दिल्ली की हवा फिर जहरीली, AQI 346 पार
Delhi AQI: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर एक बार फिर खतरनाक सीमा पार कर गया है। 10 नवंबर को वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 346 तक पहुंच गया, जबकि कई मॉनिटरिंग स्टेशनों पर यह 400 से अधिक दर्ज किया गया। विशेषज्ञों के अनुसार, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में पराली जलाने के बढ़ते मामलों के कारण दिल्ली-एनसीआर की हवा गंभीर श्रेणी में पहुंच गई है।
इंडिया गेट पर ‘स्वच्छ हवा’ की मांग, सैकड़ों लोग सड़कों पर
9 नवंबर को सैकड़ों लोग #SwachhHawaAbhiyan के तहत इंडिया गेट पर एकत्र हुए और सरकार से “ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP)” को सख्ती से लागू करने की मांग की। प्रदर्शन में कई परिवार और पर्यावरण कार्यकर्ता शामिल हुए। पुलिस ने प्रदर्शन को अनधिकृत बताते हुए दर्जनों लोगों को हिरासत में लिया, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे।
Air pollution is NOT a Delhi issue
Kejriwal couldn’t solve it, neither can Rekha Gupta because area wise, Delhi is less than 2% of North India.
– Stubble burning is happening in Punjab, Haryana, Uttar Pradesh, Madhya Pradesh
– Coal power plants are operating, violating…— Dhruv Rathee (@dhruv_rathee) November 10, 2025
BJP बनाम AAP: आरोप-प्रत्यारोप का दौर
प्रदूषण पर राजनीति भी तेज हो गई है। भाजपा नेताओं ने आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार पर आरोप लगाया कि उसने दिल्ली में प्रदूषण नियंत्रण के उपायों को लेकर पर्याप्त कदम नहीं उठाए। वहीं, AAP ने पलटवार करते हुए कहा कि केंद्र सरकार पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने पर नियंत्रण नहीं कर पा रही, जिसके कारण दिल्ली की हवा जहरीली हो रही है।
Delhi AQI: लागू किए गए GRAP स्टेज-2 प्रतिबंध
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) की रिपोर्ट के बाद केंद्र सरकार ने ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान के दूसरे चरण को सक्रिय कर दिया है। इसके तहत दिल्ली में कई उपाय लागू किए गए हैं, जिनमें निर्माण गतिविधियों पर रोक, पुराने डीज़ल वाहनों पर प्रतिबंध और सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देना शामिल है।
विशेषज्ञों की चेतावनी: हालात और बिगड़ सकते हैं
Delhi AQI: पर्यावरण विशेषज्ञों का कहना है कि अगले कुछ दिनों में मौसम की स्थिति अनुकूल न होने पर प्रदूषण स्तर और बढ़ सकता है। दिल्ली-एनसीआर में हवा की गति धीमी होने से प्रदूषक कण वातावरण में फंस जाते हैं। विशेषज्ञों ने सरकार से अपील की है कि वह राज्यों के साथ समन्वय बढ़ाए ताकि पराली जलाने पर प्रभावी रोक लगाई जा सके।
दिल्ली की वायु गुणवत्ता लगातार चिंता का विषय बनी हुई है। पराली जलाने, बढ़ते वाहन उत्सर्जन और औद्योगिक गतिविधियों के चलते राजधानी में सांस लेना मुश्किल हो रहा है। सरकारों के बीच आरोप-प्रत्यारोप के इस दौर में जनता स्वच्छ हवा के लिए ठोस कदमों की उम्मीद कर रही है।