छठ महापर्व पर मुख्यमंत्री फडणवीस का जुहू तट आगमन
मुंबई, 27 अक्टूबर (वार्ता)। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को छठ महापर्व के शुभ अवसर पर मुंबई के प्रसिद्ध जुहू समुद्र तट पर पहुँचकर श्रद्धालुओं से भेंट की और उन्हें पर्व की मंगलकामनाएँ दीं। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि “छठ पूजा केवल एक धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि यह भारतीय संस्कृति में सूर्य उपासना का प्रतीक है।”
मुख्यमंत्री के आगमन के साथ ही जुहू तट पर उपस्थित हजारों श्रद्धालुओं में उत्साह का वातावरण छा गया। फडणवीस ने कहा कि राज्य सरकार छठ पर्व को लेकर हर वर्ष प्रशासनिक सहयोग प्रदान करती है ताकि श्रद्धालु बिना किसी असुविधा के पूजा-अर्चना कर सकें।
सूर्य उपासना और मातृशक्ति का पर्व
छठ पूजा भारतीय संस्कृति में सूर्य भगवान और छठी मैया की आराधना का अद्वितीय पर्व है। यह पर्व कार्तिक शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है और इसका धार्मिक व सामाजिक महत्व अत्यंत व्यापक है। महाराष्ट्र में विशेषकर मुंबई, ठाणे, नवी मुंबई, और पालघर जिलों में यह पर्व उत्तर भारतीय समाज के लोगों द्वारा अत्यंत श्रद्धा के साथ मनाया जाता है।
फडणवीस ने कहा कि “सूर्य नारायण ऊर्जा और जीवन के स्रोत हैं। यह पर्व मानव और प्रकृति के मध्य संबंध को सुदृढ़ करता है। हमारी सरकार हर वर्ग की धार्मिक आस्थाओं का सम्मान करती है और इसी भावना से छठ पूजा के अवसर पर प्रशासनिक व्यवस्था को सुदृढ़ किया गया है।”
राजनीतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण अवसर
राजनीतिक दृष्टि से भी छठ पर्व इस वर्ष विशेष महत्व रखता है, क्योंकि मुंबई महानगरपालिका चुनाव निकट हैं। मुंबई में बड़ी संख्या में उत्तर भारतीय मतदाता निवास करते हैं, जो छठ पर्व को अपनी पहचान और परंपरा से जोड़कर देखते हैं। इस संदर्भ में मुख्यमंत्री फडणवीस की उपस्थिति को राजनीतिक रूप से भी एक सकारात्मक संदेश के रूप में देखा जा रहा है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि फडणवीस की यह पहल मुंबई के उत्तर भारतीय समुदाय के प्रति स्नेह और सहयोग का प्रतीक है, जो आगामी चुनावों में निर्णायक भूमिका निभा सकता है।
श्रद्धालुओं की अपार भीड़ और प्रशासनिक प्रबंध
जुहू तट पर आयोजित छठ उत्सव महा संघ के कार्यक्रम में लाखों श्रद्धालु शामिल हुए। हल्की-फुल्की वर्षा के बावजूद लोगों का उत्साह कम नहीं हुआ। समुद्र तट पर सुरक्षा और स्वच्छता के लिए नगर निगम, पुलिस विभाग, तथा स्वयंसेवी संस्थाओं ने मिलकर विशेष प्रबंध किए थे।
फडणवीस ने स्थल निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिए कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने कहा, “मुंबई जैसे महानगर में छठ पूजा का सामूहिक आयोजन हमारी सांस्कृतिक एकता और सामाजिक सद्भाव का परिचायक है।”
चार दिवसीय अनुष्ठान का महत्व
छठ महापर्व चार दिनों तक चलने वाला एक तपस्वी व्रत माना जाता है। यह पर्व नहाय-खाय से प्रारंभ होकर खरना, संध्या अर्घ्य और प्रातःकालीन अर्घ्य के साथ संपन्न होता है। इस दौरान व्रतीजन कठोर नियमों का पालन करते हैं और सूर्य देव तथा छठी मैया से परिवार की सुख-समृद्धि की कामना करते हैं।
मुंबई में यह पर्व 25 अक्टूबर से प्रारंभ हुआ और 28 अक्टूबर को उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर इसका समापन होगा।
फडणवीस की अपील – “सद्भाव और स्वच्छता बनाएं रखें”
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में नागरिकों से अपील की कि वे पर्व के दौरान स्वच्छता, सुरक्षा, और सद्भाव बनाए रखें। उन्होंने कहा, “छठ पूजा केवल एक धार्मिक कर्मकांड नहीं, बल्कि यह हमारी जीवन शैली में अनुशासन, संयम और प्रकृति के प्रति कृतज्ञता का संदेश देती है।”
उन्होंने मुंबई महानगरपालिका के अधिकारियों की प्रशंसा की, जिन्होंने विगत वर्षों की भांति इस बार भी छठ पर्व को सुचारु रूप से संपन्न कराने में उत्कृष्ट योगदान दिया है।
संवेदनशील राजनीति और सांस्कृतिक एकता का संगम
छठ महापर्व के माध्यम से महाराष्ट्र में उत्तर भारतीय समाज और स्थानीय जनजीवन के बीच एक सांस्कृतिक सेतु का निर्माण हुआ है। मुख्यमंत्री फडणवीस की उपस्थिति ने इस भावना को और प्रबल किया है कि महाराष्ट्र सरकार हर समुदाय की परंपराओं और धार्मिक आयोजनों का समान सम्मान करती है।
यह समाचार पीटीआई(PTI) के इनपुट के साथ प्रकाशित किया गया है।