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तमिलनाडु सरकार चक्रवात दित्वाह से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार

Cyclone Ditwah: तमिलनाडु सरकार ने तैयारी तेज की और राहत दल बढ़ाए
Cyclone Ditwah: तमिलनाडु सरकार ने तैयारी तेज की और राहत दल बढ़ाए (File Photo: Cyclone Montha)
तमिलनाडु सरकार ने चक्रवात दित्वाह का सामना करने के लिए व्यापक तैयारी की है। मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने बताया कि दक्षिण तमिलनाडु और कावेरी डेल्टा क्षेत्र में भारी बारिश की आशंका को देखते हुए 12 एनडीआरएफ और 16 एसडीआरएफ टीमों को 16 जिलों में तैनात किया गया है। पड़ोसी राज्यों से अतिरिक्त टीमों की माँग की गई है और सेना, नौसेना, वायुसेना तथा तटरक्षक बल से भी सहयोग मांगा गया है। सरकार ने राहत केंद्र तैयार रखने, मछुआरों को समुद्र में न जाने और जनता को सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है। प्रशासन लगातार स्थिति की निगरानी कर रहा है।
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चक्रवात दित्वाह पर तमिलनाडु सरकार की तैयारी

तमिलनाडु में आने वाले चक्रवात दित्वाह को देखते हुए राज्य सरकार ने पूरी तैयारी कर ली है। मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने कहा है कि राज्य के दक्षिणी हिस्सों और कावेरी डेल्टा क्षेत्र में भारी वर्षा की आशंका है, इसलिए प्रशासन को पहले से सतर्क कर दिया गया है। सरकार ने यह भी बताया कि ज़रूरत पड़ने पर और टीमों की मदद ली जाएगी, ताकि किसी भी स्थिति में लोगों को सुरक्षित रखा जा सके।

राहत और बचाव दलों की तैनाती

मुख्यमंत्री स्टालिन के अनुसार, राज्य में 12 एनडीआरएफ टीमें और 16 एसडीआरएफ टीमें तैनात की गई हैं। ये टीमें कुल 16 जिलों में तैनात हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत राहत कार्य शुरू किया जा सके। इन जिलों में कांचीपुरम, तिरुवल्लुर, चेंगलपट्टू, चेन्नई, वेल्लोर, रणिपेट, तिरुवन्नामलाई, नागपट्टिनम, तंजावुर, तिरुवारूर, पुदुकोट्टई, मयिलाडुथुरै, कुड्डालोर, विलुप्पुरम, तिरुनेलवेली और तूतीकोरिन शामिल हैं।

अतिरिक्त मदद की माँग

राज्य सरकार ने पड़ोसी राज्यों से और एनडीआरएफ टीमों की माँग की है। इसके अलावा सेना, नौसेना, वायुसेना और तटरक्षक बल से भी अतिरिक्त मदद माँगी गई है। सरकारी बयान में कहा गया है कि चक्रवात के समय हर सेकेंड की कीमत होती है, इसलिए बचाव दलों की संख्या बढ़ाना बेहद ज़रूरी है। राज्य सरकार ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे राहत केंद्र तैयार रखें और पानी निकासी की व्यवस्था में तेजी लाएँ।

दक्षिणी जिलों में सबसे अधिक सतर्कता

दक्षिण तमिलनाडु के समुद्री क्षेत्रों में प्रशासन पूरी सतर्कता में है। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है और बंदरगाहों पर चेतावनी जारी कर दी गई है। कावेरी डेल्टा क्षेत्र में भी खेतों और गांवों को सुरक्षित रखने की तैयारी की जा रही है। गाँवों में रहने वाले लोगों से कहा गया है कि यदि जरूरत हो तो वे तुरंत राहत केंद्रों में पहुंचें।

सरकार की प्राथमिकता: लोगों की सुरक्षा

सरकार ने स्पष्ट कहा है कि उनका पहला लक्ष्य लोगों की सुरक्षा है। सभी स्कूल-कॉलेजों को स्थिति के अनुसार अवकाश देने की तैयारी है। स्वास्थ्य विभाग को भी निर्देश दिए गए हैं कि वे अस्पतालों में अतिरिक्त दवाइयाँ और आवश्यक उपकरण रखें। बिजली विभाग को भी सतर्क किया गया है, ताकि तूफान के दौरान बिजली बाधित होने पर तुरंत मरम्मत की जा सके।

प्रशासन की लगातार निगरानी

मौसम विभाग के अनुसार चक्रवात दित्वाह अगले कुछ दिनों में और तेज़ हो सकता है। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री स्वयं स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। सभी जिले नियंत्रण कक्षों से जुड़े रहेंगे, ताकि किसी भी स्थान पर समस्या होने पर तुरंत कार्रवाई की जा सके। राज्य सरकार ने कहा है कि यह समय एकजुट होकर और पूरी सावधानी के साथ काम करने का है।

जनता से अपील

मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर भरोसा न करें और सरकार द्वारा जारी की गई सूचनाओं का पालन करें। उन्होंने कहा कि सभी विभाग पूरी तरह तैयार हैं और जनता को किसी भी तरह की चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि लोग किसी भी समस्या में हों तो तुरंत हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क करें।

बड़ी चुनौती, लेकिन तैयारी मजबूत

चक्रवात दित्वाह तमिलनाडु के लिए एक बड़ा प्राकृतिक खतरा माना जा रहा है, लेकिन सरकार का दावा है कि व्यवस्था पहले से मजबूत है। राहत दलों की संख्या, सेना से सहयोग और तेज प्रशासनिक निर्देशों से उम्मीद है कि राज्य इस संकट का सामना मिलजुलकर कर पाएगा।

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Asfi Shadab

Writer, thinker, and activist exploring the intersections of sports, politics, and finance.