Chitradurga Bus Accident: कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले में गुरुवार तड़के एक दर्दनाक सड़क दुर्घटना सामने आई, जिसमें स्लीपर प्राइवेट बस और एक ट्रक की टक्कर हो गई। यह हादसा नेशनल हाईवे-48 पर हुआ, जब बेंगलुरु से शिवमोग्गा जा रही बस अपने गंतव्य की ओर बढ़ रही थी। टक्कर इतनी तेज थी कि बस में आग लग गई और देखते ही देखते पूरा वाहन आग की चपेट में आ गया।
इस दुर्घटना में अब तक कम से कम 9 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि कई अन्य यात्री गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। सभी घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
बेंगलुरु से शिवमोग्गा जा रही थी बस
जानकारी के अनुसार, यह स्लीपर बस बेंगलुरु से शिवमोग्गा के लिए रवाना हुई थी। करीब 300 किलोमीटर से अधिक की इस यात्रा के दौरान बस में कुल 32 यात्री सवार थे। अधिकतर यात्री रात का सफर होने के कारण बस में सो रहे थे। यात्रियों को इस बात का अंदाजा भी नहीं था कि उनका सफर अचानक इतना भयावह मोड़ ले लेगा। दुर्घटना के समय बस सामान्य रफ्तार में थी और सड़क पर ट्रैफिक भी अपेक्षाकृत कम बताया जा रहा है।
तड़के 3 बजे के आसपास हुआ हादसा
प्रारंभिक रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह दुर्घटना गुरुवार सुबह करीब तीन बजे हुई। बताया जा रहा है कि सामने से आ रहा ट्रक अचानक डिवाइडर पार कर दूसरी लेन में चला गया और सीधे स्लीपर बस से टकरा गया। इस अप्रत्याशित टक्कर के बाद बस का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और कुछ ही पलों में उसमें आग लग गई। आग तेजी से फैलती चली गई, जिससे बस में फंसे यात्रियों को बाहर निकलने का बहुत कम समय मिल पाया।
सोते यात्रियों के लिए निकलना हुआ मुश्किल
हादसे के वक्त अधिकतर यात्री गहरी नींद में थे। टक्कर की तेज आवाज और आग की लपटों से लोग अचानक जागे, लेकिन तब तक हालात बेकाबू हो चुके थे। कुछ यात्री खिड़कियों और दरवाजों से बाहर निकलने में सफल रहे, लेकिन कई लोग आग की चपेट में आ गए।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग इतनी तेजी से फैली कि आसपास खड़े लोग भी तुरंत मदद नहीं कर पाए। बाद में पुलिस और दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया।
मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका
स्थानीय प्रशासन का कहना है कि अभी राहत और बचाव कार्य पूरा नहीं हुआ है। कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने आशंका जताई है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि बस पूरी तरह जल चुकी है।
घायलों की हालत पर भी लगातार नजर रखी जा रही है। कुछ यात्रियों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है, जिन्हें विशेष निगरानी में रखा गया है।
पुलिस जांच में जुटी
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और आपातकालीन सेवाएं मौके पर पहुंचीं। पुलिस ने ट्रक चालक की भूमिका की जांच शुरू कर दी है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि ट्रक डिवाइडर कैसे पार कर गया। एनएच-48 पर कुछ समय के लिए यातायात भी प्रभावित रहा, जिसे बाद में वैकल्पिक मार्गों से बहाल किया गया।
दमकल विभाग की कई गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर आग बुझाने का काम किया। हालांकि, तब तक बस को काफी नुकसान हो चुका था। जले हुए वाहन को हटाने में भी कई घंटे लगे।
प्रधानमंत्री ने जताया शोक, मुआवजे का एलान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जताते हुए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से आर्थिक सहायता की घोषणा की है। प्रधानमंत्री ने हादसे में जान गंवाने वाले यात्रियों के परिवारों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की सहायता देने का एलान किया है। राज्य सरकार ने भी पीड़ितों की हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है।