Bihar Assembly Election 2025: बिहार में स्टार्ट-अप चाहिए, हैंड्स-अप वाले नहीं, प्रधानमंत्री मोदी का सीतामढ़ी में तीखा प्रहार
सीतामढ़ी, बिहार। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनज़र सीतामढ़ी की चुनावी सभा में विपक्ष पर करारा हमला बोला। उन्होंने जनता से संवाद करते हुए कहा कि अब बिहार को ‘हैंड्स-अप’ नहीं, बल्कि ‘स्टार्ट-अप’ की सोच चाहिए। मोदी ने कहा कि युवाओं को हथियार नहीं, बल्कि लैपटॉप और किताबें मिलनी चाहिए ताकि वे देश का भविष्य संवार सकें।
युवाओं को मिला नया संदेश: आत्मनिर्भरता और नवाचार की ओर
प्रधानमंत्री ने सभा में युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार बिहार के हर युवा को उद्यमी और आत्मनिर्भर बनाने के लिए कृतसंकल्प है। उन्होंने कहा कि आज का भारत स्टार्ट-अप इंडिया और डिजिटल इंडिया की ओर अग्रसर है, और बिहार के युवाओं को इसमें अग्रणी भूमिका निभानी चाहिए।
मोदी ने यह भी कहा कि पिछली सरकारों के दौर में उद्योग बंद हो गए थे, लेकिन अब राज्य में न केवल नई योजनाएँ बन रही हैं बल्कि निवेशकों का विश्वास भी लौट रहा है।
‘कट्टा बनाम कंप्यूटर’ की राजनीति पर वार
प्रधानमंत्री ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि जब हमारी सरकार बच्चों को लैपटॉप, किताबें और खेल उपकरण दे रही है, तब विपक्ष के नेता कट्टा और दोनाली की भाषा बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक ओर एनडीए सरकार बच्चों को डॉक्टर-इंजीनियर बनाना चाहती है, वहीं दूसरी ओर विपक्ष रंगदारी और भय की संस्कृति को बढ़ावा देना चाहता है।
मोदी ने जनता से सवाल किया, “क्या आप अपने बच्चों को अपराध की राह पर भेजना चाहेंगे या विकास की दिशा में आगे बढ़ाना चाहेंगे?”
‘जंगलराज’ पर तीखी टिप्पणी
प्रधानमंत्री ने कहा कि राजद-कांग्रेस की सरकारों में ‘जंगलराज’ हावी था, जहां हर कोई भय और असुरक्षा में जीता था। उन्होंने कहा कि उस दौर में लोगों को बंदूक की नोक पर “हैंड्स अप” करने को मजबूर किया जाता था।
उन्होंने जोड़ा कि अब बिहार बदल चुका है — यहां के लोग मेहनती हैं, युवाओं में नई ऊर्जा है और सरकार उन्हें नए अवसर देने के लिए प्रतिबद्ध है।
उद्योग और मत्स्यपालन से विकास की नई कहानी
Bihar Assembly Election 2025: प्रधानमंत्री ने बिहार के उद्योगों और मत्स्यपालन का विशेष उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि अब बिहार के मत्स्यपालक इतने सक्षम हो गए हैं कि दूसरे राज्यों को मछली भेज रहे हैं। मोदी ने कहा कि “सीतामढ़ी की मछली अब पहचान बन चुकी है। बिहार का जल और माटी दोनों ही समृद्ध हैं, बस उन्हें सही दिशा देने की ज़रूरत है।”
उन्होंने यह भी कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य ने विकास की राह पकड़ी है, और केंद्र सरकार इस विकास यात्रा को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है।
बिहार के भविष्य की दिशा
प्रधानमंत्री ने सभा के अंत में कहा कि आने वाला बिहार ऐसा होना चाहिए जहाँ हर युवक के पास रोजगार हो, हर किसान को सम्मान मिले और हर महिला सुरक्षित महसूस करे। उन्होंने जनता से अपील की कि वे ऐसी सरकार को चुनें जो विकास का प्रतीक हो, न कि डर और भ्रष्टाचार का। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सीतामढ़ी भाषण न केवल विपक्ष पर तीखा प्रहार था, बल्कि यह बिहार के युवाओं और उद्यमियों के लिए एक स्पष्ट संदेश भी था — अब बिहार को “हैंड्स-अप” नहीं, “स्टार्ट-अप” की दिशा में आगे बढ़ना है।