श्री गुरु तेग बहादुर जी की शहादत की 350वीं जयंती का महत्त्व
7 दिसंबर, 2025 को नागपुर में श्री गुरु तेग बहादुर जी की शहादत के 350वें शताब्दी वर्ष के अवसर पर एक भव्य विदर्भस्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। यह ऐतिहासिक अवसर केवल धार्मिक या सांस्कृतिक महत्व का नहीं है, अपितु समाज में उनके जीवन मूल्यों और शिक्षाओं को स्थापित करने का एक सशक्त माध्यम भी है। गुरु तेग बहादुर जी ने अपने धर्म और मानवता की रक्षा के लिए जो बलिदान दिया, वह आज भी सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
आयोजन का उद्देश्य और सामाजिक संदेश
यह कार्यक्रम जनसामान्य तक गुरु जी के आदर्शों और उनके महान कार्यों की जानकारी पहुँचाने हेतु आयोजित किया जा रहा है। आयोजकों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि युवा पीढ़ी में धार्मिक सहिष्णुता, न्याय और साहस के सिद्धांत गहराई से स्थापित हों। जिलाधिकारी डॉ. विपीन इटनकर ने इस पहल की अहमियत को समझते हुए जिला प्रशासन और क्षेत्रीय समितियों से कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु पूर्ण सहयोग का आह्वान किया है।
कार्यक्रम की तैयारी और आयोजन समिति
कार्यक्रम की प्रारंभिक समीक्षा बैठक नागपुर के जिल्हा नियोजन भवन में आयोजित की गई। इस बैठक में मुख्यमंत्री के विशेष कार्य अधिकारी रामेश्वर नाईक, निवासी उपजिल्हाधिकारी अनुप खांडे, आयोजन समिति के अध्यक्ष गुरमीत सिंह खोखर, उपाध्यक्ष वीरेंद्र कुकरेजा सहित अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित थे। बैठक में कार्यक्रम की रूपरेखा, प्रतिभागियों की संख्या, सुरक्षा व्यवस्था, अतिथि सत्कार और प्रचार-प्रसार की रणनीति पर विस्तृत चर्चा हुई।
नागपुर में होने वाले प्रमुख आयोजन
नागपुर में आयोजित होने वाले विदर्भस्तरीय कार्यक्रम में विदर्भ के सभी जिलों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। इसके तहत सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ, धार्मिक प्रवचन, शैक्षिक सेमिनार और सामूहिक स्मरण समारोह आयोजित किए जाएंगे। विशेष ध्यान इस बात का रखा जाएगा कि कार्यक्रम में सभी वर्गों के लोग सम्मिलित हों और गुरु जी के जीवन तथा उनके संदेशों को हर व्यक्ति तक पहुँचाया जा सके।
नांदेड और नवी मुंबई में आयोजन
इस विशेष अवसर के तहत नांदेड और नवी मुंबई में भी आयोजन किए जाएंगे। यह पहल इस संदेश को व्यापक स्तर पर फैलाने का माध्यम बनेगी। इन आयोजनों में स्थानीय समुदायों, विद्यार्थियों, धर्मगुरुओं और समाजसेवियों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
आयोजनों में सुरक्षा और प्रशासनिक प्रबंध
जिलाधिकारी डॉ. विपीन इटनकर ने सुरक्षा व्यवस्था और यातायात प्रबंधन पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया है। इसके लिए पुलिस, अग्निशमन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित किया गया है। इसके अलावा, कार्यक्रम स्थल पर कोविड-19 और अन्य स्वास्थ्य नियमों का पालन भी सुनिश्चित किया जाएगा।
गुरु तेग बहादुर जी के आदर्शों का प्रसार
इस पहल का मुख्य उद्देश्य गुरु तेग बहादुर जी के आदर्शों और शिक्षाओं को हर नागरिक तक पहुँचाना है। उनके बलिदान ने यह सिद्ध किया कि धर्म, न्याय और मानवता की रक्षा में व्यक्ति को किसी भी परिस्थिति में पीछे नहीं हटना चाहिए। युवा पीढ़ी में उनके साहस और मानवता के संदेशों को जीवंत करने के लिए शैक्षिक संस्थानों और सामाजिक संगठनों को भी जोड़ने की योजना बनाई गई है।
श्री गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं शहादत जयंती का यह विदर्भस्तरीय कार्यक्रम न केवल नागपुर के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए गौरव का अवसर है। यह आयोजन हमें यह स्मरण कराता है कि धर्म और मानवता के लिए दिया गया बलिदान सदैव अमर रहता है। इस कार्यक्रम के माध्यम से समाज में न्याय, सहिष्णुता और साहस के मूल्यों का प्रसार सुनिश्चित होगा।