नागपुर शहर में ग्रामीण और स्थानीय उद्यमों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित 7वें ग्रामायण उद्यम एक्सपो 2025 का समापन मंगलवार, 30 दिसंबर 2024 को एक भव्य पुरस्कार वितरण समारोह के साथ हुआ। यह कार्यक्रम धरमपेठ स्थित कुसुमताई वानखेडे सभागृह में आयोजित किया गया, जहां विद्यालयी छात्रों को पर्यावरण संरक्षण पर आधारित विभिन्न प्रतियोगिताओं में उनकी उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया।
ग्रामायण प्रतिष्ठान नागपुर द्वारा आयोजित इस एक्सपो का मुख्य उद्देश्य “उद्यमी बनें – आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ें!” और “स्वदेशी – लोकल से ग्लोबल” की संकल्पना को बढ़ावा देना था। इस आयोजन ने न केवल स्थानीय उद्यमियों को मंच प्रदान किया, बल्कि युवा पीढ़ी में पर्यावरण के प्रति जागरूकता और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना भी जगाई।
पर्यावरण संरक्षण पर केंद्रित प्रतियोगिताएं
ग्रामायण प्रतिष्ठान ने विद्यालयी छात्रों के बीच पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए कई रचनात्मक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया। इन प्रतियोगिताओं में भाषण, कथाकथन, निबंध लेखन, पोस्टर निर्माण और पैकेजिंग सामग्री से मॉडल निर्माण जैसी गतिविधियां शामिल थीं। इन सभी प्रतियोगिताओं का केंद्रीय विषय पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास था।
छात्रों ने इन प्रतियोगिताओं में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन किया। भाषण प्रतियोगिता में छात्रों ने पर्यावरण की समस्याओं और उनके समाधान पर अपने विचार रखे। निबंध लेखन में उन्होंने प्रकृति संरक्षण के महत्व को शब्दों में पिरोया। पोस्टर प्रतियोगिता में रंगों और कल्पना का अद्भुत मिश्रण देखने को मिला।
पैकेजिंग सामग्री से मॉडल निर्माण
सबसे अनूठी प्रतियोगिता पैकेजिंग सामग्री से मॉडल निर्माण की थी। इसमें छात्रों ने पुरानी और फेंकी जाने वाली पैकेजिंग सामग्री का उपयोग करके नए और उपयोगी मॉडल बनाए। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य बच्चों में कचरे के पुनर्चक्रण और पुनः उपयोग की आदत विकसित करना था। छात्रों की सोच और कौशल देखकर सभी उपस्थित लोग प्रभावित हुए।
कथाकथन प्रतियोगिता में छात्रों ने पर्यावरण संरक्षण से जुड़ी कहानियां सुनाईं, जिनमें नैतिक संदेश और सीख छिपी थी। इन सभी गतिविधियों ने छात्रों में न केवल पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाई, बल्कि उनके व्यक्तित्व विकास में भी योगदान दिया।
प्रतिष्ठित अतिथियों की उपस्थिति
समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में प्रसिद्ध सामाजिक व्यक्तित्व सौ. कांचनताई गडकरी, ट्रिंकल क्लब द हितवाद की संपादक आसावरी शृंगोलिकर और अनुराधा सांबरे उपस्थित थीं। इन सम्मानित अतिथियों ने विजेता छात्रों को पुरस्कार प्रदान किए और उन्हें प्रोत्साहित किया।
सौ. कांचनताई गडकरी ने अपने संबोधन में छात्रों द्वारा प्रस्तुत पथनाट्य की विशेष सराहना की। उन्होंने कहा कि आज के बच्चे ही कल का भविष्य हैं और यदि उन्हें बचपन से ही संस्कृति, आहार और संस्कारों का महत्व समझाया जाए, तो वे जिम्मेदार नागरिक बन सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे आयोजन प्रत्येक विद्यालय में नियमित रूप से होने चाहिए ताकि अधिक से अधिक छात्र इनसे लाभान्वित हो सकें।
स्वदेशी और आत्मनिर्भरता का संदेश
ग्रामायण उद्यम एक्सपो 2025 का मुख्य उद्देश्य स्थानीय उत्पादों और स्वदेशी वस्तुओं को बढ़ावा देना था। “लोकल से ग्लोबल” की अवधारणा पर आधारित इस एक्सपो में ग्रामीण क्षेत्रों के कारीगरों और उद्यमियों को अपने उत्पाद प्रदर्शित करने का मौका मिला। हस्तशिल्प, जैविक उत्पाद, खाद्य प्रसंस्करण और पारंपरिक कला के नमूने एक्सपो में प्रमुखता से उपस्थित थे।
इस एक्सपो ने युवाओं को यह संदेश दिया कि वे नौकरी की तलाश में न भटकें, बल्कि उद्यमी बनकर आत्मनिर्भर बनें। स्थानीय संसाधनों का सही उपयोग करके न केवल अपने लिए, बल्कि समाज के लिए भी रोजगार के अवसर सृजित किए जा सकते हैं।
विद्यार्थियों में जागरूकता का प्रसार
विद्यालयी छात्रों को इस आयोजन का हिस्सा बनाना एक सराहनीय कदम था। पर्यावरण संरक्षण की जिम्मेदारी केवल सरकार या बड़ों की नहीं है, बल्कि बच्चों को भी इसमें सक्रिय भागीदार बनाना आवश्यक है। ग्रामायण प्रतिष्ठान ने इस दिशा में सराहनीय प्रयास किया।
छात्रों ने जिस उत्साह और ऊर्जा के साथ प्रतियोगिताओं में भाग लिया, उससे यह स्पष्ट हो गया कि यदि उन्हें सही दिशा और मंच मिले, तो वे समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं। इन बच्चों ने अपनी सोच, कौशल और रचनात्मकता से सभी को प्रभावित किया।
संयुक्त प्रयास से सफलता
यह आयोजन ग्रामायण प्रतिष्ठान, वीआईए एग्रो रूरल डेवलपमेंट एंड फूड प्रोसेसिंग फोरम और सैटरडे क्लब विदर्भ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया। इन संस्थाओं के सहयोग ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। विभिन्न क्षेत्रों से जुड़ी संस्थाएं जब मिलकर काम करती हैं, तो परिणाम और भी बेहतर होते हैं।
भविष्य की योजना
समापन समारोह की सफलता ने आयोजकों को भविष्य में और भी बड़े स्तर पर ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने के लिए प्रेरित किया है। ग्रामायण प्रतिष्ठान ने संकेत दिया है कि अगले वर्ष भी इस एक्सपो का आयोजन किया जाएगा और इसमें और अधिक विद्यालयों और छात्रों को शामिल किया जाएगा।
ऐसे आयोजन न केवल छात्रों के व्यक्तित्व विकास में सहायक होते हैं, बल्कि समाज में पर्यावरण संरक्षण और स्वदेशी उत्पादों के प्रति जागरूकता भी फैलाते हैं। नागपुर में आयोजित इस कार्यक्रम ने यह साबित कर दिया कि छोटे-छोटे प्रयासों से भी बड़े बदलाव लाए जा सकते हैं।