Bihar Assembly Election 2025: बिहार चुनाव 2025, सीतामढ़ी की धरती से पीएम मोदी का विपक्ष पर करारा प्रहार
डिजिटल डेस्क, सीतामढ़ी।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे चरण के प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीतामढ़ी की पावन धरती से विपक्षी महागठबंधन, विशेषकर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता अब विकास की राह चुन चुकी है, और जंगलराज की वापसी किसी भी कीमत पर नहीं चाहती।
युवाओं और माताओं ने तय की एनडीए की जीत
प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले चरण के मतदान में बिहार की जनता ने कमाल कर दिया है। जिस तरह से भारी मतदान हुआ है, वह इस बात का प्रमाण है कि लोग एनडीए के साथ हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं और माताओं-बहनों ने इस चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाई है।
“बेटियां और बहनें जानती हैं कि एनडीए की सरकार उनके सम्मान और सुरक्षा की गारंटी है। उन्होंने जंगलराज की वापसी को ठुकरा दिया है,” प्रधानमंत्री ने कहा।
‘कट्टा और दोनाली नहीं, कंप्यूटर और किताब चाहिए’
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि बिहार के बेटे-बेटियों को कट्टा और दोनाली नहीं, बल्कि कंप्यूटर, लैपटॉप और किताब की जरूरत है।
“हमें अपने बच्चों को इंजीनियर, डॉक्टर और स्टार्टअप उद्यमी बनाना है, न कि रंगदार। कुछ लोग अपने बच्चों को मुख्यमंत्री और विधायक बनाने की साजिश रच रहे हैं, जबकि बिहार के बच्चों को अपराध की राह पर धकेलना चाहते हैं,” उन्होंने कहा।
‘कट्टा संस्कृति’ को खत्म करने का संकल्प
प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार को अब उस दौर में लौटने की जरूरत नहीं है जब भय और हिंसा का माहौल था।
उन्होंने कहा, “हम बिहार को फिर से कट्टा संस्कृति में नहीं जाने देंगे। यह धरती अब विकास, शिक्षा और रोजगार की राह पर आगे बढ़ रही है। हमारी सरकार ने बिहार के हर जिले में विकास की योजनाएं पहुंचाई हैं।”
‘जनता जनार्दन की ताकत’ पर भरोसा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बिहार की जनता ने यह तय कर लिया है कि राज्य अब विकास के मार्ग पर ही चलेगा।
“पहले चरण के मतदान ने ही बता दिया है कि जनता ने राजद को 65 वोल्ट का झटका दिया है। यह झटका इतना बड़ा है कि अब जंगलराज की बिजली बुझ चुकी है,” उन्होंने कहा।
सीता की नगरी से लिया विकास का संकल्प
Bihar Assembly Election 2025: अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने माता सीता की नगरी सीतामढ़ी का विशेष उल्लेख किया।
उन्होंने कहा, “मां सीता की धरती पर आकर मुझे अपार गर्व का अनुभव हो रहा है। इसी धरती ने हमेशा न्याय और मर्यादा का संदेश दिया है। मैं माता सीता से प्रार्थना करता हूं कि बिहार का आशीर्वाद विकास की दिशा में बना रहे।”
उन्होंने 2019 के अपने सीतामढ़ी दौरे को याद करते हुए कहा कि उसी दिन के बाद अगले सुबह उन्हें करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन के लिए पंजाब जाना था, और अगले दिन अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया था। उन्होंने कहा कि “माता सीता का आशीर्वाद ही था कि न्याय का निर्णय राम मंदिर के पक्ष में आया।”
विपक्ष पर व्यंग्य और जनता से अपील
प्रधानमंत्री मोदी ने राजद और महागठबंधन पर व्यंग्य करते हुए कहा, “जो लोग अपने परिवार को बचाने में लगे हैं, वे बिहार का भविष्य क्या बचाएंगे? यह चुनाव बिहार के भविष्य और विकास की दिशा तय करेगा।”
उन्होंने जनता से अपील की कि वे मतदान के दिन घर से निकलें और ऐसे लोगों को जवाब दें जो बिहार को पीछे ले जाना चाहते हैं।
सीतामढ़ी की जनसभा से प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार चुनाव 2025 में स्पष्ट संदेश दिया कि यह चुनाव विकास बनाम अपराध की विचारधारा के बीच की लड़ाई है। उन्होंने कहा कि बिहार को अब कट्टा नहीं, कलम की ताकत चाहिए, और जनता ने इस बदलाव का निर्णय कर लिया है।