नागपुर के हुड़केश्वर थाना क्षेत्र में 30 नवंबर की सुबह एक दिल दहला देने वाला सड़क हादसा हुआ। आउटर रिंग रोड पर तेज रफ्तार में चल रहे एक अनियंत्रित ट्रक ने बोलेरो गाड़ी को जोरदार टक्कर मार दी। इस हादसे में बोलेरो में सवार एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अन्य चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। पुलिस ने ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
हादसे की पूरी घटना
मिली जानकारी के अनुसार, 28 वर्षीय युवक मयुर रामदास शांडीले अपनी बोलेरो गाड़ी में कुछ मेहमानों को लेकर उमरेड की ओर जा रहे थे। बोलेरो में डब्ल्यूसीएल कंपनी में काम करने वाले अनिल कुमार सिंग (52 वर्ष), उनकी पत्नी रूबीदेवी सिंग (44 वर्ष), गौरव पांडे (50 वर्ष) और उनकी पत्नी राशी पांडे (42 वर्ष) सवार थे। ये सभी लोग उमरेड में एक प्री वेडिंग कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे।
घटना के समय बोलेरो आउटर रिंग रोड पर सामान्य गति से चल रही थी। बीच रास्ते में शॉर्टकट लेने के उद्देश्य से वाहन चालक ने गाड़ी की रफ्तार कम कर दी। ठीक उसी समय पीछे से तेज रफ्तार में आ रहा एक भारी ट्रक अनियंत्रित होकर बोलेरो से जा टकराया। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बोलेरो पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई और उसमें सवार सभी लोग बुरी तरह घायल हो गए।

तुरंत अस्पताल में भर्ती
हादसे की सूचना मिलते ही आसपास के लोग मदद के लिए दौड़े आए। स्थानीय लोगों ने घायलों को तुरंत बोलेरो से बाहर निकाला और उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया। अनिल कुमार सिंग और उनकी पत्नी रूबीदेवी सिंग को सबसे पहले अस्पताल पहुंचाया गया। डॉक्टरों ने जांच के बाद रूबीदेवी को मृत घोषित कर दिया। उनकी चोटें इतनी गंभीर थीं कि उन्हें बचाया नहीं जा सका।
गौरव पांडे और उनकी पत्नी राशी पांडे को न्यू ईरा हॉस्पिटल, लकड़गंज में भर्ती कराया गया है। दोनों की हालत काफी गंभीर बताई जा रही है और डॉक्टरों की टीम उनका इलाज कर रही है। अनिल कुमार सिंग और वाहन चालक मयुर शांडीले को भी चोटें आई हैं, लेकिन उनकी स्थिति अपेक्षाकृत स्थिर है।
पुलिस ने शुरू की जांच
हादसे की जानकारी मिलने पर हुड़केश्वर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। पुलिस ने पीड़ित परिवार की शिकायत के आधार पर ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज किया है। हालांकि ट्रक चालक हादसे के तुरंत बाद ट्रक छोड़कर फरार हो गया। पुलिस ट्रक के नंबर की जानकारी जुटा रही है और चालक की तलाश में लगी हुई है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि घटनास्थल से मिले सबूतों के आधार पर जांच की जा रही है। हादसे के समय ट्रक की रफ्तार काफी तेज थी और चालक ने लापरवाही से गाड़ी चलाई। पुलिस जल्द ही ट्रक चालक को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी।
आउटर रिंग रोड पर बढ़ते हादसे
नागपुर का आउटर रिंग रोड पिछले कुछ समय से लगातार हादसों का गवाह बन रहा है। तेज रफ्तार और लापरवाही भरी ड्राइविंग के कारण यहां अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती हैं। भारी वाहनों के चालक अक्सर नियमों की अनदेखी करते हैं और तेज गति में गाड़ी चलाते हैं, जिससे दूसरे वाहनों के लिए खतरा बढ़ जाता है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस सड़क पर पर्याप्त सुरक्षा उपाय नहीं हैं। रात के समय रोशनी की कमी और सड़क पर गति नियंत्रण के लिए पर्याप्त चेक पोस्ट नहीं होने से हादसे बढ़ रहे हैं। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इस रोड पर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जाए।
सड़क सुरक्षा की जरूरत
यह हादसा एक बार फिर सड़क सुरक्षा के महत्व को रेखांकित करता है। तेज रफ्तार और लापरवाही भरी ड्राइविंग से न केवल खुद का बल्कि दूसरों का जीवन भी खतरे में पड़ जाता है। विशेष रूप से भारी वाहनों के चालकों को अधिक सतर्क रहने की जरूरत है।
सड़क परिवहन विभाग को भी सख्ती दिखाने की आवश्यकता है। समय-समय पर चेकिंग अभियान चलाकर तेज रफ्तार में गाड़ी चलाने वाले चालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। साथ ही, ड्राइवरों को यातायात नियमों का पालन करने के लिए जागरूक किया जाना चाहिए।
परिवार पर टूटा दुख का पहाड़
इस दर्दनाक हादसे ने रूबीदेवी सिंग के परिवार पर दुख का पहाड़ तोड़ दिया है। एक खुशी के कार्यक्रम में जाते समय हुए इस हादसे ने परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। पति अनिल कुमार सिंग भी घायल हैं और अस्पताल में इलाज करवा रहे हैं।
गौरव पांडे और राशी पांडे की हालत भी गंभीर बनी हुई है। डॉक्टरों की पूरी कोशिश है कि उन्हें जल्द से जल्द स्वस्थ किया जाए। परिवार के सदस्य और दोस्त अस्पताल में उनकी सेहत को लेकर चिंतित हैं।
प्रशासन से अपील
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से अपील की है कि आउटर रिंग रोड पर सुरक्षा के बेहतर इंतजाम किए जाएं। सड़क पर स्पीड ब्रेकर लगाए जाएं और रात में पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था की जाए। साथ ही, भारी वाहनों की नियमित जांच होनी चाहिए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उनके ब्रेक और अन्य सुरक्षा उपकरण सही हालत में हैं।
पुलिस अधिकारियों को भी समय-समय पर गश्त बढ़ानी चाहिए और तेज रफ्तार में गाड़ी चलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। सड़क हादसों को रोकने के लिए यह जरूरी है कि हर कोई अपनी जिम्मेदारी समझे।
यह हादसा एक दुखद याद दिलाता है कि सड़क पर सावधानी कितनी जरूरी है। हर ड्राइवर को यातायात नियमों का पालन करना चाहिए और दूसरों की सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए। तभी हम सड़क हादसों को कम कर सकते हैं और सभी की जान बचा सकते हैं।