मोकामा हत्या कांड में नई करवट, पूर्व विधायक अनंत सिंह की गिरफ्तारी से सियासत गर्म
पटना, संवाददाता। मोकामा में हुए चर्चित दुलारचंद यादव हत्या कांड ने अब राजनीतिक रंग ले लिया है। पूर्व विधायक और जदयू प्रत्याशी अनंत सिंह को इस मामले में शनिवार रात गिरफ्तार कर लिया गया। रविवार को उन्हें पटना लाकर एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश किया गया, जहां से अदालत ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

कौन हैं अनंत सिंह और क्या है पूरा मामला?
अनंत सिंह बिहार की राजनीति में एक प्रभावशाली और विवादित चेहरा रहे हैं। वह मोकामा विधानसभा क्षेत्र से कई बार विधायक रह चुके हैं और अपने दबंग छवि के लिए चर्चित हैं।
30 अक्टूबर को जन सुराज पार्टी के समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या मोकामा क्षेत्र में हुई थी। इस हत्या को लेकर राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई थी। परिजनों ने सीधे तौर पर अनंत सिंह पर हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया था।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई और गिरफ्तारी
हत्या के बाद पटना पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए शनिवार देर रात छापेमारी की और अनंत सिंह को गिरफ्तार किया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, उनके खिलाफ दर्ज प्राथमिकी में साजिश और हत्या की धाराएं शामिल की गई हैं।
एसएसपी कार्तिकेय के. शर्मा ने पुष्टि की कि अनंत सिंह को औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया गया है और पूछताछ के बाद कोर्ट में पेश किया गया।
कोर्ट की कार्यवाही: 14 दिन की न्यायिक हिरासत
रविवार को अनंत सिंह को सख्त सुरक्षा व्यवस्था के बीच पटना सिविल कोर्ट परिसर स्थित एमपी-एमएलए विशेष न्यायालय में पेश किया गया। अदालत ने सुनवाई के बाद उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
सूत्रों के अनुसार, अनंत सिंह को फिलहाल बेउर जेल में रखा जा सकता है। पुलिस अब इस मामले में अन्य संदिग्धों की तलाश में जुट गई है।
राजनीतिक गलियारों में हलचल
अनंत सिंह की गिरफ्तारी के बाद बिहार की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। विपक्षी दलों ने इस कार्रवाई को राजनीतिक प्रतिशोध बताया है, जबकि सत्ताधारी पक्ष का कहना है कि कानून के दायरे में आकर हर दोषी को सजा मिलेगी।
जन सुराज पार्टी के प्रवक्ताओं ने मांग की है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की जाए ताकि सच्चाई सामने आ सके।
जन सुराज समर्थक की हत्या ने बढ़ाई सियासी गर्मी
मोकामा में हुए इस हत्याकांड ने चुनावी माहौल में और तनाव बढ़ा दिया है। दुलारचंद यादव, जन सुराज पार्टी के सक्रिय समर्थक माने जाते थे और हाल ही में उन्होंने मोकामा विधानसभा क्षेत्र में पार्टी के प्रचार अभियान में हिस्सा लिया था। उनकी हत्या के बाद पार्टी समर्थकों में आक्रोश है।
अनंत सिंह का विवादों से पुराना नाता
अनंत सिंह का नाम पहले भी कई आपराधिक मामलों में जुड़ चुका है। उनके आवास से पहले भी हथियार और गोला-बारूद बरामद होने के बाद वे सुर्खियों में आए थे। हालांकि वे खुद को हमेशा निर्दोष बताते रहे हैं और अपने ऊपर लगे आरोपों को राजनीति से प्रेरित मानते हैं।
इस बार भी उनके करीबी सहयोगियों का कहना है कि अनंत सिंह को चुनाव से पहले साजिशन फंसाया जा रहा है।
पुलिस जांच जारी, बयान दर्ज किए जा रहे हैं
पुलिस ने हत्या कांड में शामिल अन्य संदिग्धों की पहचान कर ली है और उनके खिलाफ भी गिरफ्तारी वारंट जारी किए जा सकते हैं। मोकामा थाना क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि किसी प्रकार की अप्रिय स्थिति न उत्पन्न हो।
आने वाले दिनों में बढ़ेगी सियासी सरगर्मी
अनंत सिंह की गिरफ्तारी ने न केवल मोकामा बल्कि पूरे बिहार के राजनीतिक माहौल को प्रभावित किया है। आने वाले दिनों में यह मामला और गहराएगा, क्योंकि इसके पीछे सत्ता और सियासत दोनों के समीकरण जुड़े हुए हैं। अदालत की आगामी सुनवाई और पुलिस जांच से इस प्रकरण की दिशा तय होगी।