सीवान में मतगणना के प्रथम चरण के परिणामों ने बदला राजनीतिक समीकरण
सदर सीट पर राजद प्रत्याशी की प्रारंभिक बढ़त
सीवान जिले की सदर विधानसभा सीट पर मतगणना के प्रथम दौर के परिणाम सामने आते ही राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है। शुरुआती रुझानों में राजद के उम्मीदवार अवध बिहारी चौधरी ने 191 मतों की बढ़त प्राप्त की है। यह बढ़त भले ही बहुत बड़ी न दिखे, परन्तु शुरुआती चरणों में इस प्रकार का अंतर कई बार अंतिम परिणाम की दिशा तय करने में महत्वपूर्ण सिद्ध होता है।
स्थानीय मतदाताओं के बीच चर्चा है कि इस चुनाव में सदर सीट पर मुकाबला बेहद रोचक बना हुआ है और प्रत्येक चरण की गिनती नई तस्वीर सामने लाएगी। राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि सदर सीट पर सामाजिक समीकरण हमेशा से निर्णायक भूमिका निभाते आए हैं, और इस बार भी वही परंपरा कायम दिखाई देती है। राजद की बढ़त से पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह देखा जा रहा है, वहीं विपक्षी खेमों में सतर्कता बढ़ गई है।

दरौली सीट पर लोजपा प्रत्याशी को मिली मजबूत शुरुआत
सीवान जिले की ही दरौली विधानसभा सीट से मिले प्रथम दौर के रुझान लोजपा के लिए सकारात्मक साबित हुए हैं। पार्टी प्रत्याशी विष्णु देव पासवान ने मतगणना के शुरुआती दौर में 915 मतों की बढ़त हासिल कर वातावरण में उत्साह भर दिया है। यह बढ़त, सदर सीट के विपरीत, काफी स्पष्ट है और यह संकेत भी देती है कि चुनाव प्रचार के दौरान लोजपा द्वारा की गई जनसंपर्क रणनीति स्थानीय स्तर पर सफल होती दिखाई दे रही है।
विश्लेषकों का कहना है कि दरौली सीट पर दलित और पिछड़े समुदायों की प्रभावी उपस्थिति हमेशा से चुनावी परिणामों को प्रभावित करती रही है। विष्णु देव पासवान की बढ़त इसी सामाजिक आधार का प्रतिबिंब मानी जा रही है। हालांकि, राजनीतिक पंडित यह भी मानते हैं कि मतगणना के अंतिम चरण आने तक तस्वीर में कई बदलाव संभव हैं।
मतगणना केंद्रों पर सुरक्षा और व्यवस्था चाक-चौबंद
सीवान जिले के दोनों प्रमुख विधानसभा क्षेत्रों में मतगणना के लिए विस्तृत सुरक्षा व्यवस्था की गई है। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक की संयुक्त निगरानी में मतगणना कार्य संपन्न हो रहा है। मतगणना केंद्रों के अंदर और बाहर सुरक्षा बलों की कई टुकड़ियाँ तैनात हैं, ताकि किसी प्रकार की अव्यवस्था या अनियंत्रित भीड़ न उत्पन्न हो।
केंद्रों के बाहर राजनीतिक दलों के समर्थकों की भीड़ जुटी है, परन्तु प्रशासनिक निर्देशों के अनुसार कड़े प्रतिबंध के चलते भीड़ को नियंत्रित रखा गया है। मतगणना केंद्रों के भीतर मीडिया प्रतिनिधियों की भी सीमित संख्या को अनुमति दी गई है, ताकि मतदान प्रक्रिया की पारदर्शिता बनी रहे।
राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया और बदलते समीकरण
प्रथम दौर के परिणामों ने राजनीतिक दलों के भीतर मिश्रित प्रतिक्रिया उत्पन्न की है। राजद के स्थानीय नेताओं ने सदर सीट पर मिली बढ़त को जनता के विश्वास का परिणाम बताया है। दूसरी ओर, लोजपा के कार्यकर्ताओं ने विष्णु देव पासवान की बढ़त को उनकी व्यक्तिगत लोकप्रियता और पार्टी की नीतियों की स्वीकृति का संकेत बताया है।
भाजपा और कांग्रेस, दोनों ही दलों ने शुरुआती परिणामों को अंतिम नहीं माना है और मतगणना के आगे के चरणों पर निगाह बनाए रखी है। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि दोनों सीटों पर अंतिम परिणाम आने से पहले कई उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं।
अंतिम परिणाम तक उत्सुकता बरकरार
मतगणना के आगे बढ़ने के साथ ही दोनों सीटों पर राजनीतिक तापमान और बढ़ने की उम्मीद है। सीवान जिले की राजनीतिक पहचान हमेशा से संघर्षपूर्ण और प्रतिस्पर्धात्मक रही है, इसलिए अंतिम परिणाम तक उत्सुकता चरम पर रहने की संभावना है।
सदर और दरौली दोनों ही सीटें इस बार जिले में सत्ता-समीकरण को प्रभावित करेंगी। इसलिए सभी दल और मतदाता अंतिम घोषणा तक अपनी निगाहें केंद्रित रखे हुए हैं।