बरेली, संवाददाता।
जुमे की नमाज को लेकर बरेली में प्रशासन ने कड़ा सुरक्षा घेरा तैयार कर दिया है। शहर में संवेदनशील और अति संवेदनशील इलाकों को चिन्हित कर वहां विशेष निगरानी की जा रही है। शुक्रवार सुबह से ही जगह-जगह पुलिस बल तैनात रहेगा और ड्रोन कैमरों की मदद से छतों की गतिविधियों पर पैनी नजर रखी जाएगी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अनुराग आर्य ने बताया कि आठ ड्रोन टीमों को लगाया गया है, जिनमें से तीन सरकारी और पाँच निजी ड्रोन ऑपरेटर हैं। इन टीमों की जिम्मेदारी संवेदनशील क्षेत्रों में छतों पर किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि या अवैध तैयारी पर नजर रखना होगा।
छतों से हटाने होंगे पत्थर, नहीं तो दर्ज होगी FIR
प्रशासन ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी घर या भवन की छत पर पत्थर, ईंट या इसी तरह की कोई सामग्री पाई जाती है तो संबंधित व्यक्ति के खिलाफ तत्काल प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। लोगों से अपील की गई है कि वे समय रहते अपनी छतों को पूरी तरह साफ कर लें ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से बचा जा सके।
एसएसपी ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि कोई व्यक्ति इस आदेश की अवहेलना करता पाया गया, तो उसके खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
सुरक्षा व्यवस्था के लिए चार सुपर और स्पेशल जोन
शहर को सुरक्षा की दृष्टि से चार सुपर जोन और चार स्पेशल जोन में विभाजित किया गया है। इन जोनों में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की विशेष ड्यूटी लगाई गई है।
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पहला सुपर जोन: मलूकपुर से बिहारीपुर का पूरा क्षेत्र।
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दूसरा सुपर जोन: इस्लामिया ग्राउंड, कुतुबखाना, नौमहला और नावल्टी।
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तीसरा सुपर जोन: कोहाड़ापीर, कुतुबखाना, बांसमंडल और साहूगोपीनाथ।
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चौथा सुपर जोन: शहदाना, ईंट पजाया और सिकलापुर का क्षेत्र।
वहीं चार स्पेशल जोन में सराय, बाकरगंज, जखीरा, सैलानी, नकटिया और प्रेमनगर बानखाना शामिल किए गए हैं।
उच्च स्तर पर तैनात रहेगी पुलिस टीम
सुपर जोनों में सुरक्षा की निगरानी के लिए एक एसपी, दो अतिरिक्त एसपी और दो सीओ की तैनाती की गई है। इसी प्रकार स्पेशल जोनों में एक एडिशनल एसपी और दो सीओ जिम्मेदारी निभाएंगे। इनके साथ-साथ पुलिस बल की टीमें, पीएसी और खुफिया इकाई भी सक्रिय रहेगी।
प्रशासन का लक्ष्य किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकना और शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखना है।
जनता से शांति बनाए रखने की अपील
जुमे की नमाज के मद्देनज़र पुलिस और प्रशासन की तैयारियों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी असामाजिक तत्व स्थिति को बिगाड़ न सके। अधिकारियों ने नागरिकों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और आपसी सौहार्द बनाए रखें।
ड्रोन निगरानी और पुलिस बल की तैनाती का मकसद आम जनता को भयमुक्त वातावरण में अपनी धार्मिक गतिविधियाँ संपन्न करने देना है।