महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आज मुंबई के प्रसिद्ध लीलावती अस्पताल का दौरा किया। इस दौरे का मकसद शिवसेना के पूर्व विधायक विश्वास नांदेकर से मिलना था, जो इस समय गंभीर बीमारी के चलते अस्पताल में भर्ती हैं। विश्वास नांदेकर यवतमाल जिले के वणी विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक रह चुके हैं और शिवसेना परिवार के सम्मानित सदस्य माने जाते हैं।
नांदेकर की सेहत की जानकारी ली
उपमुख्यमंत्री शिंदे ने अस्पताल पहुंचकर सबसे पहले नांदेकर के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की। उन्होंने परिवारजनों से पूर्व विधायक की तबीयत के बारे में विस्तार से बातचीत की और उन्हें धैर्य रखने की सलाह दी। इस मुश्किल घड़ी में उपमुख्यमंत्री की यह भेट परिवार के लिए बड़ी राहत और सहारे का काम कर रही है।
शिंदे ने नांदेकर के परिवार को आश्वासन दिया कि सरकार की तरफ से हर संभव मदद की जाएगी। उन्होंने कहा कि विश्वास नांदेकर ने राजनीतिक जीवन में लंबे समय तक सेवा की है और उनके योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता।
डॉक्टरों से की विस्तृत चर्चा
उपमुख्यमंत्री ने अस्पताल के डॉक्टरों से भी लंबी बातचीत की। उन्होंने चिकित्सकों से नांदेकर पर चल रहे इलाज की पूरी जानकारी हासिल की। डॉक्टरों ने बताया कि मरीज की हालत पर लगातार निगरानी रखी जा रही है और सभी जरूरी चिकित्सकीय सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं।
चिकित्सकों ने यह भी बताया कि विश्वास नांदेकर किडनी से जुड़ी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से उनका इलाज लीलावती अस्पताल में चल रहा है। विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक पूरी टीम उनके स्वास्थ्य में सुधार के लिए दिन-रात मेहनत कर रही है।
किडनी की बीमारी से जूझ रहे हैं नांदेकर
पूर्व विधायक विश्वास नांदेकर किडनी से संबंधित समस्या से लंबे समय से परेशान हैं। उनकी हालत को देखते हुए परिवार ने उन्हें मुंबई के लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया था। यह अस्पताल अपनी उन्नत चिकित्सा सुविधाओं और अनुभवी डॉक्टरों के लिए देशभर में जाना जाता है।
किडनी की बीमारी एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है जिसमें समय पर सही इलाज बेहद जरूरी होता है। नांदेकर के मामले में भी डॉक्टर पूरी सावधानी और लगन से उनके इलाज में जुटे हुए हैं। परिवार और शुभचिंतकों को उम्मीद है कि जल्द ही उनकी सेहत में सुधार होगा।
राजनीतिक जीवन में नांदेकर का योगदान
विश्वास नांदेकर शिवसेना के वरिष्ठ नेता हैं और यवतमाल जिले की राजनीति में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। वणी विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहते हुए उन्होंने अपने क्षेत्र के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। जनता के बीच उनकी अच्छी छवि रही है और लोग आज भी उन्हें सम्मान की नजर से देखते हैं।
नांदेकर ने अपने राजनीतिक करियर में हमेशा जनता की सेवा को प्राथमिकता दी। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए निरंतर प्रयास किए। उनके इस योगदान को राजनीतिक क्षेत्र में हमेशा याद रखा जाएगा।
शिंदे की संवेदनशीलता की सराहना
उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की इस भेट को राजनीतिक और सामाजिक हलकों में काफी सराहा जा रहा है। व्यस्त कार्यक्रमों के बीच अपने पार्टी के पूर्व विधायक से मिलने के लिए समय निकालना उनकी संवेदनशीलता और आत्मीयता को दर्शाता है।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि ऐसे समय में जब नेता अक्सर अपने साथियों को भूल जाते हैं, शिंदे का यह कदम एक मिसाल है। यह दिखाता है कि शिवसेना में पार्टी के पुराने कार्यकर्ताओं और नेताओं की कद्र की जाती है।
परिवार और शुभचिंतकों में उम्मीद
नांदेकर के परिवार और शुभचिंतकों में उम्मीद की किरण जगी है। उपमुख्यमंत्री की भेट से परिवार को भावनात्मक सहारा मिला है। सभी को विश्वास है कि डॉक्टरों की कोशिशों और भगवान की कृपा से जल्द ही नांदेकर स्वस्थ होकर घर लौटेंगे।
राजनीतिक साथियों और कार्यकर्ताओं ने भी नांदेकर की जल्द स्वस्थता के लिए प्रार्थना की है। सोशल मीडिया पर भी लोग उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं। यवतमाल जिले में उनके समर्थकों ने विशेष प्रार्थना सभाएं भी आयोजित की हैं।
सरकार की तरफ से मदद का आश्वासन
उपमुख्यमंत्री शिंदे ने स्पष्ट किया है कि सरकार पूर्व विधायक नांदेकर के इलाज में हर तरह की मदद करने के लिए तैयार है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जरूरत पड़ने पर किसी भी तरह की चिकित्सकीय सुविधा या आर्थिक सहायता में कोई कमी न आने दी जाए।
यह घोषणा नांदेकर के परिवार और शिवसेना के कार्यकर्ताओं के लिए बड़ी राहत की बात है। इससे यह संदेश जाता है कि पार्टी अपने पुराने सिपाहियों के साथ खड़ी है।
उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की लीलावती अस्पताल में पूर्व विधायक विश्वास नांदेकर से मुलाकात ने यह साबित किया है कि राजनीति में भी मानवीय संवेदनाओं की जगह है। नांदेकर के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना पूरे महाराष्ट्र में की जा रही है। उम्मीद है कि वे जल्द ही ठीक होकर फिर से सक्रिय जीवन में लौटेंगे और अपनी सेवाएं देश और समाज को देते रहेंगे।