बिहार में एनडीए ने तय किया मुख्यमंत्री चेहरा
बिहार में 2025 के विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक तापमान लगातार बढ़ रहा है। महागठबंधन ने तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया है, जबकि एनडीए ने अब साफ संकेत दे दिए हैं कि नीतीश कुमार ही गठबंधन का चेहरा होंगे। चिराग पासवान ने पटना में मीडिया से बातचीत के दौरान यह बात कही।
चिराग का स्पष्ट बयान
पत्रकारों ने जब उनसे सवाल किया कि एनडीए में सीएम फेस कौन होगा, तो चिराग पासवान ने कहा, “घोषणा कितनी बार करनी पड़ेगी? नीतीश कुमार चुनाव का नेतृत्व कर रहे हैं।” उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह के बयान का जिक्र किया, जिसमें कहा गया था कि चुनाव के बाद विधायक दल का नेता चुना जाएगा, और वही मुख्यमंत्री बनेगा।
राजस्थान के उदाहरण पर जवाब
चिराग ने कहा कि कुछ लोग राजस्थान का उदाहरण देते हैं, लेकिन वहां स्थिति अलग थी क्योंकि एक ही पार्टी चुनाव लड़ रही थी और उसने पहले से अपना चेहरा घोषित किया था। बिहार में गठबंधन की स्थिति अलग है, यहां कई दल मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं।
महागठबंधन पर चिराग का हमला
चिराग पासवान ने महागठबंधन की घोषणा पर सवाल उठाते हुए कहा कि तेजस्वी यादव का नाम डर और दबाव में घोषित कराया गया है। उन्होंने कहा कि “कैसे धमकाकर और मजबूर करके सीएम फेस घोषित किया गया, यह सबने देखा।”
मुकेश सहनी पर भी साधा निशाना
चिराग ने विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) प्रमुख मुकेश सहनी को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि “कितनी सिफारिशों के बाद मुकेश सहनी ने खुद को डिप्टी सीएम घोषित कराया, यह सबको पता है। उनका समाज सब देख रहा है।”
एनडीए में एकता का दावा
चिराग ने भरोसा जताया कि लोजपा (रामविलास) के सभी विधायक चुनाव के बाद नीतीश कुमार को ही मुख्यमंत्री चुनेंगे। उन्होंने कहा कि एनडीए में सब एकजुट हैं और लक्ष्य सिर्फ विकास है।
नीतीश के नेतृत्व में चुनावी रणनीति
नीतीश कुमार पहले ही कई रैलियों में एनडीए के प्रत्याशियों के लिए प्रचार शुरू कर चुके हैं। उनकी सभाओं में बड़ी संख्या में जनता जुट रही है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, जेडीयू और भाजपा के बीच सीट बंटवारा लगभग तय हो गया है।
महागठबंधन की रणनीति पर चर्चा
तेजस्वी यादव ने खुद को सीएम उम्मीदवार घोषित कर मैदान साफ किया है, लेकिन उनके बयान और रणनीति पर विपक्ष सवाल उठा रहा है। एनडीए अब इस मुद्दे को जनता के बीच ले जाने की तैयारी में है कि गठबंधन स्थिर सरकार देने में सक्षम है।
राजनीतिक समीकरणों में नया मोड़
बिहार की राजनीति में यह बयानबाजी नया मोड़ लेकर आई है। एक ओर नीतीश कुमार का अनुभव और प्रशासनिक छवि है, वहीं दूसरी ओर तेजस्वी यादव का युवा नेतृत्व। दोनों के बीच सीधी टक्कर तय मानी जा रही है।
जनता की नजरें नीतीश पर
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि चिराग पासवान के बयान से एनडीए की दिशा अब स्पष्ट हो गई है। अब सवाल यह है कि जनता 2025 में फिर नीतीश पर भरोसा जताएगी या बदलाव चुनेगी।