सिवान में बुजुर्ग की पीट-पीटकर हत्या से गाँव में फैला शोक
सिवान जिले के एम.एच. नगर थाना क्षेत्र के लहेजी गांव में शनिवार की रात 58 वर्षीय निजामुद्दीन खान की निर्मम हत्या से पूरा गांव स्तब्ध है। स्थानीय लोग और परिजन इस दर्दनाक घटना से गहरे सदमे में हैं। मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, और पूरे गांव में आक्रोश और चिंता का माहौल है।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने बढ़ाया विश्वास
थानाध्यक्ष रूपेश कुमार ने बताया कि अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए तुरंत एक विशेष टीम का गठन किया गया। इस टीम ने मात्र 48 घंटों में हत्या में शामिल सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की इस तेज और प्रभावशाली कार्रवाई से न केवल परिजनों का दुख कम हुआ, बल्कि स्थानीय लोगों के बीच प्रशासन और कानून व्यवस्था पर भरोसा भी मजबूत हुआ।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान
पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों की पहचान इस प्रकार की है:
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सागर (बंगाल निवासी)
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अरमान खान उर्फ बाबू खान (पुत्र – याकूब खान, निवासी लहेजी)
थानाध्यक्ष ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पुराना विवाद हत्या की मुख्य वजह माना जा रहा है। फिलहाल, दोनों आरोपियों से गहन पूछताछ जारी है।
हत्या के पीछे के कारणों की पड़ताल
स्थानीय लोगों के अनुसार, मृतक निजामुद्दीन खान और आरोपियों के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था। पुलिस ने बताया कि यह विवाद किसी संपत्ति या पारिवारिक झगड़े से संबंधित हो सकता है। इस घटना ने गांव के लोगों में डर और असुरक्षा की भावना पैदा कर दी है।
पुलिस की उपलब्धि और स्थानीय प्रतिक्रिया
थानाध्यक्ष रूपेश कुमार ने मीडिया से बातचीत में कहा कि “इस तरह की घटनाओं में त्वरित कार्रवाई अत्यंत महत्वपूर्ण है। हम सुनिश्चित करेंगे कि न्याय सुनिश्चित हो और अपराधियों को सख्त सजा मिले।”
स्थानीय लोग पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई की सराहना कर रहे हैं। कई ग्रामीणों ने कहा कि “अगर पुलिस इतनी तेजी से कार्रवाई न करती, तो हम नहीं जानते यह विवाद और कितना बढ़ जाता।”
सिवान में इस दुखद घटना ने एक बार फिर स्थानीय प्रशासन और पुलिस की तत्परता की आवश्यकता को रेखांकित किया है। हत्या के मामलों में त्वरित और प्रभावशाली कार्रवाई से न केवल अपराधियों को न्याय के कठघरे में लाया जा सकता है, बल्कि समाज में कानून और व्यवस्था के प्रति विश्वास भी बढ़ाया जा सकता है।
इस मामले में अब पुलिस की निगरानी और गहन पूछताछ जारी है, ताकि पूरी सच्चाई सामने आ सके और दोषियों को उचित सजा मिले।