हैदराबाद। भारतीय मौसम विभाग (IMD) हैदराबाद ने मंगलवार को तेलंगाना के कई जिलों के लिए भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया है। विभाग ने यह चेतावनी 24 अक्टूबर से 26 अक्टूबर के बीच जारी की है। बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में सक्रिय निम्न दबाव प्रणाली के कारण राज्य के दक्षिण और मध्य क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है।
तेलंगाना के इन जिलों में भारी बारिश का खतरा
आईएमडी के अनुसार, जिन जिलों में भारी वर्षा की संभावना है उनमें खम्मम, नलगोंडा, सूर्यापेट, महबूबनगर, नागरकुरनूल, वनपार्थी, नारायणपेट और जोगुलाम्बा गडवाल शामिल हैं। इन इलाकों में अगले कुछ दिनों के दौरान मध्यम से लेकर भारी बारिश के साथ तेज हवाएं और बिजली गिरने की संभावना है।
हैदराबाद में गरज-चमक और तेज हवाओं की चेतावनी
हैदराबाद और उसके आसपास के जिले—रंगारेड्डी, मेदचल-मलकाजगिरी, विकाराबाद, संगारेड्डी, मेडाक, यादाद्रि-भुवनगिरि, कामारेड्डी, महबूबाबाद, वारंगल, हनुमकोंडा, जंगांव और सिद्धिपेट—में भी गरज-चमक के साथ वर्षा और तेज हवाओं का अनुमान है। यह स्थिति 22 अक्टूबर से 26 अक्टूबर तक बनी रह सकती है।
मौसम तंत्र का कारण – बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव
आईएमडी-नई दिल्ली के अनुसार, दक्षिण अंडमान सागर और उससे सटे बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक ऊपरी वायु चक्रवाती परिसंचरण (cyclonic circulation) सक्रिय है। यह प्रणाली 21 अक्टूबर के आसपास निम्न दबाव क्षेत्र में विकसित होने की संभावना है। इसके 23 अक्टूबर तक डिप्रेशन (अवदाब) का रूप लेने की प्रबल संभावना जताई जा रही है। यह प्रणाली दक्षिण और मध्य बंगाल की खाड़ी में सक्रिय होगी और इसके प्रभाव से पूर्वी तटीय इलाकों में भारी वर्षा देखी जा सकती है।
आंध्र प्रदेश और तेलंगाना दोनों पर पड़ेगा असर
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, यह प्रणाली न केवल आंध्र प्रदेश के तटीय जिलों में बल्कि तेलंगाना के कई इलाकों में भी भारी वर्षा का कारण बनेगी। स्वतंत्र मौसम विश्लेषक टी. बालाजी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा,
“बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव क्षेत्र के कारण आंध्र प्रदेश में भारी वर्षा देखने को मिलेगी। इसी प्रणाली का असर तेलंगाना के कई हिस्सों में मध्यम से भारी वर्षा के रूप में दिखेगा।”
नागरिकों को दी गई सावधानी बरतने की सलाह
आईएमडी ने नागरिकों से अपील की है कि वे खराब मौसम के दौरान सावधानी बरतें और अनावश्यक यात्रा से बचें। बिजली गिरने और तेज हवाओं के कारण खुले स्थानों पर रुकने या पेड़ों के नीचे खड़े होने से परहेज़ करें। घरों में विद्युत उपकरणों को सुरक्षित रखें और बच्चों तथा बुजुर्गों को बाहर न जाने दें।
कृषि और दैनिक जीवन पर असर
इस मौसम प्रणाली का असर कृषि कार्यों पर भी देखने को मिलेगा। राज्य के दक्षिणी और मध्य भागों में फसल कटाई और भंडारण के दौरान किसानों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। तेज हवाएं और लगातार बारिश से मूंगफली, कपास और धान की फसलों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। वहीं शहरों में जलभराव और यातायात की समस्या भी बढ़ सकती है।
आने वाले दिनों में मौसम की स्थिति
आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार, 26 अक्टूबर तक राज्य के कई हिस्सों में बारिश जारी रहने की संभावना है। इसके बाद मौसम में धीरे-धीरे सुधार देखने को मिलेगा। हालांकि बंगाल की खाड़ी में बनने वाली यह प्रणाली अगर और मजबूत होती है तो बारिश का दौर लंबा खिंच सकता है।
तेलंगाना में 24 से 26 अक्टूबर तक भारी वर्षा का अलर्ट राज्य प्रशासन के लिए चुनौतीपूर्ण स्थिति पैदा कर सकता है। हैदराबाद समेत कई जिलों में गरज-चमक और तेज हवाओं की संभावना के बीच प्रशासन ने नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की है। मौसम विभाग लगातार स्थिति की निगरानी कर रहा है और आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर रहा है।