महागठबंधन में नए समीकरणों की आहट, तेजस्वी यादव से आई. पी. गुप्ता की मुलाकात बनी चर्चा का विषय
पटना। बिहार की सियासत में एक बार फिर हलचल मच गई है। इंडियन इनक्लूसिव पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आई. पी. गुप्ता ने रविवार को राजद नेता और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव से पटना स्थित उनके आवास पर मुलाकात की। इस खास मुलाकात के दौरान राज्यसभा सांसद और तेजस्वी यादव के करीबी राजनीतिक सलाहकार संजय यादव भी मौजूद थे।
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सूत्रों की मानें तो यह मुलाकात केवल शिष्टाचार भर नहीं थी, बल्कि इसके राजनीतिक मायने गहरे हैं।
मुलाकात में हुआ गर्मजोशी से स्वागत
जानकारी के अनुसार, जब आई. पी. गुप्ता तेजस्वी यादव के आवास पहुंचे, तो तेजस्वी यादव ने हाथ मिलाकर उनका स्वागत किया। दोनों नेताओं के बीच करीब आधे घंटे तक बंद कमरे में बातचीत हुई। इस दौरान बिहार की मौजूदा राजनीतिक परिस्थिति और आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर संभावित रणनीतियों पर चर्चा हुई।
राजनीतिक सूत्रों का कहना है कि यह मुलाकात आने वाले दिनों में महागठबंधन के विस्तार की दिशा में एक अहम संकेत हो सकती है।
तांती समाज से आते हैं आई. पी. गुप्ता, सामाजिक समीकरणों में मजबूत पकड़
आई. पी. गुप्ता तांती समाज से आते हैं, जो बिहार के सामाजिक समीकरणों में एक प्रभावशाली समुदाय माना जाता है। राजनीतिक पंडितों का मानना है कि अगर आई. पी. गुप्ता महागठबंधन के साथ आते हैं, तो यह तेजस्वी यादव के लिए निचले तबके के वोट बैंक को और मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम होगा।
गुप्ता की पार्टी “इंडियन इनक्लूसिव पार्टी” ने हाल के वर्षों में सामाजिक न्याय और आर्थिक समानता के मुद्दों को लेकर कई जिलों में सक्रियता दिखाई है।
सूत्रों के हवाले से महागठबंधन प्रत्याशी बनाए जाने की संभावना
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, तेजस्वी यादव के साथ हुई इस मुलाकात के बाद यह चर्चा जोर पकड़ रही है कि आई. पी. गुप्ता को आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन का उम्मीदवार बनाया जा सकता है। हालांकि इस पर अभी किसी भी पक्ष की ओर से आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
राजनीतिक गलियारों में यह भी चर्चा है कि राजद नेतृत्व सामाजिक प्रतिनिधित्व बढ़ाने की दिशा में लगातार काम कर रहा है, और तांती समाज से आने वाले किसी चेहरे को टिकट देने पर विचार चल रहा है।
तेजस्वी यादव की रणनीति – “समावेशी राजनीति” का संदेश
तेजस्वी यादव हाल के महीनों में लगातार विभिन्न छोटे दलों और सामाजिक संगठनों के नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। उनका फोकस महागठबंधन को और अधिक समावेशी और व्यापक बनाना है।
आई. पी. गुप्ता से मुलाकात भी इसी रणनीति का हिस्सा मानी जा रही है।
राजनीतिक विश्लेषक कहते हैं –
“तेजस्वी यादव यह दिखाना चाहते हैं कि राजद अब सिर्फ यादव-मुस्लिम समीकरण तक सीमित नहीं, बल्कि हर वर्ग को साथ लेकर चलने की राजनीति कर रही है।”
आई. पी. गुप्ता और तेजस्वी यादव की यह मुलाकात बिहार की सियासत में एक नया मोड़ ला सकती है।
जहां विपक्ष इसे महागठबंधन का विस्तार मान रहा है, वहीं सत्तारूढ़ एनडीए खेमे में भी इस बैठक के मायने पर चर्चा तेज हो गई है।
अब देखना यह होगा कि क्या आई. पी. गुप्ता औपचारिक रूप से महागठबंधन में शामिल होते हैं या यह मुलाकात केवल भविष्य के गठबंधन की प्रस्तावना भर थी।