रांची: आज झारखंड के बापू वाटिका, मोरहाबादी में गांधी जयंती का विशेष समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर माननीय राज्यपाल श्री संतोष कुमार गंगवार, माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन एवं विधायक श्रीमती कल्पना सोरेन ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। समारोह में उपस्थित लोगों ने महात्मा गांधी के आदर्शों को याद करते हुए उनके जीवन से प्रेरणा लेने का संकल्प लिया।
On Gandhi Jayanti, Governor & CM Hemant Soren paid tribute to Mahatma Gandhi & Lal Bahadur Shastri at Bapu Vatika, Ranchi. A reminder of their principles of truth, non-violence & dedication to nation-building. #GandhiJayanti #Jharkhand #Ranchi pic.twitter.com/oWeybZwcJb
— Rashtra Bharat (@RBharatdigital) October 2, 2025
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने अपने संबोधन में कहा कि महात्मा गांधी के विचार, उनकी अहिंसा और सत्य की राह आज भी पूरे देश और विश्व के लिए मार्गदर्शक हैं। उन्होंने बताया कि गांधी जी का जीवन न केवल स्वतंत्रता संग्राम के लिए प्रेरणास्रोत रहा, बल्कि उनके शिक्षा और सिद्धांत आज भी लोकतंत्र को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

उन्होंने आगे कहा कि गांधी जी ने हमें यह सिखाया कि संघर्ष केवल हथियारों से नहीं बल्कि सत्य और अहिंसा के मार्ग से भी जीता जा सकता है। उनके आदर्श जीवन में अनुशासन, त्याग और सेवा का महत्व स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं। मुख्यमंत्री ने राज्यवासियों से आह्वान किया कि वे अपने जीवन में गांधी जी के सिद्धांतों को अपनाएं और समाज में भाईचारा, शांति और एकता को बढ़ावा दें।

सामारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को भी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि शास्त्री जी सादगी, ईमानदारी और कर्मठता की मिसाल थे। उनके द्वारा दिया गया नारा “जय जवान, जय किसान” आज भी युवाओं और देशवासियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शास्त्री जी के जीवन से हमें कर्तव्यपरायणता, देशभक्ति और जनसेवा की शिक्षा मिलती है, जिसे अपनाकर हम झारखंड और भारत को और सशक्त बना सकते हैं।

इस अवसर पर उपस्थित नागरिकों ने महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री के जीवन एवं कार्यों पर प्रकाश डालते हुए उनके आदर्शों का महत्व समझा। बच्चों और युवाओं ने भी गांधी जी की शिक्षाओं को अपने जीवन में उतारने का संकल्प लिया। कार्यक्रम में सामाजिक और सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे, जिन्होंने इस अवसर को यादगार बनाने में योगदान दिया।
समारोह का मुख्य आकर्षण राज्यपाल और मुख्यमंत्री द्वारा गांधी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण और उनके जीवन के महत्वपूर्ण संदेशों पर प्रकाश डालना रहा। कार्यक्रम का संदेश स्पष्ट था कि गांधी जी के सिद्धांत और आदर्श आज भी समाज को नैतिक और सामाजिक दिशा प्रदान कर सकते हैं।

इस प्रकार, गांधी जयंती के इस अवसर पर झारखंड में आयोजित यह विशेष राजकीय कार्यक्रम न केवल श्रद्धांजलि का प्रतीक बना, बल्कि लोगों को उनके जीवन के महत्वपूर्ण संदेशों को आत्मसात करने की प्रेरणा भी दी।