कुल्लू में पैराग्लाइडिंग के दौरान बड़ा हादसा! 80 फीट की ऊंचाई से गिरा युवक, स्थिति गंभीर

कुल्लू में पैराग्लाइडिंग के दौरान बड़ा हादसा
कुल्लू में पैराग्लाइडिंग के दौरान बड़ा हादसा (File Photo)
कुल्लू जिले के गड़सा पैराग्लाइडिंग साइट पर बड़ा हादसा हुआ, जहां मुंबई का पर्यटक 80 फीट नीचे गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किया गया है। पुलिस ने पायलट के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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Paragliding Accident Kullu: हिमाचल प्रदेश का कुल्लू जिला अपनी प्राकृतिक सुंदरता और साहसिक पर्यटन गतिविधियों के लिए देशभर में जाना जाता है, लेकिन यही रोमांच जब लापरवाही से जुड़ जाए तो वह जानलेवा भी साबित हो सकता है। कुल्लू जिले के भुंतर क्षेत्र स्थित प्रसिद्ध पैराग्लाइडिंग साइट गड़सा में हुआ ताजा हादसा इसी कड़वी सच्चाई को सामने लाता है। यहां एक पर्यटक के लिए रोमांचक उड़ान अस्पताल के बिस्तर तक पहुंच गई।

27 दिसंबर की शाम को हुई यह घटना भले ही अब सामने आई हो, लेकिन इसने एक बार फिर पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा इंतजामों की पोल खोल दी है।

ऊंचाई से गिरने का भयावह मंजर

प्रत्यक्ष जानकारी के अनुसार, हादसे का शिकार युवक दिव्य प्रजापति है, जो महाराष्ट्र के मुंबई का रहने वाला है। वह गड़सा साइट पर पैराग्लाइडिंग का आनंद लेने पहुंचा था। उड़ान के दौरान अचानक तकनीकी चूक और संभावित लापरवाही के कारण संतुलन बिगड़ा और युवक करीब 70 से 80 फीट की ऊंचाई से नीचे गिर गया।

इस गिरावट की तीव्रता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि युवक को सिर और शरीर के अन्य हिस्सों में गंभीर चोटें आईं। मौके पर मौजूद लोगों के लिए यह दृश्य बेहद भयावह था।

स्थानीय लोगों ने दिखाई तत्परता

हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोग और प्रशासन हरकत में आए। घायल युवक को बिना समय गंवाए क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू पहुंचाया गया। यहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार दिया, लेकिन स्थिति गंभीर होने के कारण उसे तुरंत पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया।

डॉक्टरों के अनुसार, युवक की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है और उसे विशेष निगरानी में रखा गया है।

सुरक्षा दावों पर उठे सवाल

हादसे के बाद सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि जब उड़ान से पहले गतिविधि को पूरी तरह सुरक्षित बताया गया था, तो फिर यह दुर्घटना कैसे हुई। पैराग्लाइडिंग जैसे साहसिक खेल में प्रशिक्षित पायलट, मजबूत उपकरण और मौसम की सही जानकारी सबसे जरूरी मानी जाती है।

इसके बावजूद इस घटना ने संकेत दिया है कि कहीं न कहीं सुरक्षा मानकों की अनदेखी की गई। यह सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि पर्यटन संचालन व्यवस्था पर गंभीर प्रश्नचिह्न है।

पायलट पर मामला दर्ज, जांच शुरू

पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पैराग्लाइडिंग पायलट के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 125 के तहत थाना भुंतर में मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस अधीक्षक कुल्लू मदन लाल कौशल ने स्पष्ट किया है कि मामले की गहन जांच की जा रही है।

जांच में यह पता लगाया जाएगा कि दुर्घटना तकनीकी खराबी के कारण हुई, सुरक्षा नियमों की अनदेखी से हुई या फिर पायलट की सीधी लापरवाही इसके पीछे जिम्मेदार है।

कुल्लू-मनाली क्षेत्र में पैराग्लाइडिंग, रिवर राफ्टिंग और ट्रैकिंग जैसी गतिविधियां पर्यटकों को आकर्षित करती हैं। इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलती है। लेकिन जब सुरक्षा से समझौता होता है, तो यही गतिविधियां जान जोखिम में डालने का कारण बन जाती हैं।

प्रशासन ने दिए सख्त निर्देश

घटना के बाद प्रशासन ने पर्यटन गतिविधियों से जुड़े सभी संचालकों को सुरक्षा नियमों का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए हैं। यह भी कहा गया है कि नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

पर्यटकों से भी अपील की गई है कि वे साहसिक खेलों में भाग लेते समय सिर्फ अधिकृत और भरोसेमंद संचालकों का ही चयन करें।

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Dipali Kumari

दीपाली कुमारी पिछले तीन वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता में कार्यरत हैं। उन्होंने रांची के गोस्सनर कॉलेज से स्नातक की शिक्षा प्राप्त की है। सामाजिक सरोकारों, जन-जागरूकता और जमीनी मुद्दों पर लिखने में उनकी विशेष रुचि है। आम लोगों की आवाज़ को मुख्यधारा तक पहुँचाना और समाज से जुड़े महत्वपूर्ण प्रश्नों को धारदार लेखन के माध्यम से सामने लाना उनका प्रमुख लक्ष्य है।