मुंबई/पुणे/नागपुर | गणपति बप्पा मोरया: महाराष्ट्र में आज से गणेशोत्सव 2025 की धूमधाम शुरू हो गई है। सुबह से ही मंदिरों और पंडालों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है। ढोल-ताशों की गूंज और “गणपति बप्पा मोरया” के जयघोष से पूरा वातावरण भक्तिमय और उत्साहपूर्ण हो गया है।
घरों में श्रद्धालु अपने-अपने बप्पा की प्रतिमा स्थापित कर रहे हैं, वहीं सार्वजनिक मंडलों ने भव्य पंडाल और सजावट से पूरे शहर को सजा दिया है। कई मंडलों में विशेष थीम आधारित सजावट की गई है – कहीं सामाजिक संदेशों पर आधारित झाँकियाँ लगाई गई हैं तो कहीं सांस्कृतिक धरोहर को दर्शाने वाली सजावट आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी प्रशासन सतर्क है। भीड़भाड़ वाले इलाकों में पुलिस बल की तैनाती की गई है और ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने के लिए विशेष इंतज़ाम किए गए हैं। साथ ही, सीसीटीवी कैमरों के जरिए निगरानी भी बढ़ा दी गई है।
गणेशोत्सव का उत्साह केवल महाराष्ट्र तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे देश में इसका उल्लास देखने को मिल रहा है। दिल्ली, अहमदाबाद, हैदराबाद और बेंगलुरु जैसे शहरों में भी बप्पा के स्वागत के लिए पंडाल सजाए गए हैं। प्रवासी मराठी समुदाय ने विदेशों में भी इस पर्व को भव्यता के साथ मनाने की तैयारियाँ की हैं।
भक्तों का कहना है कि “गणपति बप्पा केवल विघ्नहर्ता नहीं, बल्कि सुख और समृद्धि के प्रतीक भी हैं। यह उत्सव समाज को जोड़ने और एकता का संदेश देने का अवसर है।”
गणेशोत्सव के दस दिनों तक पूरे महाराष्ट्र में धार्मिक अनुष्ठान, सांस्कृतिक कार्यक्रम और सामाजिक गतिविधियाँ आयोजित की जाएँगी। दसवें दिन बप्पा को भावभीनी विदाई दी जाएगी और “पुढच्या वर्षी लवकर या” की गूंज फिर से गली-गली सुनाई देगी।