बिहार विधानसभा चुनाव परिणाम: तेजस्वी यादव की रणनीतिक सक्रियता, एनडीए में आत्मविश्वास चरम पर

Bihar Election Results 2025
Bihar Election Results 2025: तेजस्वी यादव की बैठकें तेज, एनडीए को 200 से ज्यादा सीटों की उम्मीद (FIle Photo)
बिहार विधानसभा चुनाव परिणाम से पहले राजनीतिक माहौल गरमाया। तेजस्वी यादव ने उम्मीदवारों से बैठक कर रणनीति बनाई, जबकि एनडीए को 200 से अधिक सीटों की उम्मीद है। ईवीएम सुरक्षा पुख्ता, महिलाओं की बड़ी भागीदारी और आप के वोट चोरी के आरोपों के बीच नतीजों का बेसब्री से इंतजार।
नवम्बर 13, 2025

बिहार विधानसभा चुनाव परिणाम से पहले राजनीतिक सरगर्मी तेज

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के परिणाम 14 नवंबर को घोषित होने वाले हैं। उससे पहले ही राज्य की राजनीतिक तापमान में अप्रत्याशित बढ़ोतरी देखी जा रही है। सभी दलों में हलचल तेज हो चुकी है, खासकर राजद प्रमुख तेजस्वी यादव और एनडीए के शीर्ष नेताओं के बीच रणनीतिक गतिविधियां बढ़ी हैं।

तेजस्वी यादव की रणनीतिक सक्रियता

तेजस्वी यादव ने अपने सभी उम्मीदवारों से व्यक्तिगत बातचीत की है। सूत्रों के अनुसार उन्होंने उम्मीदवारों को किसी भी परिस्थिति के लिए तैयार रहने को कहा है। पार्टी के अंदर चर्चा है कि अगर बहुमत में कोई कमी रह जाती है, तो उम्मीदवारों को टूटने से बचाने के लिए उन्हें सुरक्षित स्थानों पर भेजने की योजना भी तैयार की जा रही है।

तेजस्वी यादव की सक्रियता यह संकेत दे रही है कि राजद किसी भी तरह से सत्ता से दूर नहीं रहना चाहती। पार्टी कार्यालयों में बैठकों का दौर जारी है और कई स्वतंत्र उम्मीदवारों से भी संपर्क साधने की खबरें सामने आ रही हैं।

जेडीयू कार्यालय में ‘टाइगर जिंदा है’ का पोस्टर

वहीं, जेडीयू कार्यालय में उत्साह का माहौल देखने को मिला है। पार्टी दफ्तर में “टाइगर जिंदा है” के पोस्टर लगाए गए हैं, जो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आत्मविश्वास को दर्शा रहे हैं। पार्टी नेताओं का कहना है कि जनता ने विकास और सुशासन के नाम पर एनडीए को वोट दिया है।

एनडीए का दावा—200 से ज्यादा सीटें

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने दावा किया है कि एनडीए को इस बार 200 से ज्यादा सीटें मिलने जा रही हैं। उन्होंने कहा कि “2010 में हमें 206 सीटें मिली थीं, और इस बार यह आंकड़ा भी पार हो जाएगा।” भाजपा नेता रामकृपाल यादव ने भी कहा कि एनडीए एग्जिट पोल्स के अनुमान से ज्यादा सीटें जीतेगी।

ईवीएम की सुरक्षा पर सख्ती

निर्वाचन आयोग ने मतगणना से पहले सुरक्षा व्यवस्था को और पुख्ता कर दिया है। सभी ईवीएम मशीनों को सेंट्रल आर्म्ड पैरामिलिट्री फोर्सेज (CAPF) की निगरानी में रखा गया है। बाहरी सुरक्षा की जिम्मेदारी जिला पुलिस को दी गई है, जबकि स्ट्रॉन्ग रूम में 24 घंटे सीसीटीवी निगरानी और नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया गया है।

वीवीपैट मशीनों पर नई व्यवस्था

उन मतदान केंद्रों पर जहां वीवीपैट मशीन बदली गई थीं, वहां अब वोटों की गिनती से पहले पर्चियों का मिलान किया जाएगा। चुनाव आयोग के अनुसार यह कदम पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।

मतगणना केंद्रों पर अंतिम तैयारी पूरी

राज्य के सभी 38 जिलों में कुल 44 मतगणना केंद्र स्थापित किए गए हैं। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि मतगणना सुबह 8 बजे से शुरू होगी। सुरक्षा के लिए केंद्रीय बलों और राज्य पुलिस की पर्याप्त तैनाती की गई है।

आम आदमी पार्टी का आरोप

इस बीच आप नेता संजय सिंह ने आरोप लगाया है कि बिहार में 80 लाख वोट चोरी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि लाखों लोगों के मताधिकार को छीना गया है, जो लोकतंत्र पर हमला है। हालांकि चुनाव आयोग ने इस दावे को निराधार बताया है।

महिला मतदाताओं की निर्णायक भूमिका

इस बार के चुनाव में महिला मतदाताओं की भागीदारी उल्लेखनीय रही। बिहार के 17 जिलों में महिलाओं का मतदान प्रतिशत पुरुषों से औसतन 10 से 14 प्रतिशत अधिक रहा। चुनाव विशेषज्ञों के अनुसार महिलाओं का यह उत्साह चुनाव परिणामों में बड़ा असर डाल सकता है।

कांग्रेस की प्रतिक्रिया – हरियाणा का हवाला

कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि एग्जिट पोल्स पर भरोसा न किया जाए। उन्होंने कहा, “हरियाणा को याद करिए, वहां भी एग्जिट पोल्स गलत साबित हुए थे। बिहार में भी नतीजे सबको चौंका देंगे।”

14 नवंबर को जब मतगणना शुरू होगी, तो पूरा देश बिहार की राजनीतिक दिशा पर नजरें टिकाए रहेगा। क्या एनडीए का आत्मविश्वास सही साबित होगा या तेजस्वी यादव की रणनीति गेमचेंजर बनेगी? यह आने वाला शुक्रवार ही तय करेगा।

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