दिल्ली के आसमान में विमानन संकट
नई दिल्ली। राजधानी के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मंगलवार को असामान्य भीड़भाड़ और वायु यातायात दबाव के चलते कई उड़ानों का संचालन बाधित हो गया। इंडिगो एयरलाइंस ने अपने यात्रियों को सलाह जारी करते हुए कहा है कि वे हवाई अड्डे के लिए रवाना होने से पहले अपनी उड़ान की स्थिति अवश्य जांच लें। एयरलाइन ने बताया कि वायु यातायात नियंत्रण में अस्थायी विलंब के कारण उड़ानें प्रभावित हैं और यात्रियों से धैर्य बनाए रखने का अनुरोध किया गया है।
वायु यातायात में अवरोध से बढ़ा इंतजार
इंडिगो ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि “दिल्ली में वायु यातायात भीड़भाड़ के कारण उड़ान संचालन में देरी हो रही है। हमें ज्ञात है कि ज़मीन पर और विमान में प्रतीक्षा यात्रियों के लिए असुविधाजनक हो सकती है। हम यात्रियों के सहयोग और धैर्य की ईमानदारी से सराहना करते हैं।”
दिल्ली हवाई अड्डे से उड़ान भरने वाले कई यात्रियों को अपनी निर्धारित उड़ानों के विलंब की जानकारी एयरलाइन संदेशों के माध्यम से प्राप्त हुई। यात्री अनिल कुमार वाधवा ने बताया, “मेरी उड़ान एक घंटे से अधिक विलंबित थी, और सूचना मुझे तब मिली जब मैं हवाई अड्डे की ओर जा रहा था। किसी ने देरी का कारण स्पष्ट नहीं किया।”
एयर इंडिया की उड़ानों पर भी पड़ा असर
वहीं एयर इंडिया के सूत्रों के अनुसार, मंगलवार को उनकी कुछ उड़ानों में लगभग 20 मिनट की मामूली देरी दर्ज की गई। दो उड़ानें वायु मार्ग में परिवर्तन के कारण डायवर्ट करनी पड़ीं। हालांकि एयर इंडिया ने कहा कि स्थिति अब सामान्य हो रही है और उड़ानों के संचालन को स्थिर किया जा रहा है।
सूत्रों के मुताबिक, एयर इंडिया के तकनीकी सर्वर में अस्थायी गड़बड़ी आई थी, जिससे चेक-इन प्रक्रिया धीमी हो गई। कर्मचारियों ने मैनुअल सिस्टम के माध्यम से यात्रियों का चेक-इन आरंभ किया, जिससे देरी का प्रभाव और बढ़ा।
यात्रियों की परेशानी और हवाई अड्डे की प्रतिक्रिया
हवाई अड्डे पर यात्रियों की लंबी कतारें देखी गईं। प्रस्थान क्षेत्र में भीड़ के कारण कई यात्रियों को अपनी उड़ानों के गेट पर समय पर पहुंचने में कठिनाई हुई। सुरक्षा जांच और बोर्डिंग प्रक्रिया में भी अपेक्षाकृत अधिक समय लग रहा था।
हवाई अड्डा प्राधिकरण ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त कर्मियों की तैनाती की। एक अधिकारी ने कहा, “हम एयरलाइंस और वायु यातायात नियंत्रण के साथ समन्वय बनाकर देरी को कम करने का प्रयास कर रहे हैं। यात्रियों से अनुरोध है कि वे अपनी उड़ान की स्थिति नियमित रूप से जांचते रहें।”
विशेषज्ञों की राय: बढ़ते यातायात का दुष्प्रभाव
विमानन विशेषज्ञों का मानना है कि दिल्ली हवाई अड्डे पर वायु यातायात का दबाव हाल के वर्षों में तेजी से बढ़ा है। अंतरराष्ट्रीय और घरेलू दोनों श्रेणियों में उड़ानों की संख्या बढ़ने से वायु मार्गों पर दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है।
विमानन विश्लेषक अजय सिंह का कहना है, “दिल्ली जैसे व्यस्त हवाई अड्डों पर वायु यातायात प्रबंधन में छोटे व्यवधान भी व्यापक असर डाल सकते हैं। यदि यह स्थिति दो-तीन घंटे तक बनी रहती है, तो अन्य शहरों में भी उड़ानों का संचालन प्रभावित हो सकता है।”
सरकार और डीजीसीए की प्रतिक्रिया
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने इस घटना पर संज्ञान लेते हुए वायु यातायात संचालन की समीक्षा आरंभ की है। अधिकारियों ने कहा कि आवश्यक तकनीकी और प्रबंधन सुधार पर विचार किया जा रहा है ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति से बचा जा सके
दिल्ली के हवाई अड्डे पर उत्पन्न यह स्थिति यह स्पष्ट करती है कि भारत में वायु यातायात प्रबंधन को आधुनिक तकनीकी ढांचे की अत्यंत आवश्यकता है। जैसे-जैसे यात्रियों की संख्या बढ़ती जा रही है, उड़ानों का सुचारु संचालन सुनिश्चित करने के लिए संरचनात्मक सुधार और बेहतर समन्वय की आवश्यकता और भी बढ़ गई है।