Bihar Politics: पूर्णिया में भारतीय जनता पार्टी का विशाल शक्ति प्रदर्शन
पूर्णिया, 07 नवंबर। भारत के गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को पूर्णिया शहर में एक अभूतपूर्व रोड शो करके भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के पक्ष में एक बड़ा राजनीतिक संदेश दिया। यह रोड शो आगामी विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के बाद और दूसरे चरण के मतदान से पहले हुआ, जिसे सीमांचल क्षेत्र में भाजपा की चुनावी रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना जा रहा है। एनडीए और भाजपा प्रत्याशी विजय खेमका के समर्थन में हुए इस रोड शो में भट्ठा बाजार क्षेत्र से लेकर आस्था मंदिर तक करीब डेढ़ किलोमीटर के मार्ग पर जनसैलाब उमड़ पड़ा, जिसने विपक्ष को एक स्पष्ट चुनौती दी है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने इस दौरे की शुरुआत आर. एन. साव चौक स्थित श्रीराम जानकी मंदिर से की, जहाँ उन्होंने सबसे पहले वीर कुंवर सिंह स्मारक पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। इसके बाद, ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम’ के उद्घोष के साथ रोड शो की औपचारिक शुरुआत हुई। पूरे मार्ग पर, गृह मंत्री एक सजे हुए वाहन पर सवार थे और उन्होंने हाथ हिलाकर सड़कों और छतों पर खड़े उत्साही जनसमूह का अभिवादन किया।
केसरिया रंग में रंगा पूर्णिया का मार्ग
रोड शो का मार्ग कालीबाड़ी चौक, लखन चौक, खीरू चौक, जिला स्कूल होते हुए आस्था मंदिर के पास संपन्न हुआ। इस पूरे मार्ग को केसरिया रंग के झंडों, पोस्टरों और बैनरों से सजाया गया था। भाजपा के कार्यकर्ता और आम नागरिक बड़ी संख्या में मौजूद थे। सड़कों के दोनों ओर और इमारतों की छतों पर लोग घंटों पहले से ही अपने प्रिय नेता की एक झलक पाने के लिए इंतजार कर रहे थे। ‘जय श्रीराम’, ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम’ के नारों की गूँज इतनी तीव्र थी कि पूरा वातावरण भक्तिमय और राजनीतिक जोश से भर उठा था।
कई स्थानों पर लोगों ने गृह मंत्री पर फूलों की वर्षा की, जिससे यह रोड शो एक उत्सव के रूप में परिवर्तित हो गया। यह दृश्य स्पष्ट रूप से लोगों के उत्साह और भाजपा के प्रति उनकी गहरी आस्था को दर्शाता है। रोड शो में भाजपा प्रत्याशी विजय खेमका और स्थानीय भाजपा नेत्री व डिप्टी मेयर पल्लवी गुप्ता समेत कई प्रमुख नेता और कार्यकर्ताओं ने भी भाग लिया, जिससे स्थानीय नेतृत्व और केंद्रीय नेतृत्व के बीच मजबूत तालमेल का प्रदर्शन हुआ।
महिलाओं की भागीदारी और श्रीराम सेवा संघ का योगदान
इस रोड शो की एक विशेष बात श्रीराम सेवा संघ की महिलाओं की उत्साहपूर्ण भागीदारी रही। संघ की महिलाओं ने रास्ते भर भाजपा और विजय खेमका के समर्थन में भजन और गीत गाकर माहौल को और भी अधिक धार्मिक और भावनात्मक बना दिया। महिलाओं की यह सक्रियता यह इंगित करती है कि भाजपा न केवल युवाओं को बल्कि राज्य की महिला मतदाताओं को भी संगठित करने में सफल रही है।
स्थानीय निवासियों और भाजपा कार्यकर्ताओं ने इस रोड शो को अब तक का सबसे विशाल और भव्य रोड शो बताया। यह जनसमूह न केवल भाजपा के प्रति समर्थन प्रदर्शित करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि बिहार की चुनावी लड़ाई में भाजपा कितनी गंभीर है।
चुनावी बिसात पर पूर्णिया का महत्व
पूर्णिया विधानसभा सीट और संपूर्ण सीमांचल क्षेत्र का बिहार की राजनीति में एक विशेष स्थान है। यह क्षेत्र अपनी सामाजिक-राजनीतिक जटिलताओं और जातीय समीकरणों के कारण महत्वपूर्ण माना जाता है। गृह मंत्री अमित शाह का यहाँ रोड शो करना यह साफ करता है कि भाजपा इस सीट को जीतने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक रही है। यह दौरा न केवल विजय खेमका की जीत सुनिश्चित करने पर केंद्रित था, बल्कि इसके माध्यम से आसपास की अन्य सीटों पर भी सकारात्मक प्रभाव डालने का प्रयास किया गया है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस तरह के बड़े रोड शो जनता के बीच एक मजबूत धारणा बनाते हैं, जो अंततः मतदान के दिन निर्णायक साबित हो सकती है। अमित शाह का आगमन भाजपा कार्यकर्ताओं के मनोबल को ऊँचा उठाने और उन्हें एकजुट करने का काम करता है, जो उन्हें आगामी मतदान के लिए प्रेरित करता है।
विपक्ष के लिए स्पष्ट संदेश
Bihar Politics: पूर्णिया में अमित शाह के रोड शो में उमड़े इस विशाल जनसमूह ने विपक्ष, खासकर महागठबंधन, को एक स्पष्ट संदेश दिया है। यह दर्शाता है कि एनडीए गठबंधन राज्य में अपनी पकड़ मजबूत कर रहा है और जमीनी स्तर पर जनता का व्यापक समर्थन हासिल करने में जुटा हुआ है। रोड शो की भव्यता और जनभागीदारी ने यह साबित कर दिया है कि भाजपा का ‘मिशन पूर्णिया’ अब केवल एक चुनावी नारा नहीं, बल्कि एक हकीकत बनने की दिशा में अग्रसर है। बिहार की चुनावी बिसात पर, पूर्णिया का यह शक्ति प्रदर्शन एनडीए के लिए एक बड़ा सकारात्मक मोड़ साबित हो सकता है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि यह जनसमर्थन मतों में कितना परिवर्तित हो पाता है।