Vande Mataram 150th Anniversary: वंदे मातरम् – करियर फॉर नेशन, एक प्रेरणादायक आयोजन
वंदे मातरम् गीत की 150वीं वर्षगांठ पर नागपुर में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें शहर के 50 से अधिक विद्यालयों के लगभग 4500 छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। यह कार्यक्रम शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था (आईटीआई) नागपुर, महिला आईटीआई नागपुर, एससीपी आईटीआई नागपुर तथा बूटीबोरी आईटीआई नागपुर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हुआ।
150वीं वर्षगांठ पर सामूहिक गायन का आयोजन
धनवटे नेशनल कॉलेज के प्रांगण में आयोजित इस समारोह में छात्रों ने ‘वंदे मातरम्’ गीत का सामूहिक गायन किया, जो एक ऐतिहासिक पल था। हजारों छात्रों ने एक स्वर में यह गीत गाकर देशभक्ति की भावना को प्रकट किया, जिससे पूरे परिसर में देशप्रेम की लहर दौड़ गई।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता मा. पी. टी. देवतळे, सहसंचालक, प्रादेशिक कार्यालय नागपुर ने की। इस अवसर पर प्रमुख वक्ता के रूप में डॉ. समय बनसोड ने विद्यार्थियों को वंदे मातरम् गीत के इतिहास और इसके पीछे छिपी गहरी देशभक्ति भावना से परिचित कराया।
विशेष उपस्थिति
कार्यक्रम में संत भागीरथी महाराज की विशेष उपस्थिति रही, जिन्होंने अपने आशीर्वाद से समारोह की शोभा बढ़ाई। इसके अलावा, नागपुर के तहसीलदार संतोष खांडरे और धनवटे नेशनल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. प्रशांत कोठे भी मान्यवर अतिथियों के रूप में उपस्थित थे।
विद्यार्थियों ने प्रस्तुत की प्रेरणादायक प्रस्तुतियां
कार्यक्रम में दीनानाथ हाई स्कूल के विद्यार्थियों ने दो देशभक्ति गीत प्रस्तुत किए, जिनमें ‘भारत हमको जान से प्यारा है’ और ‘वन्दे मातरम्’ गीत शामिल थे। इसके अलावा, आईटीआई नागपुर और महिला आईटीआई नागपुर के छात्रों ने देशभक्ति पर आधारित सुंदर लघुनाटिका प्रस्तुत की, जो दर्शकों को भावविभोर कर गई।
राष्ट्रप्रेम और सामाजिक जिम्मेदारी की प्रेरणा
Vande Mataram 150th Anniversary: डॉ. समय बनसोड ने अपने प्रेरणादायी भाषण में छात्रों को राष्ट्रप्रेम और सामाजिक जिम्मेदारी के महत्व पर गहरे विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने कहा कि आज के युवा भारत के भविष्य हैं और उन्हें अपने देश के प्रति निष्ठा और प्रेम से जुड़ने की आवश्यकता है।
कार्यक्रम के अध्यक्ष पी. टी. देवतळे ने छात्रों से देश सेवा का संकल्प लेने और अपने राष्ट्र के प्रति गर्व महसूस करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “वंदे मातरम् सिर्फ एक गीत नहीं, बल्कि यह हमारे राष्ट्र के प्रति निष्ठा का प्रतीक है।”
शिक्षा के क्षेत्र में यह आयोजन एक महत्वपूर्ण कदम
वंदे मातरम् गीत के इस उत्सव ने न केवल छात्रों को देशभक्ति की भावना से ओत-प्रोत किया, बल्कि यह शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ। ऐसे आयोजन छात्रों के व्यक्तित्व के विकास में सहायक होते हैं और उन्हें अपने देश के प्रति कर्तव्यों का एहसास कराते हैं।
कार्यक्रम का संदेश
इस कार्यक्रम का संदेश स्पष्ट था — युवाओं में राष्ट्रप्रेम की भावना को जगाना और उन्हें अपनी सामाजिक जिम्मेदारी का एहसास कराना। यह आयोजन आज के समय में आवश्यक है, जब देश में युवा शक्ति को सही दिशा देने की आवश्यकता महसूस हो रही है।