Nagpur Road Accident: कासोला के पास महागांव मार्ग पर भीषण सड़क दुर्घटना
महाराष्ट्र के यवतमाल ज़िले के पुसद- महागांव मार्ग पर कासोला गांव के निकट शनिवार सुबह एक भयानक सड़क दुर्घटना में सात से आठ यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा उस समय हुआ जब यात्रियों से भरी एक निजी ट्रैवल्स बस सामने से आ रहे ट्रक से भिड़ गई। टक्कर इतनी तेज़ थी कि बस के अगले हिस्से के परखच्चे उड़ गए और अंदर बैठे यात्री बुरी तरह फंस गए।
घायलों की स्थिति गंभीर, अस्पताल में भर्ती
दुर्घटना के बाद स्थानीय लोगों ने तत्परता दिखाते हुए पुलिस को सूचना दी और राहत कार्य में सहायता की। पुसद पुलिस थाने की टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुँची और घायलों को पास के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। कुछ घायलों की स्थिति नाज़ुक बताई जा रही है, जिन्हें बाद में यवतमाल जिला अस्पताल रेफर किया गया है। डॉक्टरों के अनुसार, समय पर प्राथमिक उपचार मिलने से कई लोगों की जान बच पाई है।
दुर्घटना का कारण – तेज़ गति और ओवरटेक का प्रयास
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह हादसा ओवरटेक करने के प्रयास के दौरान हुआ। बताया जा रहा है कि बस चालक ने मोड़ पर तेज़ रफ्तार में ट्रक को पार करने की कोशिश की, लेकिन सामने से आ रहे ट्रक से टक्कर हो गई। इस भीषण टक्कर के बाद दोनों वाहनों के हिस्से सड़क पर बिखर गए। पुलिस ने दोनों वाहनों को कब्ज़े में लेकर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस ने दर्ज किया मामला, जांच जारी
Nagpur Road Accident: पुसद पुलिस ने मामले में अज्ञात ट्रक चालक के विरुद्ध लापरवाही से वाहन चलाने का मामला दर्ज किया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि घटनास्थल से प्राप्त साक्ष्य और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान के आधार पर आगे की जांच की जा रही है। हादसे के समय सड़क पर धुंध और अधिक गति को भी कारण माना जा रहा है।
स्थानीय प्रशासन ने की राहत व्यवस्था
यवतमाल जिला प्रशासन ने तत्काल राहत कार्य के लिए आपात दल भेजा। ग्रामीणों की मदद से घायलों को बाहर निकाला गया। प्रशासन ने बताया कि सभी घायलों को मुफ्त चिकित्सा सुविधा दी जा रही है और परिजनों को सूचना भेजी जा चुकी है। सड़क पर यातायात सामान्य करने के लिए मलबा हटाने का कार्य भी जारी है।
सड़क सुरक्षा पर उठे प्रश्न | Nagpur Road Accident
यह घटना एक बार फिर सड़क सुरक्षा और वाहनों की गति सीमा पर सवाल खड़े करती है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि इस मार्ग पर लगातार दुर्घटनाएँ हो रही हैं, परंतु प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा। लोगों ने मांग की है कि इस क्षेत्र में स्पीड ब्रेकर और चेतावनी संकेत लगाए जाएँ, ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाएँ टाली जा सकें।
प्रशासन का बयान
यवतमाल जिला परिवहन अधिकारी ने कहा कि प्राथमिक जांच से पता चलता है कि दुर्घटना तेज़ गति और ओवरटेक के प्रयास के कारण हुई। उन्होंने बताया कि ड्राइवरों के लिए सख्त नियम लागू किए जाएंगे और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए निगरानी बढ़ाई जाएगी।