Hingna MIDC Electric Wire Accident: दो गायों की मौत, आठ सुरक्षित
नागपुर के Hingna MIDC क्षेत्र में मंगलवार को एक गंभीर Hingna MIDC Electric Wire Accident हुआ, जिसमें टूटे हुए बिजली के तार के संपर्क में आने से दो गायों की मौके पर मौत हो गई। घटना वानाडोंगरी-संगम मार्ग के पास हुई, जहां चरने के लिए आई गायें अचानक करंट की चपेट में आ गई। समय रहते बिजली की आपूर्ति बंद कर दी गई, जिससे आठ अन्य गायों की जान बच गई।
जानकारी के अनुसार, यह हादसा तब हुआ जब एक बड़ा वाहन सर्विस लाइन से टकराया और बिजली की तार टूटकर जमीन पर गिर गई। आसपास के ग्रामीणों का कहना है कि इस रास्ते पर बड़े वाहनों की आवाजाही अधिक होती है, और ऐसे में बिजली की सर्विस लाइन को खुले में रखना बेहद खतरनाक है।
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एमआईडीसी पुलिस थाना और वीज वितरण कंपनी के कर्मचारी मौके पर तुरंत पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। पंचनामा किया गया और प्रभावित गोपालक मंगेश भिवापुरे को नुकसान की जानकारी दी गई। घटना में कोई इंसानी हानि नहीं हुई, वरना यह हादसा और बड़ा हो सकता था।
ग्रामीणों ने न केवल नुकसान भरपाई की मांग की, बल्कि यह भी कहा कि बड़े वाहनों की आवाजाही को नियंत्रित किया जाए और इलाके में गुजरने वाली सर्विस लाइन को भूमिगत किया जाए। उनका कहना है कि खुले में पड़ी बिजली की लाइन से हादसा किसी भी समय हो सकता है और इससे न केवल जानवर बल्कि राहगीर भी खतरे में पड़ सकते हैं।

इस घटना ने स्थानीय प्रशासन की तैयारी और सुरक्षा मानकों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि Hingna MIDC Electric Wire Accident जैसी घटनाओं से निपटने के लिए preventive measures लागू करना बेहद जरूरी है। इन उपायों में नियमित निरीक्षण, टूटे तारों की समय पर मरम्मत और हाई-टेंशन लाइनों को भूमिगत करना शामिल है।
स्थानीय ग्रामीणों ने मीडिया से बातचीत में बताया कि क्षेत्र में बड़े वाहन अक्सर तेज गति से चलते हैं और यह लगातार खतरे का संकेत है। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले कुछ महीनों में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
वेब स्टोरी:
इस घटना से यह साफ हो गया कि केवल बिजली के तार ही नहीं, बल्कि उनकी रखरखाव और आसपास के इलाके की सुरक्षा भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। ग्रामीण अब सरकार से सावधानीपूर्ण उपायों और भवन व मार्ग सुरक्षा नियमों का पालन करने की मांग कर रहे हैं।
इस घटना ने सामाजिक चेतना भी जगाई है, क्योंकि ग्रामीणों ने बताया कि ऐसे हादसे न केवल पशुओं के लिए खतरनाक हैं, बल्कि लोगों की जान के लिए भी गंभीर खतरा बन सकते हैं। उन्होंने प्रशासन से आग्रह किया कि सभी हाई-टेंशन और सर्विस लाइन की समय-समय पर जांच की जाए और जरूरत पड़ने पर उन्हें भूमिगत किया जाए।