मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने किया ऐलान | सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग और विश्व स्वास्थ्य संगठन की पहल – Gadchiroli Eye Care Initiative
SPECS 2030 पहल का उद्देश्य
महाराष्ट्र के गडचिरोली जैसे आदिवासी और पिछड़े जिलों में गुणवत्तापूर्ण और किफायती नेत्र स्वास्थ्य सेवाएं पहुँचाने के लिए राज्य सरकार और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने संयुक्त रूप से ‘स्पेक्स 2030 – वन साइट कार्यक्रम’ की शुरुआत की है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि यह पहल बच्चों की शिक्षा, युवाओं के रोजगार और समाज के जीवनस्तर में सुधार लाएगी।
गडचिरोली बनेगा आदर्श जिला
फडणवीस ने बताया कि इस पहल से गडचिरोली का अहेरी तालुका नेत्र स्वास्थ्य सेवाओं के दृष्टिकोण से देशभर में एक आदर्श मॉडल बनेगा। यह प्रकल्प राष्ट्रीय अंधत्व निवारण एवं दृष्टिदोष नियंत्रण कार्यक्रम (NPCBVI) के अंतर्गत संचालित होगा।
Gadchiroli SPECS 2030: भारत में दृष्टिदोष की स्थिति
विश्व स्तर पर लगभग 2.2 अरब लोग दृष्टिदोष से पीड़ित हैं, जिनमें 1 अरब मामले रोके जा सकते हैं। भारत में करीब 53% दृष्टिदोष अधूरे दृष्टिदोष सुधार (Refractive Errors) के कारण होता है। हर दस स्कूली बच्चों में से एक को दृष्टि संबंधी समस्या रहती है। ऐसे में SPECS 2030 का लक्ष्य है कि 2030 तक हर नागरिक को सस्ते और दर्जेदार चश्मे उपलब्ध कराए जाएँ।
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आशा किरण मॉडल से घर-घर सेवा
Gadchiroli SPECS 2030: इस कार्यक्रम को ‘आशा किरण मॉडल’ पर आधारित किया गया है। इसके अंतर्गत:
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आशा सेविकाओं द्वारा घर-घर प्राथमिक नेत्र जांच
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प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर रिफ्रैक्शन और चश्मों का वितरण
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सरकारी अस्पतालों में मोतियाबिंद शल्यक्रिया की सुविधा
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समुदाय स्तर पर जनजागरूकता अभियान और डेटा संग्रह
पाँच राज्यों में शुरुआत
Gadchiroli Eye Care Initiative: गडचिरोली के साथ-साथ असम (धुबरी), ओडिशा (कलाहांडी), राजस्थान (अलवर) और उत्तर प्रदेश (प्रयागराज) जिलों में भी इस पहल की शुरुआत की जा रही है।
सकारात्मक सामाजिक परिवर्तन की उम्मीद
Gadchiroli SPECS 2030: मुख्यमंत्री फडणवीस ने विश्वास व्यक्त किया कि SPECS 2030 पहल से न केवल महाराष्ट्र बल्कि पूरे देश में नेत्र स्वास्थ्य सेवाओं का नया आदर्श स्थापित होगा।