महाराष्ट्र में रो-रो सेवा, परिवहन और पर्यटन का नया अध्याय
Maharashtra Tourism News: मुंबई | महाराष्ट्र सरकार द्वारा शुरू की गई रो-रो सेवा (Roll-on/Roll-off Service) ने तटीय क्षेत्रों में परिवहन और यात्रा का स्वरूप बदल दिया है। इस सेवा का मुख्य उद्देश्य वाहनों और यात्रियों के लिए आवागमन को सरल, सुरक्षित और समयबचाऊ बनाना है।
इस सेवा की सबसे खास बात यह है कि कार, बस और ट्रक जैसे वाहन सीधे जहाज़ पर चढ़ाए जाते हैं और समुद्री मार्ग से एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँचाए जाते हैं। इससे यात्रियों को लंबी सड़क यात्रा से मुक्ति मिलती है, ईंधन की खपत घटती है और यात्रा का समय भी काफी बच जाता है।
मुंबई से अलीबाग तक आसान सफर
रो-रो सेवा का सबसे प्रमुख मार्ग मुंबई से अलीबाग के बीच संचालित किया गया है। यहाँ से हजारों यात्री और वाहन प्रतिदिन इस सुविधा का लाभ उठाते हैं।
जहाँ सड़क मार्ग से अलीबाग पहुँचने में कई घंटे लगते हैं, वहीं समुद्री मार्ग से यात्री और वाहन कुछ ही घंटों में आराम से गंतव्य तक पहुँच जाते हैं।
पर्यटकों के अनुसार, यह सेवा न केवल यात्रा को सुविधाजनक बनाती है, बल्कि समुद्री सफर का अनुभव भी प्रदान करती है, जो यात्रा को और रोमांचक बना देता है।
Maharashtra Transport Tourism News: पर्यावरण और अर्थव्यवस्था को लाभ
विशेषज्ञ मानते हैं कि रो-रो सेवा पर्यावरण के लिए भी लाभकारी है। सड़क पर वाहनों का दबाव कम होने से प्रदूषण में कमी आती है और ईंधन की खपत घटती है।
इसके साथ ही, यह सेवा स्थानीय पर्यटन और तटीय अर्थव्यवस्था को भी मज़बूती प्रदान करती है। होटल, रेस्त्रां और अन्य पर्यटन व्यवसायों को इससे सीधा लाभ मिल रहा है।
आधुनिक परिवहन व्यवस्था की दिशा में कदम
रो-रो सेवा को महाराष्ट्र में आधुनिक परिवहन व्यवस्था का महत्वपूर्ण हिस्सा माना जा रहा है। यह न केवल यात्रियों की सुविधा के लिए कारगर साबित हो रही है, बल्कि राज्य के तटीय क्षेत्रों को जोड़ने और आर्थिक विकास में भी अहम भूमिका निभा रही है।
सरकार का दावा है कि आने वाले समय में इस सेवा को अन्य तटीय शहरों तक भी विस्तार दिया जाएगा, जिससे पर्यटन और व्यापार को और गति मिलेगी।