तेज प्रताप यादव ने जनशक्ति जनता दल को 38 जिलों तक किया मजबूत, बोले – “परिवारवाद नहीं, जनवाद होगा”
बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही सभी राजनीतिक दलों में हलचल तेज हो गई है।
इसी कड़ी में जनशक्ति जनता दल (JJD) के संस्थापक और बिहार सरकार के पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने पटना स्थित अपने सरकारी आवास पर एक विशेष बैठक बुलाई, जिसमें उन्होंने पार्टी के 38 जिलों में नए जिला अध्यक्षों की नियुक्ति की।
Bihar Breaking:
🚨 Tej Pratap Yadav announces district presidents for all 38 districts in Bihar under Janshakti Janata Dal. Says “No family politics, never returning to RJD.” pic.twitter.com/k07NtUeaMY— Rashtra Bharat (@RBharatdigital) October 7, 2025
इस मौके पर तेज प्रताप यादव ने संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करने का संकल्प दोहराते हुए कहा कि पार्टी “जनशक्ति की होगी, परिवार की नहीं।”
38 जिलों में जिला अध्यक्ष, 20 उपाध्यक्ष और 3 प्रमंडल प्रभारी नियुक्त
बैठक में तेज प्रताप यादव ने बिहार के 38 जिलों में जिला अध्यक्षों की घोषणा की।
इसके साथ ही उन्होंने 20 उपाध्यक्ष पदों पर नियुक्तियाँ कीं और 3 प्रमंडलों के लिए प्रभारी बनाए।
पार्टी संगठन को और सशक्त बनाने के लिए 10 जिला सचिवों को भी मनोनीत किया गया।
तेज प्रताप ने कहा कि जनशक्ति जनता दल अब पूरे बिहार में अपनी पकड़ मजबूत करेगा।
उन्होंने कहा, “हमारी लड़ाई आर्य पर, शिक्षा, रोज़गार और जनहित के मुद्दों पर है। हम किसी भी कीमत पर पीछे नहीं हटेंगे।”
Bihar Chunav:
तेज प्रताप यादव ने 38 जिलों में जिला अध्यक्षों की घोषणा की, कहा – जनशक्ति जनता दल में नहीं होगा परिवारवाद, कभी नहीं लौटेंगे आरजेडी में#BiharElection2025 #BiharElections2025 #tejpratapyadav pic.twitter.com/ntxBk4ZwTr— Rashtra Bharat (@RBharatdigital) October 7, 2025
बिहार गठबंधन में 6 दल शामिल, 8 अक्टूबर को उम्मीदवारों की घोषणा
तेज प्रताप यादव ने बताया कि अब तक 6 राजनीतिक दलों को मिलाकर बिहार में एक नया गठबंधन तैयार किया गया है।
उन्होंने कहा कि 8 अक्टूबर को जनशक्ति जनता दल अपने कई प्रत्याशियों के नामों की घोषणा करेगा।
पार्टी अध्यक्ष ने यह भी कहा कि “जनता का जनादेश ही सर्वोपरि है, जनता से बड़ा कोई नहीं।”
“गीता की कसम खाकर कहता हूँ, कभी नहीं लौटूंगा आरजेडी में”
तेज प्रताप यादव ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए दो टूक कहा कि वे किसी कीमत पर आरजेडी में वापसी नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा, “मैं गीता की कसम खाता हूँ कि मैं कभी राजद में नहीं लौटूंगा। मैं अपने संगठन को इतना मजबूत बनाऊंगा कि जनशक्ति जनता दल बिहार में एक बड़ी ताकत बनकर उभरे।”
उन्होंने आगे कहा, “मैं जो बोलता हूँ, वो करता हूँ। झूठ बोलना मेरी आदत नहीं है। सत्ता में आएं या नहीं, हमारा उद्देश्य जनता की सेवा करना है।”
“जनशक्ति जनता दल में नहीं होगा परिवारवाद”
तेज प्रताप यादव ने स्पष्ट कहा कि “जनशक्ति जनता दल” में किसी भी रूप में परिवारवाद की अनुमति नहीं होगी।
उन्होंने कहा, “हम पर आरोप लगाया जाता है कि हमारी पार्टी परिवारवाद से ग्रसित है, लेकिन मैं साफ कर देना चाहता हूँ कि जनशक्ति जनता दल में हर कार्यकर्ता को उसकी मेहनत और समर्पण के आधार पर सम्मान मिलेगा।”
मदन सिंह यादव ने बताया पार्टी का लक्ष्य
जनशक्ति जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष मदन सिंह यादव ने कहा कि पार्टी का मुख्य लक्ष्य बिहार से बेरोजगारी और पलायन को समाप्त करना है।
उन्होंने कहा, “बिहार की एनडीए और केंद्र सरकार ने राज्य को बेरोजगारी और पिछड़ेपन की राह पर धकेला है।
हमारा संकल्प है कि शिक्षा, उद्योग और रोजगार के क्षेत्र में बिहार को आत्मनिर्भर बनाएं।”
चुनावी ऐलान के बाद बढ़ी हलचल
चुनाव आयोग द्वारा बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद, तेज प्रताप यादव की सक्रियता ने राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है।
उन्होंने संगठन के हर जिले में जिम्मेदारियां बांट दी हैं और जमीनी स्तर पर पार्टी कार्यकर्ताओं को एकजुट करने की मुहिम शुरू कर दी है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यदि जनशक्ति जनता दल और उसका बिहार गठबंधन सभी 243 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी उतारता है, तो यह महागठबंधन और एनडीए दोनों के वोट बैंक में सेंध लगा सकता है।
आगे की रणनीति पर नज़र
तेज प्रताप यादव अब आगामी 8 अक्टूबर को उम्मीदवारों की सूची जारी करेंगे, जिससे चुनावी तस्वीर और स्पष्ट होगी।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, तेज प्रताप खुद कई जिलों में प्रचार अभियान की कमान संभालेंगे।
उनका उद्देश्य है कि “जनशक्ति जनता दल” को बिहार में एक वैकल्पिक जनआंदोलन के रूप में स्थापित किया जाए।
तेज प्रताप यादव ने स्पष्ट कर दिया है कि उनका लक्ष्य सत्ता नहीं बल्कि संगठन की मजबूती है।
38 जिलों में नियुक्तियाँ और परिवारवाद के खिलाफ बयान ने बिहार की राजनीति में नई बहस छेड़ दी है।
अब देखना यह होगा कि जनशक्ति जनता दल आगामी चुनाव में कितना प्रभाव दिखा पाता है और तेज प्रताप यादव अपने इस नए राजनीतिक अध्याय को किस मुकाम तक ले जाते हैं।