संघ के शताब्दी वर्ष पर छिंदवाड़ा से नागपुर तक साइकिल यात्रा
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपने शताब्दी वर्ष के अवसर पर देशभर में अनेक कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। इसी श्रृंखला में छिंदवाड़ा महाविद्यालय कार्य विभाग ने एक साहसिक साइकिल यात्रा का आयोजन किया है, जो छिंदवाड़ा से नागपुर तक निकाली जा रही है। इस यात्रा का उद्देश्य युवाओं में संगठन की भावना, अनुशासन और देशप्रेम का संदेश फैलाना है।
125 किलोमीटर की यात्रा में युवाओं का उत्साह
यह यात्रा बुधवार, 5 नवंबर की सुबह छिंदवाड़ा से प्रारंभ हुई। यात्रा का पहला चरण लिंगा, उमरानाला, रामाकोना, सौंसर और बोरगांव जैसे कस्बों से होकर निकला। इसमें छिंदवाड़ा और पांढुर्णा जिलों के महाविद्यालयों के छात्र और स्वयंसेवक शामिल हुए।
सभी प्रतिभागी लगभग 125 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे। पहले दिन यात्रा का विश्राम बोरगांव में होगा। अगले दिन, 6 नवंबर को यात्रा पुनः प्रारंभ होकर नागपुर पहुंचेगी।
रेशिमबाग में होगा समापन समारोह
साइकिल यात्रा का समापन नागपुर के रेशिमबाग स्थित डॉ. हेडगेवार स्मृति मंदिर में होगा। वहीं पर संघ के वरिष्ठ अधिकारी और कार्यकर्ता इस साहसिक आयोजन का स्वागत करेंगे। कार्यक्रम में नागपुर प्रांत के अनेक शिक्षण संस्थानों और सामाजिक संगठनों की भागीदारी भी तय की गई है।
युवाओं में संघ के मूल्यों का प्रसार
संघ के कार्यकर्ता बताते हैं कि इस यात्रा का उद्देश्य केवल साइकिल चलाना नहीं, बल्कि युवाओं में संघ के आदर्शों का प्रसार करना है। प्रतिभागियों को अनुशासन, सेवा भावना और सामूहिक प्रयास का संदेश देना इस आयोजन की मुख्य भावना है।
महाविद्यालयीन स्वयंसेवकों के लिए यह यात्रा एक प्रेरणास्रोत बनेगी। मार्ग में रात्रि विश्राम, सामूहिक प्रार्थना और संवाद सत्र भी रखे गए हैं, जिससे प्रतिभागियों को संघ के इतिहास और कार्यप्रणाली की गहराई से समझ मिल सके।
स्थानीय प्रशासन और जनता का समर्थन
यात्रा के दौरान स्थानीय प्रशासन ने आवश्यक व्यवस्थाएँ की हैं। सुरक्षा, जलपान और ठहरने की सुविधा के साथ चिकित्सा सहायता भी दी जा रही है। नगरवासियों ने स्वयंसेवकों का फूल-मालाओं से स्वागत किया। कई स्थानों पर लोगों ने पेयजल और फल वितरित किए।
स्थानीय नागरिकों ने इस यात्रा को “युवा शक्ति का प्रतीक” बताया। कई स्कूलों के बच्चों ने यात्रा के गुजरने पर हाथ हिलाकर उत्साह व्यक्त किया।
राष्ट्रीय स्तर पर संदेश
यह साइकिल यात्रा केवल क्षेत्रीय आयोजन नहीं, बल्कि संघ के शताब्दी वर्ष का प्रतीकात्मक संदेश लेकर आगे बढ़ रही है। इससे देशभर के युवाओं में संगठन, एकता और देशभक्ति की भावना मजबूत होगी।
संघ ने अपने इस शताब्दी वर्ष में देशभर में ऐसे कई आयोजन करने की योजना बनाई है, जिनमें सांस्कृतिक कार्यक्रम, सेवा कार्य और जनजागरण अभियान शामिल हैं।
आयोजन समिति की अपील
आयोजन समिति ने समाज के सभी वर्गों से अनुरोध किया है कि वे इस यात्रा में सहयोग दें। समिति के सदस्यों ने कहा कि यह आयोजन न केवल शारीरिक क्षमता की परीक्षा है, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक साधना का भी प्रतीक है।
संघ के वरिष्ठ स्वयंसेवकों ने बताया कि साइकिल यात्रा से पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया जा रहा है। वाहन प्रदूषण को कम करने और साइकिल जैसे पर्यावरण-अनुकूल साधनों को अपनाने का आह्वान किया गया है।
नागपुर में भव्य स्वागत की तैयारी
नागपुर में इस यात्रा के स्वागत के लिए विशेष कार्यक्रम रखा गया है। रेशिमबाग मैदान में मंच तैयार किया गया है, जहाँ संघ प्रमुख और अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी स्वयंसेवकों का अभिनंदन करेंगे। कार्यक्रम में देशभर के विभिन्न राज्यों से आए स्वयंसेवक भी शामिल होंगे।