Delhi Blast: दिल्ली विस्फोट प्रकरण में बड़ा खुलासा
दिल्ली में हाल ही में हुए धमाके की जांच में एक बड़ा मोड़ आया है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में पिलखुवा स्थित जीएस मेडिकल कॉलेज से डॉक्टर यूसुफ को गिरफ्तार किया है। वे कॉलेज के प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर तैनात थे। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि यूसुफ जम्मू-कश्मीर के निवासी हैं और उन पर आतंकी संगठन से जुड़े होने का संदेह है। पुलिस का मानना है कि पूछताछ में दिल्ली ब्लास्ट से संबंधित कई अहम जानकारियां सामने आ सकती हैं।
मेडिकल कॉलेज में छापेमारी से मचा हड़कंप
बुधवार की देर रात दिल्ली पुलिस की विशेष टीम ने कॉलेज कैंपस में छापा मारा और डॉक्टर यूसुफ को उनके आवास से हिरासत में लिया। यह कार्रवाई अचानक हुई, जिससे कॉलेज के स्टाफ और छात्रों में अफरा-तफरी मच गई।
सूत्रों के अनुसार, यूसुफ करीब एक साल से कैंपस में रह रहे थे और अपने विभागीय कार्यों में पूरी तरह सक्रिय थे। कॉलेज प्रशासन ने फिलहाल इस गिरफ्तारी पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। हालांकि, जांच एजेंसियां अब कॉलेज के अन्य स्टाफ सदस्यों की भूमिका की भी पड़ताल कर रही हैं।
अल फलाह यूनिवर्सिटी से की पढ़ाई
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, डॉक्टर यूसुफ ने हरियाणा के फरीदाबाद स्थित अल फलाह यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस और एमडी की पढ़ाई की थी। इसके बाद उन्होंने विभिन्न मेडिकल संस्थानों में कार्य किया और पिछले वर्ष जीएस मेडिकल कॉलेज से जुड़े। उनके सहकर्मी उन्हें एक शांत और अनुशासित व्यक्ति के रूप में जानते थे।
दिल्ली पुलिस की टीम ने इंटेलिजेंस इनपुट के आधार पर यह कार्रवाई की, जिसके बाद यूसुफ को दिल्ली लाकर पूछताछ की जा रही है।
जांच में आतंकी संगठन का नाम उभरने की संभावना
Delhi Blast: पुलिस सूत्रों का कहना है कि दिल्ली धमाके में विस्फोटकों की आपूर्ति और नेटवर्किंग में यूसुफ की भूमिका की जांच हो रही है। शुरुआती जांच में कुछ इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और दस्तावेज मिले हैं जिनकी जांच साइबर टीम कर रही है।
सुरक्षा एजेंसियों को संदेह है कि यूसुफ किसी ऐसे आतंकी संगठन से जुड़े हो सकते हैं जो मेडिकल प्रोफेशनल्स को कवर के रूप में उपयोग करता है। यह भी जांच का विषय है कि क्या उन्होंने धमाके की साजिश में किसी अन्य व्यक्ति की मदद ली थी।
कॉलेज प्रशासन और छात्रों की प्रतिक्रिया
इस गिरफ्तारी से मेडिकल कॉलेज के छात्रों और शिक्षकों में दहशत का माहौल है। कॉलेज के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने बताया कि यूसुफ एक मेहनती और ज्ञानवान शिक्षक थे, लेकिन उनके खिलाफ ऐसा आरोप चौंकाने वाला है।
हापुड़ जिला प्रशासन ने सुरक्षा बढ़ा दी है और कॉलेज परिसर में पुलिस की गश्त तेज कर दी गई है। वहीं, दिल्ली पुलिस ने जांच प्रभावित न हो, इसलिए अधिक जानकारी साझा करने से इंकार किया है।
बढ़ती आतंकी गतिविधियों पर चिंता
यह मामला उस समय सामने आया है जब दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में हाल ही में कई संदिग्ध आतंकी गतिविधियों के मामले दर्ज किए गए हैं। दिल्ली पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां इस गिरफ्तारी को एक बड़े नेटवर्क के उजागर होने के रूप में देख रही हैं।
पूछताछ के दौरान यदि डॉक्टर यूसुफ से कोई अहम जानकारी मिलती है तो यह दिल्ली विस्फोट मामले के रहस्य को सुलझाने में निर्णायक साबित हो सकती है।