मूक-बधिर बच्चों ने लोकतंत्र को सशक्त बनाने का संदेश दिया
सिवान शहर के राजवंशी नगर स्थित पुलिस अधीक्षक आवास के समीप सेवा समर्पण संस्थान द्वारा संचालित रॉयल डेफ पब्लिक स्कूल में हाल ही में दीपोत्सव एवं मतदान उत्सव का आयोजन किया गया। यह आयोजन केवल एक सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं था, बल्कि यह मूक-बधिर बच्चों द्वारा लोकतंत्र के प्रति जागरूकता फैलाने का अनूठा प्रयास भी था। बच्चों ने रंगोली, दीप सजावट और कला के माध्यम से एक संदेश दिया कि लोकतंत्र में हर मतदाता की भागीदारी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
इस अवसर पर बच्चों ने अराध्या चित्र कला के प्रशिक्षकों के मार्गदर्शन में शानदार दीप और आकर्षक रंगोली बनाई। रंग-बिरंगी रंगोली में लोकतंत्र, मतदान और हर नागरिक के अधिकार को उजागर करने वाले चित्र और प्रतीक दिखाए गए। बच्चों की इस सृजनात्मकता ने उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया और लोकतंत्र के महत्व को याद दिलाया।
बच्चों ने दी मतदान का संदेश
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य 6 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में हर मतदाता को मतदान के लिए प्रेरित करना था। बच्चों ने उपस्थित दर्शकों को यह स्पष्ट संदेश दिया कि मतदान केवल एक अधिकार नहीं, बल्कि लोकतंत्र की मजबूत नींव है। इस अवसर पर बच्चों ने छोटे पटाखों का सुरक्षित रूप से प्रदर्शन किया और हल्के धुएँ वाले पटाखों के साथ रंग-बिरंगी रोशनी से कार्यक्रम को और भी जीवंत बनाया।
समाजसेवी और शिक्षकों की मौजूदगी
कार्यक्रम में लायन पवन गुप्ता, डॉ. फैजल महमूद, प्राचार्या संगीता कुमारी और शिक्षिका रितिका सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। बच्चों की इस पहल की सराहना करते हुए समाजसेवकों और शिक्षकों ने कहा कि मूक-बधिर बच्चों का यह प्रयास समाज में एक प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत करता है।
विद्यालय के संस्थापक और सेवा समर्पण संस्थान के अध्यक्ष अरविंद जी ने कहा कि जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों में 6 नवंबर को मतदान होना है। उन्होंने बताया कि बच्चों द्वारा दी गई यह संदेश लोकतंत्र को मजबूत बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने आगे कहा – “लोकतंत्र की मजबूत आवाज है मतदान, हर कोई मतदान करे और मतदाता उत्सव मनाए।”
हकला के माध्यम से सामाजिक संदेश
इस आयोजन में बच्चों ने कला का प्रयोग केवल सजावट तक सीमित नहीं रखा, बल्कि इसे सामाजिक जागरूकता का माध्यम बनाया। दीपों और रंगोली के माध्यम से बच्चों ने मतदान के महत्व, लोकतांत्रिक अधिकारों और समाज में सकारात्मक योगदान देने का संदेश दिया। इससे यह स्पष्ट हुआ कि कला केवल मनोरंजन का साधन नहीं है, बल्कि यह समाज में जागरूकता फैलाने का शक्तिशाली माध्यम भी बन सकती है।
मिठाइयों और आनंद का माहौल
कार्यक्रम के अंत में बच्चों को मिठाइयाँ वितरित की गईं। हल्के धुएँ और आवाज वाले सुरक्षित पटाखों के माध्यम से बच्चों ने अपने उत्साह को व्यक्त किया और उपस्थित लोगों में भी उत्सव का माहौल बना। इस प्रकार यह कार्यक्रम न केवल सांस्कृतिक दृष्टि से सफल रहा, बल्कि लोकतंत्र और मतदान के प्रति जागरूकता फैलाने में भी अत्यंत प्रभावी साबित हुआ।
मूक-बधिर बच्चों द्वारा आयोजित यह दीपोत्सव और मतदान उत्सव समाज में सकारात्मक संदेश फैलाने का प्रेरक उदाहरण है। बच्चों की कला और सृजनात्मकता ने दर्शकों को यह याद दिलाया कि लोकतंत्र में हर मतदाता की भागीदारी अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस प्रकार, रॉयल डेफ पब्लिक स्कूल और सेवा समर्पण संस्थान ने यह दिखाया कि सामाजिक जागरूकता और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का संयोजन कितनी प्रभावशाली भूमिका निभा सकता है।