Delhi Airport Flight Delay: एटीसी प्रणाली में आई तकनीकी विफलता
इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा देश का सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है, जहां प्रतिदिन 1,500 से अधिक उड़ानें आती-जाती हैं। एयरपोर्ट पर हुए तकनीकी व्यवधान के कारण न केवल दिल्ली के भीतर, बल्कि उत्तरी भारत के अन्य क्षेत्रों में भी उड़ानों का संचालन प्रभावित हुआ। इंडिगो, एयर इंडिया, स्पाइसजेट और अकासा एयर जैसी प्रमुख एयरलाइंस ने यात्रियों को देरी की जानकारी दी।
एयर इंडिया के प्रवक्ता ने कहा कि तकनीकी विफलता के कारण यात्रियों को लंबा इंतजार करना पड़ा और हवाई अड्डे पर असुविधा उत्पन्न हुई। स्पाइसजेट और अकासा एयर ने भी उड़ान विलंब की पुष्टि की।
तकनीकी विफलता के कारण और समाधान
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने स्पष्ट किया कि AMSS सिस्टम में समस्या आई थी, जो कि एयर ट्रैफिक कंट्रोल डेटा का संचालन सुनिश्चित करता है। नियंत्रकों को अब मैन्युअल रूप से उड़ानों की निगरानी करनी पड़ रही है। तकनीकी टीम तुरंत समस्या का समाधान कर रही है और उड़ानों के सामान्य संचालन को बहाल करने का प्रयास कर रही है।
डायल ने यात्रियों और एयरलाइंस से धैर्य रखने का अनुरोध किया। अधिकारियों के अनुसार, सिस्टम बहाल होने में तीन से चार घंटे का समय लग सकता है।
Passenger Advisory issued at 08:34 Hours#DelhiAirport #PassengerAdvisory #DELAdvisory pic.twitter.com/ckfpibIazv
— Delhi Airport (@DelhiAirport) November 7, 2025
एयरलाइंस और यात्रियों की प्रतिक्रिया
इंडिगो ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर बताया कि तकनीकी समस्या के कारण उड़ान संचालन में देरी हो रही है। एयर इंडिया और स्पाइसजेट ने भी इसी प्रकार की जानकारी साझा की। यात्रियों ने लंबी कतारों और फ्लाइट विलंब के कारण असुविधा जताई। कई यात्रियों ने सोशल मीडिया पर अपनी परेशानियों की चर्चा की।
अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि तकनीकी विफलता के बावजूद सुरक्षा और नियंत्रण प्रणाली पूरी तरह से कार्यरत है। सभी संबंधित एजेंसियां समस्या के समाधान में लगी हैं और जल्द ही उड़ानों का सामान्य संचालन बहाल कर दिया जाएगा।
भविष्य में ऐसी समस्याओं से निपटने के उपाय – Delhi Airport Flight Delay
विशेषज्ञों का मानना है कि हवाई अड्डे पर ऐसी तकनीकी विफलताओं से निपटने के लिए बैकअप सिस्टम की महत्वपूर्ण आवश्यकता है। एटीसी सिस्टम और AMSS में नियमित निगरानी तथा तकनीकी सुधार से इस प्रकार की समस्याओं की पुनरावृत्ति को कम किया जा सकता है।
डायल और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए तकनीकी प्रशिक्षण और आपातकालीन प्रक्रियाओं को मजबूत करने की दिशा में कदम उठाने का आश्वासन दिया।
यह समाचार पीटीआई(PTI) के इनपुट के साथ प्रकाशित किया गया है।