झारखंड में भाजपा के बंद का प्रभाव सामान्य रहा
Chaibasa/Seraikela, 29 अक्टूबर (PTI) – झारखंड भाजपा द्वारा आदिवासियों पर कथित लाठीचार्ज के विरोध में तीन जिलों में 12 घंटे के लिए आहूत बंद का बुधवार को सामान्य असर देखा गया। अधिकारियों के अनुसार, स्कूल, कार्यालय और व्यवसायिक प्रतिष्ठान सामान्य रूप से खुले रहे और वाहनों की आवाजाही में कोई रुकावट नहीं आई।
बंद को लागू करने के प्रयास विफल
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि भाजपा समर्थकों ने क्षेत्र में बंद लागू करने के लिए रैली निकाली, लेकिन उनके प्रयास विफल रहे। वेस्ट सिंहभूम के पुलिस अधीक्षक अमित रेनू ने कहा, “कुछ लोग बंद का समर्थन करने के लिए रैली निकाले, लेकिन उनका प्रयास विफल रहा। यातायात सामान्य रहा और स्कूल व अन्य संस्थान सामान्य रूप से खुले रहे।”
जिले में कोई हिंसा नहीं
अधिकारियों ने बताया कि जिले में किसी भी प्रकार की हिंसा की सूचना नहीं मिली और कोई निवारक गिरफ्तारी नहीं की गई। लंबी दूरी की बसें थोड़ी कम संख्या में चलीं, लेकिन परिवहन सेवाओं पर कोई बड़ा असर नहीं पड़ा।
सरेआइकेला-खरसावां जिले में प्रभाव नगण्य
सरेआइकेला-खरसावां के पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार लुनायत ने कहा कि जिले में बंद का प्रभाव नगण्य रहा। स्थानीय यातायात और लंबी दूरी की बसें सामान्य रूप से चलीं। किसी भी सड़क अवरोध या बंद समर्थकों द्वारा उत्पन्न विघ्न की सूचना नहीं मिली।
भाजपा का दावा
हालांकि, झारखंड भाजपा ने बंद को पूर्ण सफलता बताया। पार्टी के राज्य अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा, “जन सामान्य और व्यवसायिक समुदाय ने बंद का समर्थन किया। लाठीचार्ज लोकतंत्र की परंपरा पर हमला और आदिवासी आवाज को दबाने का प्रयास था।”
बंद का राजनीतिक संदेश
विशेषज्ञों का मानना है कि इस बंद का मुख्य उद्देश्य भाजपा का राजनीतिक संदेश देना था। यह आदिवासी मुद्दों पर पार्टी की सक्रियता और राज्य सरकार पर दबाव बनाने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है।
जनता की प्रतिक्रिया
स्थानीय लोगों ने कहा कि उन्होंने अपने दैनिक कार्यों को जारी रखा। व्यापारी और छात्र अपने कार्यों में व्यवधान महसूस नहीं कर रहे थे। सोशल मीडिया पर भी बंद का असर कम ही देखा गया।
पुलिस प्रशासन का नियंत्रण
पुलिस ने पूरे क्षेत्र में निगरानी बनाए रखी। सुरक्षा उपायों को लागू किया गया और किसी भी अप्रिय घटना से बचाव हुआ। प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया कि जनता का जीवन सामान्य रहे और कानून व्यवस्था सुरक्षित रहे।
यह समाचार पीटीआई(PTI) के इनपुट के साथ प्रकाशित किया गया है।