प्रमुख उद्देश्य और पृष्ठभूमि
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दृष्टिगत मतदान की प्रक्रिया को सुचारू और प्रभावी बनाने के लिए सीतामढ़ी जिला प्रशासन द्वारा विशेष जागरूकता अभियान शुरू किया गया है। पिछले लोकसभा चुनाव में कुछ क्षेत्रों में मतदान प्रतिशत अत्यंत कम रहा था। विशेष रूप से 225 बूथों पर मतदान का आंकड़ा चिंताजनक स्तर पर था। इसे ध्यान में रखते हुए इस वर्ष की योजना बनाई गई कि सभी बूथों पर शत-प्रतिशत मतदान सुनिश्चित किया जाए।
इस दिशा में जिला प्रशासन ने ‘स्मार्ट वोटिंग अवेयरनेस प्रोग्राम’ यानी स्वीप (SVEEP – Systematic Voters’ Education and Electoral Participation) के माध्यम से जागरूकता रथ का आयोजन किया है। यह रथ उन क्षेत्रों में पहुंच रहा है जहां मतदान प्रतिशत 45 प्रतिशत से कम रहा था।
हरी झंडी दिखाकर डीएम ने किया रवाना
सीतामढ़ी के जिलाधिकारी श्री रिची पांडे ने आज सुबह जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया। इस अवसर पर डीएम ने कहा कि लोकतंत्र की मजबूती मतदाता जागरूकता पर निर्भर करती है। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे अपने मताधिकार का प्रयोग अवश्य करें और अन्य लोगों को भी मतदान के लिए प्रेरित करें।
रथ के माध्यम से जागरूकता अभियान की विशेषताएँ
जागरूकता रथ में विभिन्न प्रकार की शैक्षिक और सूचना सामग्री शामिल है। इसमें मतदाता पंजीकरण, मतदान की प्रक्रिया, ईवीएम और वीवीपैट का प्रयोग, तथा चुनाव में निष्पक्ष भागीदारी के महत्व पर विशेष जोर दिया गया है। रथ में वीडियो स्क्रीन, ब्रोशर और प्रायोगिक मॉडल के माध्यम से लोगों को सीधे मतदान की प्रक्रिया समझाई जा रही है।
रथ के कर्मचारी और स्वयंसेवी स्थानीय नागरिकों से संवाद कर उन्हें मतदान के महत्व के प्रति जागरूक कर रहे हैं। साथ ही, विशेष स्थानीय भाषाओं और सरल शब्दों में मतदान प्रक्रिया की जानकारी दी जा रही है, ताकि हर वर्ग के नागरिक इस अभियान से लाभान्वित हो सकें।
मतदान में वृद्धि की दिशा में प्रशासनिक प्रयास
सीतामढ़ी जिला प्रशासन ने बताया कि केवल जागरूकता अभियान ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि मतदान केंद्रों तक पहुँच को आसान बनाना भी जरूरी है। इसलिए प्रशासन ने क्षेत्रीय परिवहन सुविधा बढ़ाने, बूथों पर हेल्प डेस्क और सहायता केंद्र स्थापित करने का भी निर्णय लिया है।
जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि यह अभियान चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुरूप चलाया जा रहा है और इसमें सभी राजनीतिक दलों का सहयोग अपेक्षित है। उनका कहना है कि लोकतंत्र के संवर्धन के लिए मतदान को एक सामाजिक जिम्मेदारी के रूप में देखा जाना चाहिए।
आम नागरिकों की भागीदारी और प्रतिक्रिया
स्थानीय नागरिकों ने जागरूकता रथ को सकारात्मक पहल के रूप में स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि इस तरह की गतिविधियों से लोग मतदान की प्रक्रिया और महत्व को समझ पाएंगे। कुछ युवाओं ने रथ के साथ स्वयंसेवक बनकर लोगों को मतदान के लिए प्रोत्साहित करने का संकल्प लिया।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस प्रकार के सक्रिय और व्यवस्थित अभियान से न केवल मतदान प्रतिशत में वृद्धि होगी, बल्कि मतदाता समाज में लोकतांत्रिक चेतना भी मजबूत होगी।
निष्कर्ष
सीतामढ़ी जिला प्रशासन का यह कदम चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता और सक्रिय नागरिक भागीदारी को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगा। जागरूकता रथ के माध्यम से हर नागरिक को मतदान के महत्व का सटीक संदेश दिया जा रहा है, जिससे बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में शत-प्रतिशत मतदान का लक्ष्य हासिल करना सम्भव हो सके।
इस प्रकार, जागरूकता रथ सिर्फ एक अभियान नहीं, बल्कि लोकतंत्र की मजबूती का प्रतीक बनकर उभरा है।