उमरिया। मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में एक दर्दनाक और सनसनीखेज मामला सामने आया है, जब ग्राम मझगवां चौकी घुनघुटी में रहने वाली विधवा महिला पर एसिड अटैक कर दिया गया। घटना 26 सितंबर की रात हुई और इसके परिणामस्वरूप पीड़िता गंभीर रूप से झुलस गई। उसे प्राथमिक उपचार के बाद उच्च उपचार के लिए जबलपुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया, जहां उसका इलाज जारी है।
घटना का विवरण
पुलिस सूत्रों के अनुसार, पीड़िता का नाम फूलबाई बैगा (विधवा, पति स्व. संतोष बैगा) है। घटना वाली रात वह अपने घर में सो रही थी। इसी दौरान गांव का ही रामजियावन उर्फ गुड्डा अपने एक साथी के साथ घर आया और उसने फूलबाई पर किसी शीशी से तेजाब जैसी तरल वस्तु फेंक दी। हमले में फूलबाई के चेहरे, गर्दन, हाथ और बाजू पर गंभीर जलन और फफोले बन गए।
अस्पताल की तहरीर से मामला सामने आया
घटना की जानकारी पीड़िता के परिजनों द्वारा जिला अस्पताल शहडोल को दी गई तहरीर के बाद पुलिस तक पहुँची। पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर प्रारंभिक कार्रवाई की। पीड़िता को उच्च उपचार के लिए जबलपुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है, लेकिन शरीर पर गंभीर जलन और फफोले बने हैं।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने तत्काल जांच शुरू की। जांच के उपरांत आरोपी रामजियावन को गिरफ्तार कर लिया गया। उसके विरुद्ध संबंधित धाराओं में अपराध दर्ज कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। पुलिस का कहना है कि घटना के पीछे जमीन विवाद की आशंका है, हालांकि पूरे मामले की बारीकी से जांच जारी है।
ग्रामीणों और पुलिस का नजरिया
गांव के लोग इस घटना से स्तब्ध हैं। उन्होंने कहा कि रामजियावन और पीड़िता के बीच पुराने विवाद थे, लेकिन इस तरह का हिंसक कदम किसी ने भी सोचा नहीं था। पुलिस ने पूरे इलाके में सुरक्षा और सतर्कता बढ़ा दी है। थाना पाली के अधिकारियों ने बताया कि मामले की फोरेंसिक जांच और आरोपी के साथी की पहचान के लिए भी पड़ताल जारी है।
एसिड अटैक के कानूनी पहलू
एसिड अटैक के मामले में भारतीय दंड संहिता और विशेष कानून के तहत आरोपी को सजा का सामना करना पड़ सकता है। पुलिस का कहना है कि आरोपी की गिरफ्तारी और प्रारंभिक पूछताछ में यह स्पष्ट हो गया है कि हमला जानबूझकर किया गया था।
पीड़िता का इलाज और भविष्य
फूलबाई बैगा का इलाज जबलपुर मेडिकल कॉलेज में विशेषज्ञ डॉक्टरों की देखरेख में किया जा रहा है। गंभीर जलन और फफोलों के कारण उसे लंबे समय तक चिकित्सकीय निगरानी की आवश्यकता होगी। पुलिस और प्रशासन पीड़िता के लिए सुरक्षा और मदद सुनिश्चित कर रहे हैं।
समाज में चिंता
इस घटना ने पूरे जिले में सुरक्षा की भावना को हिला दिया है। स्थानीय प्रशासन ने ग्रामीणों को सतर्क रहने की हिदायत दी है। एसिड अटैक जैसी हिंसा से समाज को जोड़ने और महिला सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया जा रहा है।