इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में पाकिस्तानी झंडे वाले गुब्बारे बिकने की खबर ने सनसनी मचा दी है। मामला तब उजागर हुआ जब राजस्थान के झालावाड़ जिले में ऐसे गुब्बारे जब्त किए गए, जिनके तार इंदौर से जुड़े पाए गए। इस घटना ने एटीएस और स्थानीय पुलिस को मिलाकर जांच करने के लिए मजबूर कर दिया है।
गुब्बारों का स्रोत और व्यापारी
जांच में पता चला कि इंदौर के सियागंज इलाके के दो व्यापारियों, धीरज और नीरज सिंघल, जिनकी थोक दुकान बसंज एजेंसी के नाम से है, से यह माल खरीदा गया। यह माल चीन से आयात किया गया था और दिल्ली, चेन्नई और राजस्थान के विभिन्न स्रोतों से आता है।
जांच के अनुसार, बच्चों ने जब्त गुब्बारे स्थानीय दुकानदार प्रहलाद राठौर से खरीदे थे। प्रहलाद ने पूछताछ में बताया कि उसने बिस्कुट की बिक्री बढ़ाने के लिए पैकेट के साथ ये गुब्बारे चिपका कर बेच रहे थे। प्रहलाद ने आगे यह भी खुलासा किया कि वह आलोट (रतलाम) का थोक व्यापारी दिलीप गोवर्धन पोरवाल से माल लेता है।
एटीएस और पुलिस की संयुक्त जांच
राजस्थान पुलिस और आतंकवाद विरोधी दस्ता (एटीएस) की टीम ने मिलकर इस मामले की तहकीकात शुरू कर दी है। एटीएस ने व्यापारियों के खाते, बिल और फोन नंबर की जानकारी ली है, ताकि माल की सप्लाई चेन और उसके स्रोत का पता लगाया जा सके। कोतवाली टीआई रविंद्र पाराशर ने बताया कि मामले की जांच अंतिम कड़ी तक पहुंचने के लिए सभी दस्तावेज और प्रमाण जुटाए जा रहे हैं।
बच्चों और जनता में चिंता
गुबहारों पर हरे रंग में उर्दू में “14 अगस्त जश्न-ए-आजादी” लिखा हुआ था और उस पर पाकिस्तान का झंडा बना हुआ था। इस प्रकार का संदेश स्थानीय लोगों और बच्चों के लिए चिंता का विषय बन गया है। ग्रामीणों और नागरिकों ने पुलिस से सुरक्षा बढ़ाने और ऐसे सामान की बिक्री पर रोक लगाने की मांग की है।
माल की सप्लाई चेन
जांच में यह भी पता चला कि व्यापारी चीन से कंटेनरों के माध्यम से माल मंगवाते हैं। इसके बाद यह गुब्बारे दिल्ली, चेन्नई और राजस्थान से विभिन्न थोक विक्रेताओं तक पहुंचते हैं। इस सप्लाई चेन के माध्यम से यह माल इंदौर के बाजारों तक आता है।
प्रशासन और एटीएस की भूमिका
एटीएस और पुलिस का कहना है कि जांच जारी है और किसी भी संभावित आतंकवादी कनेक्शन या विदेश से असामाजिक तत्वों द्वारा भेजे गए माल की संभावना को खारिज नहीं किया जा सकता। व्यापारी और उनके सहयोगियों से विस्तृत पूछताछ की जा रही है ताकि यह स्पष्ट किया जा सके कि यह कोई अंतरराष्ट्रीय साजिश तो नहीं है।
स्थानीय प्रशासन की चेतावनी
इंदौर पुलिस ने स्थानीय व्यापारियों और नागरिकों से अपील की है कि वे ऐसे संदिग्ध माल की खरीद से बचें और किसी भी प्रकार के असामाजिक या राष्ट्रविरोधी गतिविधियों की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।