रांची, 12 अक्टूबर।
झारखंड में राजनीतिक माहौल एक बार फिर गरम हो उठा है। नगड़ी प्रखंड कांग्रेस ने आज लोकतंत्र की रक्षा और जनादेश की मर्यादा बहाल करने के उद्देश्य से “वोट चोर गद्दी छोड़” हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत की। इस अभियान का शुभारंभ झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष केशव महतो कमलेश के नेतृत्व में नगड़ी पंचायत से किया गया।
इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि, “वोट चोरी लोकतंत्र पर हमला है और जनता के विश्वास के साथ एक बड़ा धोखा है। कांग्रेस पार्टी इस लड़ाई को सड़क से लेकर सदन तक लड़ेगी।”
उन्होंने आगे कहा कि यह अभियान केवल एक राजनीतिक विरोध नहीं बल्कि जन क्रांति की शुरुआत है। “वोट चुरा कर बनी सरकार जनता की नहीं हो सकती। यह सरकार छल और षड्यंत्र की नींव पर खड़ी है और जनता अब ऐसे शासकों को माफ नहीं करेगी,” कमलेश ने कहा।

लोकतंत्र की रक्षा का अभियान
“वोट चोर गद्दी छोड़” अभियान का मुख्य उद्देश्य जनता को यह याद दिलाना है कि मतदान केवल अधिकार नहीं, बल्कि राष्ट्र की नींव है। अगर उस नींव में हेरफेर की जाती है तो पूरा लोकतंत्र हिल जाता है।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहा कि यह हस्ताक्षर अभियान जनता के विश्वास को पुनः स्थापित करने की दिशा में एक मजबूत कदम है।
प्रदेश अध्यक्ष ने अपने संबोधन में कहा,
“जनता का हक छीनने वालों को अब सत्ता से बाहर करने का समय आ गया है। राहुल गांधी जी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी देश में सच्चे लोकतंत्र की बहाली के लिए प्रतिबद्ध है।”
भीड़ में जोश और नारों की गूंज
कार्यक्रम स्थल नगड़ी पंचायत परिसर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का भारी जमावड़ा देखने को मिला। “वोट चोर गद्दी छोड़” और “लोकतंत्र बचाओ, कांग्रेस लाओ” जैसे नारों से पूरा इलाका गूंज उठा।
लोगों ने बैनर, तख्तियां और झंडों के साथ हाथों में कलम उठाकर हस्ताक्षर किए और इस जन आंदोलन का हिस्सा बने।
प्रदेश कांग्रेस मीडिया चेयरमैन सतीश पॉल मुंजनी ने कहा कि यह अभियान केवल झारखंड तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि राज्यभर में जनजागरण कार्यक्रमों के माध्यम से इसे व्यापक रूप से फैलाया जाएगा।
नेताओं की मौजूदगी ने बढ़ाया जोश
अभियान के मौके पर कई वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं और पदाधिकारियों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को और अधिक ऊर्जावान बना दिया।
कार्यक्रम में रविंद्र सिंह (अध्यक्ष, मार्केटिंग बोर्ड), अभिलाष साहू (ओबीसी विभाग अध्यक्ष), अमरेंद्र सिंह (प्रदेश महासचिव), डॉ. राकेश किरण महतो (पूर्व अध्यक्ष, रांची जिला ग्रामीण), अख्तर अंसारी (मंडल अध्यक्ष), और सरफूल अंसारी (पंचायत अध्यक्ष) सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
महिलाओं की सक्रिय भागीदारी भी इस अभियान की विशेषता रही। अर्चना देवी, लक्ष्मी देवी, दीपिका पहान, सरिता देवी, रेणु देवी, प्रमिला तिर्की, और कांति कुजूर जैसी कार्यकर्ताओं ने भी लोकतंत्र के समर्थन में आवाज़ बुलंद की।
जनता की प्रतिक्रिया
स्थानीय नागरिकों ने कांग्रेस के इस कदम को सराहा और कहा कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए आवाज़ उठाना आवश्यक है।
पिस्का नगड़ी के एक स्थानीय निवासी ने कहा, “आज देश में जनता के वोट की कीमत कम होती जा रही है। कांग्रेस ने जो पहल की है, वह जनता के सम्मान की लड़ाई है।”
आगे की राह
प्रदेश कांग्रेस ने घोषणा की है कि आने वाले दिनों में इस हस्ताक्षर अभियान को राज्य के प्रत्येक जिले, प्रखंड और पंचायत तक पहुंचाया जाएगा। साथ ही, हस्ताक्षरों का संकलन कर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
कांग्रेस का यह अभियान न केवल सत्ता विरोध का प्रतीक है बल्कि यह एक राजनीतिक और नैतिक चेतना का आंदोलन बनता जा रहा है, जो देश के लोकतांत्रिक ताने-बाने को मज़बूत करने की दिशा में एक नई शुरुआत है।