अयोध्या।
दीपोत्सव 2025 की तैयारियों के बीच अयोध्या प्रशासन ने खाद्य सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए व्यापक कार्रवाई शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे ने 8 विशेष टीमें गठित की हैं, जो पूरे जिले में मिलावटी और खराब खाद्य सामग्री की जांच कर रही हैं।
इन टीमों का उद्देश्य है कि दीपोत्सव में अयोध्या पहुंचने वाले लाखों श्रद्धालुओं को सुरक्षित, स्वच्छ और शुद्ध खाद्य सामग्री ही उपलब्ध कराई जाए।
पाँच तहसीलें और दो नगर क्षेत्र निगरानी में
प्रशासन ने खाद्य सुरक्षा की निगरानी को लेकर पाँच तहसीलों और दो नगर क्षेत्रों में अलग-अलग टीमें तैनात की हैं।
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प्रत्येक तहसील में संबंधित एसडीएम के नेतृत्व में एक टीम सक्रिय है।
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नगर क्षेत्र में सिटी मजिस्ट्रेट के निर्देशन में दो टीमें निगरानी कर रही हैं।
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इसके अलावा सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा मानिक चन्द्र सिंह की देखरेख में एक विशेष मुख्यालय टीम भी बनाई गई है, जो जिलेभर में सक्रिय रूप से अभियान चला रही है।
अब तक 54 निरीक्षण और 34 छापेमारी
दीपोत्सव से पहले प्रशासन ने खाद्य प्रतिष्ठानों, मिठाई की दुकानों और भोजनालयों पर व्यापक निरीक्षण अभियान चलाया है।
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54 स्थानों का निरीक्षण किया गया।
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34 जगहों पर छापेमारी की गई।
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76 खाद्य नमूने जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे गए हैं।
यह कार्रवाई सुनिश्चित करेगी कि कोई भी मिलावटी, बासी या अस्वच्छ खाद्य सामग्री श्रद्धालुओं तक न पहुँचे।
33 लाख की खाद्य सामग्री बरामद, 167 किलो नष्ट
खाद्य विभाग की टीमों ने अब तक 19,657 किलो खाद्य सामग्री बरामद की है, जिसकी अनुमानित कीमत ₹33 लाख बताई गई है।
इनमें से 167 किलो खराब या मिलावटी सामग्री को मौके पर ही नष्ट किया गया — जिसकी कीमत लगभग ₹35,000 है।
सहायक आयुक्त मानिक चन्द्र सिंह ने बताया कि दीपोत्सव तक यह अभियान लगातार जारी रहेगा और किसी भी प्रकार की अनियमितता पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
अन्य जिलों से भी मिली सहायता
श्रद्धालुओं की भारी आमद को देखते हुए प्रशासन ने अन्य जिलों से भी खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की तैनाती की है।
ये अधिकारी अयोध्या के प्रमुख स्थलों — राम की पैड़ी, हनुमानगढ़ी, सरयू तट और राम मंदिर परिक्षेत्र — में जाकर खाद्य वस्तुओं की गुणवत्ता की जांच कर रहे हैं।
19 और 20 अक्तूबर को दीपोत्सव के दौरान सघन जांच अभियान चलाया जाएगा, जिसमें भोजनालयों, लंगर स्थलों और अस्थायी दुकानों की भी निगरानी होगी।
सख्ती और सतर्कता का संतुलन
जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे ने कहा कि दीपोत्सव जैसे विशाल आयोजन में सख्ती और सतर्कता दोनों आवश्यक हैं।
“हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि श्रद्धालुओं को केवल शुद्ध भोजन ही मिले। जहां नियमों का उल्लंघन होगा, वहां सख्त कार्रवाई होगी, लेकिन स्वच्छता मानकों का पालन करने वाले व्यापारियों को हर संभव सहयोग दिया जाएगा,” — जिलाधिकारी।
अयोध्या प्रशासन की यह पहल दीपोत्सव 2025 को सुरक्षित, स्वच्छ और अनुशासित आयोजन बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
जहां एक ओर पुलिस और प्रशासन सुरक्षा व्यवस्था में जुटे हैं, वहीं खाद्य विभाग का यह अभियान सुनिश्चित करेगा कि श्रद्धालु केवल भक्ति नहीं, बल्कि स्वास्थ्य के साथ उत्सव का आनंद भी ले सकें।