समस्तीपुर में तेजस्वी यादव का राजनीतिक आक्रमण
समस्तीपुर जिले के उजियारपुर विधानसभा क्षेत्र में आज नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी ने विशाल जनसभा को संबोधित किया। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के प्रचार की शुरुआत तेजस्वी यादव ने इसी मंच से की। उन्होंने मंच से सीधे केंद्र और राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि बिहार की जनता को अब ठगने का प्रयास हो रहा है।
तेजस्वी यादव ने कहा, “प्रधानमंत्री बिहार में केवल दौरे पर आए हैं, लेकिन रोजगार देने और बेरोजगारी दूर करने का कोई प्रयास नहीं कर रहे हैं। बिहार की जनता अब ऐसे छल-कपट को बर्दाश्त नहीं करेगी।”
नीतीश कुमार पर कटाक्ष
नेता प्रतिपक्ष ने नीतीश कुमार के स्वास्थ्य और प्रशासनिक क्षमता पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि बिहार के 14 करोड़ नागरिकों के कार्यकाज को अब नीतीश कुमार स्वयं नहीं कर रहे हैं, बल्कि केंद्र सरकार और भाजपा द्वारा नियंत्रित किया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि बिहार में अपराध की बढ़ती घटनाएं और हत्या, लूट तथा बलात्कार जैसे अपराधों को देखते हुए प्रधानमंत्री और अमित शाह द्वारा जंगलराज की बात करना प्रासंगिक है।
केंद्र सरकार पर निशाना
तेजस्वी यादव ने केंद्र सरकार पर भी हमला बोलते हुए कहा कि दो गुजराती नेताओं का बिहार पर शासन करना बिहार की जनता स्वीकार नहीं करेगी। उन्होंने जोर देकर कहा, “बिहार पर बिहार का बेटा ही राज करेगा।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि एनडीए सरकार उनके विज़न की नकल करती है और अपने किसी नीति या योजना का निर्माण नहीं कर पा रही है।
भविष्य की योजनाओं की घोषणा
जनसभा में तेजस्वी यादव ने अपनी पार्टी की आगामी योजनाओं का भी खुलासा किया। उन्होंने कहा कि यदि 14 नवंबर को उनकी सरकार बनती है, तो प्रत्येक परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी। संविदा कर्मियों की नौकरियों को स्थायी किया जाएगा। माई बहन योजना के तहत प्रत्येक महिला को ₹2500 प्रतिमाह उनके बैंक खाते में सीधे जमा कराया जाएगा। इसके अतिरिक्त अन्य कल्याणकारी योजनाओं का भी उन्होंने वादा किया।
मीडिया से बातचीत
जनसभा के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा, “प्रधानमंत्री बिहार दौरे पर आए हैं, लेकिन बिहार को ठगने के लिए। जनता बेरोजगारी और भ्रष्टाचार से परेशान है। हम इस बार बिहार की जनता के लिए पूर्ण योजना और रोजगार लेकर आए हैं।”
तेजस्वी यादव की यह जनसभा न केवल 2025 विधानसभा चुनाव के प्रचार की शुरुआत है, बल्कि यह बिहार के राजनीतिक परिदृश्य में नए मोड़ का संकेत भी देती है। जनता के बीच तेजस्वी यादव के घोषणापत्र और योजनाओं का स्वागत हो रहा है। आगामी महीनों में बिहार की राजनीतिक हलचल और भी तेज होने की संभावना है।