ननकी राम कंवर को रोककर हाउस अरेस्ट करना सरकार की तानाशाही
रायपुर। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने छत्तीसगढ़ सरकार पर आरोप लगाया कि वरिष्ठ भाजपा नेता ननकी राम कंवर को उनके धरना स्थल तक पहुंचने से रोककर हाउस अरेस्ट करना पूरी तरह तानाशाही है। यह घटना राज्य में प्रशासनिक अराजकता और सरकारी दमन की गंभीर चेतावनी मानी जा रही है।
भाजपा नेताओं के साथ हो रही प्रताड़ना और आम आदमी पर प्रभाव
दीपक बैज ने कहा कि ननकी राम कंवर ने अपने जिले के कलेक्टर और प्रशासनिक अमले की अराजकता, भ्रष्टाचार और मनमानी को लेकर मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था।
उन्होंने सवाल उठाया, “जब इतने वरिष्ठ नेता की सुनवाई नहीं हो रही, तो आम आदमी की स्थिति कैसी होगी?”
बैज ने कहा कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने पत्र के मुद्दों को संज्ञान में लिया था, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ यह हाल है, तो आम नागरिकों का सरकारी तंत्र में सामना कैसे होगा, इसका अनुमान लगाया जा सकता है।
प्रशासनिक तंत्र और डीएमएफ फंड का कथित दुरुपयोग
ननकी राम कंवर ने आरोप लगाया कि कलेक्टर डीएमएफ फंड का दुरुपयोग कर व्यक्तिगत लाभ ले रहे हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि वरिष्ठ नेता द्वारा मुख्यमंत्री को लिखे गए पत्र का कोई निराकरण नहीं होना सरकार और प्रशासन की कमजोरी को दर्शाता है।
बैज ने यह भी कहा कि ननकी राम कंवर अकेले नहीं हैं। पहले भाजयुमो के पूर्व अध्यक्ष आदिवासी नेता रवि भगत ने भी नौकरशाही और मंत्रियों की मनमानी को उजागर किया था।
पूरे प्रदेश में प्रशासनिक अराजकता
दीपक बैज ने कहा कि ननकी राम कंवर ने तो केवल एक जिले के कलेक्टर की शिकायत की है, लेकिन पूरे प्रदेश में यही हालात हैं।
उन्होंने यह भी जोड़ा कि पिछले एक साल में राज्य में काम करने की संस्कृति समाप्त हो गई है और आम आदमी को रोज़मर्रा के कार्यों के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं।