉप्टर जैसे ही लैंडिंग करने लगा, तो मैदान में लगे झंडे और पॉलीथिन हवा में उड़ने लगे। कुछ देर के लिए अफरा-तफरी का माहौल बन गया, लेकिन किसी तरह का हादसा नहीं हुआ।
हेलीकॉप्टर सुरक्षित उतरने के बाद तेजस्वी यादव मंच पर पहुंचे और राजद उम्मीदवार रवि रंजन उर्फ छोटू मुखिया के पक्ष में वोट मांगा।
नीतीश सरकार पर तेजस्वी का सीधा हमला
तेजस्वी यादव ने अपने भाषण में कहा कि नीतीश कुमार की सरकार पूरी तरह कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार में डूबी हुई है।
उन्होंने आरोप लगाया कि “नल-जल योजना में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है। जनता को 5 किलो अनाज मिलना चाहिए, लेकिन उन्हें सिर्फ 3 किलो दिया जा रहा है — बाकी दो किलो कमीशन में जा रहा है।”
उन्होंने कहा कि राज्य के अस्पतालों की हालत बेहद खराब है।
“जो भी मरीज इलाज कराने अस्पताल जाता है, उसे इलाज नहीं बल्कि रेफर कर दिया जाता है। डॉक्टरों की कमी, दवा की कमी और लापरवाही ने बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था को मजाक बना दिया है।”
अपराध का उदाहरण देते वक्त अटके तेजस्वी यादव
जब तेजस्वी यादव ने बिहार में बढ़ते अपराध पर बोलना शुरू किया, तो वे अचानक एक उदाहरण देने के दौरान अटक गए।
उन्होंने कहा — “राज्य में अपराध इस कदर बढ़ गया है कि… कि… (कुछ क्षण रुककर) इसका मिशाल तो…,” इसके बाद वे वाक्य पूरा नहीं कर सके।
हालांकि, उन्होंने तुरंत खुद को संभाला और कहा कि “यह सरकार अपराध रोकने में पूरी तरह असफल रही है। हमें एक मौका दीजिए, हम बिहार की व्यवस्था में सुधार लाकर दिखाएंगे।”
उनके इस पल को सभा में मौजूद लोगों ने मिश्रित प्रतिक्रिया के साथ देखा — कुछ ने ठहाका लगाया तो कुछ ने तालियां बजाईं।
“घोषणाओं की नकल करते हैं नीतीश कुमार” — तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने दावा किया कि नीतीश कुमार राजद की घोषणाओं की नकल करते हैं।
उन्होंने कहा — “जब हमने वृद्धावस्था पेंशन बढ़ाने की घोषणा की थी, तो नीतीश कुमार ने भी उसी के बाद पेंशन की राशि बढ़ाई। हमारी नीतियों से डरकर वे अब जनता को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं।”
उन्होंने जनता से अपील की — “अब समय आ गया है कि बिहार को नई दिशा दी जाए। हमें एक मौका दीजिए, ताकि हम भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और अपराध से मुक्त एक नया बिहार बना सकें।”
चुनावी माहौल में हलचल
तेजस्वी यादव का यह भाषण सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, खासकर वह पल जब वे अपराध का उदाहरण देते हुए अटक गए।
हालांकि, राजद समर्थकों ने इसे “मानवीय क्षण” बताया और कहा कि “तेजस्वी ने फिर भी जनता के मुद्दों को मजबूती से उठाया।”
वहीं भाजपा और जदयू कार्यकर्ताओं ने इसे तेजस्वी की “तैयारी की कमी” करार दिया।
राजनीतिक विश्लेषण: जनता का मूड क्या कहता है?
नालंदा, जो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गढ़ माना जाता है, वहां तेजस्वी यादव की सभा ने यह दिखाया कि राजद भी अब इस इलाके में अपनी पैठ मजबूत करने की कोशिश कर रहा है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अगर तेजस्वी यादव इस तरह से लगातार जनता से सीधा संवाद बनाए रखते हैं, तो यह महागठबंधन के लिए ऊर्जा का स्रोत बन सकता है।
निष्कर्ष: भाषण में चूक, लेकिन तेवर बरकरार
हालांकि भाषण के दौरान अपराध का उदाहरण न दे पाने से तेजस्वी का पल थोड़ा असहज रहा, लेकिन उनके तीखे तेवर और सरकार पर सीधा प्रहार ने इस सभा को चर्चाओं में ला दिया।
राजनीतिक गलियारों में अब चर्चा है कि क्या तेजस्वी यादव का यह जोश उन्हें नीतीश के गढ़ में कुछ नया परिणाम दे पाएगा।