नागपुर में नई सुरक्षा पहलों का शुभारंभ
नागपुर शहर के निरंतर विस्तार और बढ़ती जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए अब शहर की सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ किया जा रहा है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के निर्देशानुसार तथा अभिभावक मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले के मार्गदर्शन में नागपुर में पाँच नई पुलिस चौकियों की स्थापना की गई है। इन चौकियों का उद्घाटन आज पुलिस आयुक्तालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संपन्न हुआ।
इस अवसर पर पुलिस आयुक्त रविंद्रकुमार सिंगल, सह पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी, अपर पुलिस आयुक्त राजेंद्र दाभाड़े, शिवाजी राठोड़, पुलिस उपायुक्त लोहित मतानी और दीपक अग्रवाल सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
नई पुलिस चौकियाँ गणेश नगर कोराडी, कापसी, जामठा, गोंडखैरी, और उमरगांव क्षेत्रों में स्थापित की गई हैं।
शहर की सुरक्षा में नई ऊर्जा का संचार
अभिभावक मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि नागपुर आज अंतरराष्ट्रीय पहचान बना रहा है। ऐसे में नागरिकों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। नई पुलिस चौकियाँ न केवल अपराध नियंत्रण में सहायक होंगी, बल्कि यातायात व्यवस्था को भी सुचारू बनाएँगी।
उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इन चौकियों से दुर्घटनाओं की संख्या में कमी आएगी और पुलिस की प्रतिक्रिया गति में सुधार होगा।

‘यू-टर्न ऑपरेशन’ से यातायात को मिलेगी नई दिशा
नागपुर पुलिस विभाग द्वारा आरंभ किए गए ‘यू-टर्न ऑपरेशन’ का उद्देश्य सड़क सुरक्षा और यातायात अनुशासन को सुदृढ़ करना है। इस अभियान के माध्यम से वाहन चालकों को सही मार्गदर्शन, संकेत और वैकल्पिक मार्गों की जानकारी दी जाएगी ताकि अनावश्यक दुर्घटनाओं को रोका जा सके।
बावनकुले ने कहा कि “सुरक्षित नागपुर” का लक्ष्य तभी सफल होगा जब नागरिक और प्रशासन दोनों मिलकर कार्य करें।
युवाओं की सहभागिता से होगा ‘सुरक्षित नागपुर’ का निर्माण
अपने संबोधन में मंत्री बावनकुले ने युवाओं से आग्रह किया कि वे पुलिस प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करें। उन्होंने कहा कि युवाओं में सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना जागृत कर “सुरक्षित नागपुर” का सपना साकार किया जा सकता है।
उन्होंने यह भी कहा कि आधुनिक युग में डिजिटल निगरानी तंत्र, सीसीटीवी नेटवर्क और जनसहभागिता आधारित पुलिसिंग को बढ़ावा देना समय की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री के निर्देशों से प्रशासनिक तत्परता में सुधार
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर को “सुरक्षित और स्मार्ट शहर” के रूप में विकसित करने का लक्ष्य रखा है। इस दिशा में नई पुलिस चौकियों की स्थापना, बेहतर निगरानी प्रणाली और तत्पर पुलिस बल का गठन महत्वपूर्ण कदम हैं।
राज्य सरकार का मानना है कि जब नागरिकों को सुरक्षा का भरोसा मिलेगा, तभी शहर में निवेश, उद्योग और पर्यटन को भी गति मिलेगी।
जनसहभागिता से बनेगा ‘सुरक्षित नागपुर’ का मॉडल
बावनकुले ने नागरिकों से अपील की कि वे पुलिस की सहायता करें, संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत जानकारी दें और यातायात नियमों का पालन करें। उन्होंने कहा कि एक जागरूक नागरिक ही सुरक्षित समाज का निर्माण कर सकता है।
कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित अधिकारियों ने नागपुर को ‘शांतिपूर्ण और सुरक्षित शहर’ बनाने के संकल्प के साथ इस नई पहल को नागरिकों को समर्पित किया।
पाँच नई पुलिस चौकियों की स्थापना नागपुर की सुरक्षा यात्रा में एक ऐतिहासिक कदम है। यह केवल भौतिक ढाँचा नहीं, बल्कि प्रशासनिक इच्छाशक्ति और नागरिक सहयोग का प्रतीक है। यदि इसी समन्वय से कार्य जारी रहा, तो निकट भविष्य में नागपुर देश के सबसे सुरक्षित और अनुशासित शहरों में अपनी जगह बना सकेगा।