दिल्ली धमाका मामले में बड़ा खुलासा
दिल्ली बम धमाके की गुत्थी सुलझाने में जांच एजेंसियों को एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है। गुरुवार को इस मामले से जुड़ी तीसरी संदिग्ध कार फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी के परिसर से बरामद की गई। इस वाहन की ओनर डॉक्टर शाहीन सईद बताई जा रही हैं।
यूनिवर्सिटी परिसर में मिली कार से मचा हड़कंप
फरीदाबाद पुलिस के अनुसार, यह कार यूनिवर्सिटी के मेडिकल कॉलेज के अंदर खड़ी पाई गई। मौके पर बम निरोधक दस्ते (बम स्क्वॉड) ने पहुंचकर पूरे परिसर को घेर लिया और वाहन की विस्तृत जांच शुरू की। शुरुआती जांच में कार से कोई विस्फोटक सामग्री नहीं मिली है, परंतु सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से सभी पहलुओं की गहन जांच की जा रही है।
इससे पहले दो अन्य कारें भी बरामद
इससे पहले बुधवार रात एक लाल ईकोस्पोर्ट (EcoSport) कार उत्तर प्रदेश सीमा से लगे फरीदाबाद के खंडावली गांव के पास मिली थी। यह कार दिल्ली के राजौरी गार्डन आरटीओ में पंजीकृत थी और आरोपी उमर के एक परिचित के फार्महाउस के बाहर खड़ी थी। वहीं पहली कार जम्मू-कश्मीर से बरामद की गई थी, जिससे दिल्ली धमाके की साजिश के कई सूत्र खुलते जा रहे हैं।
संदिग्ध डॉक्टरों के नेटवर्क की जांच
अधिकारियों ने बताया कि मेडिकल कॉलेज से जुड़ी करीब 30 से अधिक कारों की जांच अब तक की जा चुकी है। हर वाहन के स्वामित्व दस्तावेजों का सत्यापन किया जा रहा है। पुलिस और NIA की टीम यह पता लगाने की कोशिश में हैं कि क्या इनमें से किसी वाहन का उपयोग विस्फोटक सामग्री के परिवहन या साजो-सामान (लॉजिस्टिक्स) के लिए किया गया था।
बहु-एजेंसी जांच से घिरा इलाका
फरीदाबाद पुलिस प्रवक्ता यशपाल सिंह के अनुसार, जांच में जम्मू-कश्मीर पुलिस की टीम भी शामिल है। यह टीमें सीसीटीवी फुटेज, हॉस्टल और मेडिकल विंग के एंट्री रिकॉर्ड, और यूनिवर्सिटी के अंदर पार्क की गई हर गाड़ी की बारीकी से जांच कर रही हैं। सुरक्षा कारणों से धौज और खंडावली क्षेत्र में पुलिस बल की अतिरिक्त तैनाती की गई है।
साजिश के गहराते धागे
जांच एजेंसियों का मानना है कि डॉक्टर शाहीन सईद और उनके संपर्कों का जाल इस साजिश में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। सूत्रों के अनुसार, यह भी जांच हो रही है कि क्या यूनिवर्सिटी परिसर का इस्तेमाल किसी छिपे नेटवर्क के लिए किया जा रहा था। हालांकि, पुलिस ने अभी तक किसी गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की है।
स्थानीय प्रशासन की सख्ती
फरीदाबाद जिला प्रशासन ने यूनिवर्सिटी के आसपास की सुरक्षा बढ़ा दी है। सभी प्रवेश द्वारों पर तलाशी अभियान जारी है। छात्रों और कर्मचारियों से भी पूछताछ की जा रही है। वहीं स्थानीय निवासियों में डर और असमंजस का माहौल बना हुआ है।
राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों की बढ़ी भूमिका
एनआईए (NIA) और आईबी (IB) ने इस मामले में अपने अधिकारी तैनात कर दिए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इस केस का संबंध अंतरराज्यीय आतंक नेटवर्क से हो सकता है, जिसके तहत दिल्ली में हुए धमाके की योजना बनाई गई थी।