भोपाल, डिजिटल डेस्क।
राजधानी भोपाल में दशहरे की तैयारियों पर उस समय पानी फिर गया जब कुछ नशे में धुत युवकों ने रावण के पुतले में आग लगा दी। इस घटना ने न केवल लोगों की भावनाओं को आहत किया बल्कि पूरे इलाके में आक्रोश का माहौल भी पैदा कर दिया।
घटना सुबह 6 बजे की
दशहरा उत्सव के मुख्य आकर्षण, रावण दहन समारोह के आयोजक सुबह करीब 6 बजे तब दंग रह गए जब उन्होंने रावण के विशाल पुतले को जलते हुए देखा। यह घटना उस समय हुई जब उत्सव की शुरुआत में कुछ ही घंटे शेष थे।
समिति के सदस्यों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद डायल-112 की टीम मौके पर पहुंची। लेकिन तब तक पुतला पूरी तरह जल चुका था।
संदिग्ध युवकों की हरकतें
आंखों-देखी गवाहों के अनुसार, आरोपित युवक बिना नंबर की कार से आए थे। उनकी गतिविधियां संदिग्ध थीं और आग लगाने के बाद वे तुरंत मौके से फरार हो गए।
मिसरोद थाना प्रभारी संदीप पवार ने बताया कि पुलिस आरोपित युवकों की तलाश कर रही है और आसपास के CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
आयोजकों के सामने चुनौती
पुलिस कार्रवाई से अलग, दशहरा समिति के सामने सबसे बड़ी चुनौती नए सिरे से पुतले का इंतजाम करना है। आयोजकों के अनुसार, शाम तक विशाल पुतला तैयार कर पंडाल स्थल तक पहुंचाना एक बड़ी जिम्मेदारी होगी।
बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक
हर साल देशभर में दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। इस दौरान रावण, मेघनाथ और कुंभकर्ण के पुतलों का दहन किया जाता है। इन पुतलों में आतिशबाजी और पटाखे भरे जाते हैं, जिससे आयोजन और भी आकर्षक हो जाता है।
लेकिन भोपाल में हुई इस घटना ने त्योहार की पवित्रता और उत्साह पर असमय ग्रहण लगा दिया।
लोगों में आक्रोश और निराशा
घटना के बाद स्थानीय लोगों में गुस्सा है। उनका कहना है कि इस तरह की हरकत न केवल धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाती है बल्कि त्योहार की सामूहिक भावना और भाईचारे को भी प्रभावित करती है।
पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि जल्द ही आरोपित युवकों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा और आयोजन निर्विघ्न तरीके से संपन्न होगा।