Bihar Elections: अखिलेश यादव का सिवान में हमला — “एनडीए गप्पू सरकार, बिहार की जनता अब बदलाव के मूड में”
सिवान जिले के रघुनाथपुर में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने महागठबंधन प्रत्याशी ओसामा शहाब के समर्थन में जनसभा की। उन्होंने एनडीए पर महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के मुद्दों पर जमकर निशाना साधा। योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए कहा — “एक रंगा पड़ोसी बहुरंगी लोगों को पसंद नहीं करता।” सभा में उन्होंने दावा किया कि “बिहार में बदलाव की हवा चल पड़ी है।”
रघुनाथपुर में उमड़ा जनसैलाब, अखिलेश के नारों से गूंजा मैदान
सिवान/रघुनाथपुर। बिहार विधानसभा चुनाव के माहौल में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव रविवार को सिवान जिले के रघुनाथपुर विधानसभा क्षेत्र पहुंचे।
यहां उन्होंने महागठबंधन समर्थित उम्मीदवार ओसामा शहाब — जो पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन के पुत्र हैं — के पक्ष में वोट की अपील की।
सभा में उमड़ी भारी भीड़ के बीच अखिलेश यादव ने कहा कि “यह भीड़ बिहार में बदलाव का संकेत है। जनता अब गप्प और बहाने नहीं, काम और जवाबदेही चाहती है।”
“एनडीए सरकार गप्पू सरकार बन चुकी है”
अखिलेश यादव ने मंच से एनडीए पर हमला बोलते हुए कहा,
“यह सरकार महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार से घिरी है। ये सरकार काम की नहीं, गप्पू सरकार बन चुकी है, जो जनता को सिर्फ झूठे वादों और प्रचार से भरमाती है।”
उन्होंने आगे कहा कि “केंद्र से लेकर राज्य तक जनता ने इनसे बहुत उम्मीदें की थीं, लेकिन बदले में मिला सिर्फ गैस सिलेंडर के दामों में आग, नौकरियों पर रोक और किसानों की उपेक्षा।”
योगी आदित्यनाथ पर व्यंग्य — “एक रंगा पड़ोसी बहुरंगी लोगों को नहीं पसंद”
अखिलेश यादव ने अपने संबोधन में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी कटाक्ष किया।
उन्होंने कहा, “एक पड़ोसी आए थे जो ‘एक रंगा’ हैं, उन्हें ‘बहुरंगी’ लोग पसंद नहीं आते। बिहार की जनता की खासियत यही है कि यहां हर रंग, हर संस्कृति और हर विचार को सम्मान मिलता है। यह विविधता ही बिहार की ताकत है, और इसी विविधता से बदलाव आएगा।”
सभा में लोगों ने इस बयान पर तालियों की गड़गड़ाहट से स्वागत किया।
किसानों की बदहाली और रोजगार पर सरकार को घेरा
अखिलेश यादव ने कहा कि किसानों की हालत दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि “धान की कीमत किसानों को नहीं मिल रही है, और सरकार ने अमेरिका से समझौता कर लिया है। अब न किसानों को लाभ है, न उपज का ठिकाना पता चल रहा है। सरकार की नीतियाँ किसानों को कर्ज और निराशा की ओर धकेल रही हैं।”
उन्होंने युवाओं से कहा कि “आज बेरोजगारी अपने चरम पर है। सरकार सिर्फ कागज़ी योजनाएँ बनाती है, ज़मीनी हकीकत बदलने की नीयत नहीं रखती।”
महागठबंधन के नेताओं की मौजूदगी और एकजुटता का संदेश
सभा में सपा और महागठबंधन के कई नेता मौजूद रहे — जिनमें सिवान के प्रत्याशी अवध बिहारी चौधरी, दरौदा से अमरनाथ यादव, और विधायक हरिशंकर यादव शामिल थे।
सभी नेताओं ने एकजुट होकर मंच से जनता से अपील की कि “अब बिहार को गप्पू सरकार से छुटकारा दिलाने का समय आ गया है।”
“बिहार में चल पड़ी है बदलाव की हवा”
अपने संबोधन के अंत में अखिलेश यादव ने कहा,
“बिहार में बदलाव की हवा चल पड़ी है। अब जनता जाति, धर्म और छलावे की राजनीति से ऊपर उठ रही है। महागठबंधन ही सच्चे विकास, शिक्षा और रोजगार की राजनीति लेकर आया है।”
उन्होंने कहा कि “समाजवादी पार्टी महागठबंधन के साथ मिलकर बिहार में एक नई दिशा और नई सोच देने के लिए प्रतिबद्ध है।”
अखिलेश यादव की सिवान यात्रा ने बिहार की चुनावी राजनीति में नई हलचल पैदा की है।
उनका “गप्पू सरकार” वाला बयान सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है।
महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर केंद्र और राज्य सरकार दोनों पर हमला बोलते हुए उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया कि समाजवादी पार्टी अब बिहार की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए तैयार है।
रघुनाथपुर की सभा ने यह संकेत दिया कि महागठबंधन अब सिवान समेत पूरे बिहार में अपनी उपस्थिति को मजबूत करने में जुटा है।